People are in bad condition due to scorching heat in Uttar Pradesh, know the condition of your area
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश में 17 अप्रैल अब तक सबसे गर्म दिन रहा. बुंदेलखंड में झांसी सबसे गर्म स्थान रहा जहां दिन का अधिकतम तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के मुताबिक, इसके बाद सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान बुलंदशहर में 42 डिग्री और आगरा में 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लखनऊ में यह 38.5 डिग्री सेल्सियस रहा.
घर से बाहर निकलना मुश्किल
लखनऊ में भी मौसम केंद्र के वैज्ञानिक लगातार लू के दिनों की संख्या और पारे में उतार-चढ़ाव पर निगरानी कर रहे हैं. अध्ययन, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, 1901 से 2022 के बीच उत्तर प्रदेश में औसत तापमान में प्रति शताब्दी 0.13 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी, जबकि अधिकतम तापमान 0.27 डिग्री सेल्सियस की दर से दोगुनी हुई है. इसने मौसम साफ रहने और कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताई है.
न्यूनतम तापमान में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं है. 0.01 डिग्री सेल्सियस की कमी हुई है. इसके अलावा वर्षा भी घटी है. 20वीं सदी में वार्षिक और मानसूनी बरसात में कोई खास बदलाव नहीं हुआ, लेकिन 2000 से सामान्य बरसात में गिरावट का ट्रेंड रहा है. 1961 से 1990 के बीच बरसात के मुख्य महीनों (जुलाई से अगस्त) में औसत 300 मिमी बारिश हुई, लेकिन 1990 से 2000 के बीच यह सिर्फ 250 से कुछ अधिक रह गया.
IMD ने जारी किया ऑरेज अलर्ट
मौसम विभाग ने शुक्रवार के मौसम के लिए ऑरेज अलर्ट जारी किया है. यूपी में एक या दो स्थानों पर और पूर्वी यूपी में कुछ जगहों पर लू का प्रकोप बढ़ सकता है. इसके साथ ही पश्चिमी यूपी में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने की भी संभावना है. 31 मई को पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहने के साथ ही पूर्वी यूपी में कहीं-कहीं पर गरज चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है.