मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक स्पा सेंटर और रेस्टोरेंट पर पुलिस की छापेमारी ने पूरे शहर में खलबली मचा दी है. इस छापेमारी के दौरान 50 लड़कियों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया, जिनमें से 44 मुस्लिम समुदाय से हैं. इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर दिया है, बल्कि मुस्लिम समाज के उलेमा भी अंदर से हिल गए हैं.
मौलाना सज्जाद नौमानी की प्रतिक्रिया
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ नेता और इस्लामिक विद्वान मौलाना सज्जाद नौमानी इस घटना से इतने व्यथित हुए कि उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपनी मानसिक परेशानी व्यक्त की. मौलाना ने इस वीडियो में मुस्लिम समाज को अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने और सतर्क रहने की सलाह दी. उन्होंने मुस्लिम परिवारों को चेतावनी दी कि वे अपने बच्चों की संगति और क्रियाकलापों पर नजर रखें ताकि वे इस तरह की गतिविधियों में न फंसें.
— AL Farz (@ALFarzOfiicial) October 9, 2024
घटना का विवरण
पुलिस ने मुजफ्फरनगर के बीचो-बीच महावीर चौक पर स्थित एक स्पा और रेस्टोरेंट में छापेमारी की, जहां से स्कूल और कॉलेज यूनिफॉर्म में लड़कियां पकड़ी गईं. छापेमारी के दौरान बीयर के केन और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की गईं. कुछ लड़कियों के साथ पुरुष साथी भी पाए गए. पुलिस को इस संबंध में गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर कार्रवाई की गई.
गिरफ्तारी और स्थानीय प्रतिक्रिया
आजतक की एक रिपोर्ट के अनुसार, रेस्टोरेंट का मालिक भी गिरफ्तार किया गया है. यह रेस्टोरेंट अवैध रूप से चल रहा था और इसके पास फूड डिपार्टमेंट से लाइसेंस भी नहीं था. वहीं, कुछ लड़कियों को उनके अभिभावकों के हवाले कर दिया गया. इस मामले में एक दंपति, रूखसार और मनीष शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन पर रेस्टोरेंट और स्पा सेंटर चलाने का आरोप है.
समाज की चिंता
घटना की गंभीरता को देखते हुए, मौलाना सज्जाद नौमानी ने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है कि एक मुस्लिम बहुल क्षेत्र में इस प्रकार की गतिविधियों में मुस्लिम लड़कियां शामिल पाई गईं. यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि अपने बच्चों के भविष्य और उनके नैतिक मूल्यों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाए.
शिक्षण संस्थान की लड़कियां
समर नीति न्यूज के मुताबिक, पकड़ी गई अधिकतर लड़कियां एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान से जुड़ी हैं. स्पा और रेस्टोरेंट के इस पूरे घटनाक्रम ने मुस्लिम समाज के भीतर गहन विचार-विमर्श और आत्मनिरीक्षण की जरूरत को उजागर किया है.
मौलाना का संदेश
मौलाना नौमानी ने अपने वीडियो में कहा, “इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हमारे बच्चे कहाँ जा रहे हैं. हमें अब और अधिक सतर्क रहना होगा और उन्हें सही मार्गदर्शन देना होगा. हमारे बच्चों को इस तरह के माहौल से दूर रखना ही हमारा धर्म और सामाजिक जिम्मेदारी है.”
यह घटना मुस्लिम समाज के लिए एक बड़ी चुनौती है और इसे समाज के भीतर नैतिकता और अनुशासन पर चर्चा की आवश्यकता के रूप में देखा जा रहा है.