सरस मेले में मुस्लिम शिल्पकारों का जौहर, ग्रामीण उत्पादों की बढ़ी हुई मांग

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 01-02-2025
Muslim artisans displaying their arts and crafts at the Saras Mela
Muslim artisans displaying their arts and crafts at the Saras Mela

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली 
 
फरीदाबाद के सेक्टर 12 में सरस मेले का आयोजन हरियाणा सरकार की ओर से किया गया है. जिसमें विभिन्न राज्यों से मुस्लिम शिल्पकार भी अपने शिल्प का जौहर दिखाने के लिए आए हैं. फरीदाबाद की जनता इनके शिल्प को देखकर काफी आकर्षित हो रही हैं. साथ ही उनका कहना है कि ग्रामीण उत्पादों के लिए यह मेला एकदम परफेक्ट मंच हैं. हमने यहां कुछ मुस्लिम शिल्पकारों से बातचीत की और इनके शिल्प के बारे में जाना.  


जिसमें भटींडा से फरज़ाना लकड़ी के खिलोने, किचन का सामान और सजावट का सामान लेकर मेले मने आई हैं. ये सभी सामान वो अपने हाथों से तैयार करतीं हैं जो सभी को कभी पसंद आ रहे हैं. 
 
उत्तर प्रदेश के साहरनपुर से मोहोम्मद सलीम आम की लकड़ी से फर्नीचर तैयार करते हैं. जिसमें कुर्सी-मेज का सेट, मंदिर, बेड साइड स्टूल, आदि सामान शामिल है. इन सभी आइटम्स पर मुगल आर्ट भी बखूबी उकेरा गया है. इसकी कीमत भी आम आदमी के बजट में फिट होती हैं. साथ ही ये पोर्टेबल है. इसकी डिमांड आजकल बहुत ज्यादा है, क्यूंकी आजकल फ्लैट्स में कम जगह होती है तो ये सामान आपकी जिंदगी को आवर आसान बनातीं हैं.
 
वहीँ खुर्जा से आए मोमीन चीनी मिट्टी से बने कप, प्लेट, गुलदस्ते, तैयार करते हैं और अपनी परिवार का पालन पोषण करते हैं.  उन्होनें आवाज द वॉयस को बताया कि सिरेमिक प्लेटों में लाल और सफेद रंगों में एक मनोरम पुष्प पैटर्न होता है, जो नाजुक सोने की पन्नी के विवरण के साथ और भी निखारता है. लाल और सफेद फूलों को सतह पर जटिल रूप से चित्रित किया गया है, जो एक आकर्षक कंट्रास्ट और एक दृष्टि से आकर्षक रचना बनाता है. सोने की पन्नी वाले स्टिकर लगाने से समृद्धि का स्पर्श जुड़ता है, एक सूक्ष्म चमक पैदा होती है जो डिजाइन की समग्र सुंदरता को बढ़ाती है. 
 
 
ये प्लेटें न केवल रंगों का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण प्रदर्शित करती हैं, बल्कि एक शानदार और उत्सवपूर्ण सौंदर्य भी प्रदान करती हैं, जो उन्हें विशेष अवसरों और उत्सव समारोहों के लिए एक आनंददायक विकल्प बनाती हैं. सोने का पानी चढ़ा हुआ लाल और सफेद फूलों का संयोजन इन सिरेमिक प्लेटों में परिष्कार और परिष्कार की भावना प्रदान करता है, जो उन्हें किसी भी टेबल सेटिंग के लिए एक असाधारण जोड़ बनाता है.
 
जिले के सेक्टर-12 के एचएसवीपी ग्राउंड में भव्य सरस मेले का आगाज हो चुका है. 24 जनवरी से 6 फरवरी तक ये मेला लगा है. इस मेले का शुभारंभ हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने किया. इस बार का मेला बेहद खास है. यहां महिला सशक्तिकरण पर पूरा फोकस किया गया है. साथ ही मेले में 100 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं. मेले में हर किसी की एंट्री फ्री है. यही कारण है कि मेले में हर दिन भारी भीड़ उमड़ रही है. लोगों की भीड़ को देखते हुए यहां सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं.
 
 
फरीदाबाद के सरस मेले की एंट्री बिल्कुल फ्री है. इस मेले में एंट्री करते ही आपको हरियाणा का देसी छाप देखने को मिलेगा. इसके अलावा मेले में हर दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें हरियाणा की संस्कृति के अलावा विभिन्न प्रकार के कल्चरल प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है.
 
 
हरियाणा सरकार हमेशा सरस मेले को बढ़ावा देती है. यही वजह है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में इसका आयोजन किया जा रहा है, लेकिन फरीदाबाद का मेला इन सब मेले में खास है, क्योंकि इस सरस मेले में लगभग 100 के करीब स्टॉल लगाए गए हैं, जहां स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई महिलाएं अपने प्रोडक्ट लाकर बेच रही हैं.