जमात-ए-इस्लामी हिंद ने लॉन्च की दो ऑनलाइन अकादमियां, महिला शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 07-01-2025
Jamaat-e-Islami Hind launched two online academies, women education will get a boost
Jamaat-e-Islami Hind launched two online academies, women education will get a boost

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

 जमात-ए-इस्लामी हिंद (जेआईएच) के मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दो ऑनलाइन अकादमियों के लोगो का अनावरण किया गया. इन अकादमियों में अल-उरवतुल वुस्का ऑनलाइन उर्दू कुरान अकादमी और क्यूएआईएम (दिमाग को रोशन करने वाली कुरानिक अकादमी) शामिल हैं. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अमीर-ए-जमात  सैयद सदातुल्लाह हुसैनी ने की, जिसमें जेआईएच के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी भाग लिया.

इन नेताओं में कय्यिम-ए-जमात  टी. आरिफ अली, नायब उमरा-ए-जमात  मलिक मोताशिम खान,  एस. अमीनुल हसन, मौलाना वलीउल्लाह सईदी फलाही, और राष्ट्रीय सचिव  रहमतुन्निसा ए. व  शाइस्ता रफत प्रमुख थे.
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महिलाओं की शिक्षा और कुरान से जुड़ाव पर जोर

कार्यक्रम के दौरान शाइस्ता रफत ने कहा,"यह पहल महिलाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक और कदम है. यह उन्हें कुरान के साथ अपने रिश्ते को गहरा करने का अवसर प्रदान करेगी. कुरान एक ऐसी रोशनी है जो लोगों को सही दिशा में ले जाती है और अंधेरे से बाहर निकालती है.

इन अकादमियों के माध्यम से हम भाषा या पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना सभी के जीवन में यह रोशनी लाने की कोशिश कर रहे हैं."

आधुनिक समस्याओं से निपटने की तैयारी

कार्यक्रम में राष्ट्रीय सचिव रहमतुन्निसा ए. ने कहा,"इन अकादमियों का उद्देश्य शिक्षार्थियों के दिमाग को कुरान की शिक्षाओं और निर्देशों को बेहतर ढंग से समझने के लिए प्रबुद्ध करना है. इसके जरिए उन्हें आधुनिक दुनिया की समस्याओं का समाधान खोजने के लिए सशक्त बनाया जाएगा.

ये अकादमियां समाज के सभी वर्गों की महिलाओं को नियमित आधार पर आसानी से समझ में आने वाली सामग्री और इंटरैक्टिव सत्र प्रदान करेंगी. यह जमात-ए-इस्लामी हिंद की शैक्षिक गतिविधियों के एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है और विभिन्न दर्शकों की आध्यात्मिक व बौद्धिक जरूरतों को पूरा करने की इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है."
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जल्द शुरू होंगी कक्षाएं

अकादमियों की समन्वयक राबिया बसरी ने बताया कि दोनों अकादमियां जल्द ही कक्षाओं की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं.यह पहल महिलाओं को शिक्षा के साथ-साथ उनकी आध्यात्मिक और बौद्धिक क्षमता को विकसित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.