मोहम्मद अकरम / नई दिल्ली
दुनिया की जंग को हम सिर्फ तालीम से जीत सकते हैं. ये ऐसा हथियार है जिसके सामने बड़ी से बड़ी ताकत पस्त हो गई. इतिहास गवाह है कि दुनिया ने शिक्षा की बदौलत लोगों के दिलों पर राज किया है. आज मुसलमानों के सामाजिक स्तर पर पिछड़ने का कारण शिक्षा से दूरी है. हमें अपने बच्चों को दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम देने की जरुरत है. इस से हमारा समाज आगे बढ़ेगा.
उक्त बातें दिल्ली के ऐवान ए गालिब में ऑल इंडिया तंजीम उलेमा ए इस्लाम, दरबार ए अहले सुन्नत द्वारा आयोजित नेशनल मुस्लिम कन्वेन्शन व गौस ए आज़म कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रो. अखलाक उस्मानी ने कहीं. उन्होंने कहा कि सामाजिक बदलाव उसी वक्त मुमकिन है, जब तक शिक्षा से बच्चों को न जोड़ा जाए. अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाएं.
तालीमात ए तसव्वुफ़ की जरुरत
इस्लामी सूफी स्कालर सय्यद मोहम्मद क़ादरी ने कहा कि आज दुनिया को जिस चीज की जरूरत हैं वह तालीमात ए तसव्वुफ़. खासतौर पर सरकार ए दो आलम, गरीब नवाज, इन बुर्जुगों ने तसव्वुफ की जो तालीम दी .
लोगों के दिलों को फतह किया, आज कौम ए मुस्लिम अपने किरदार को अच्छा करके प्रोपेगेंडा का जवाब अपने अमल व किरदार और अच्छे आचरण से दे ताकि दुनिया के सामने एक तस्वीर तैयार की जा रही है कि मुसलमान हार्डलाइनर होता है तो वह इस चीज को समझ सके. मुसलमान वह है जो सूफियों के नक्शे कदम पर है.
फिलिस्तीन फिलिस्तीनियों का है
सय्यद मोहम्मद क़ादरी, फिलिस्तीन पर बोलते हुए कहा कि दुनिया जानती है कि एक ऐसी हुकूमत जिसने ग़ासिबाना, जिनको शरणार्थी के तौर पर रखा गया. आज वह मालिक बनने का ख्वाब देख रहे हैं.
पूरी दुनिया जानती है कि दुनिया का सबसे बड़ा टेररिस्ट स्टेट इजरायल है. जो भी वहां पर नस्ल कुशी हो रही है हम पूरी दुनिया को बताना चाह रहे है कि अगर इस पर प्रतिबंध नहीं लगा तो पूरी दुनिया का हालात बिगड़ सकते हैं.
टू नेशन वाले नजरिये को हम खारिज़ करते हैं फिलिस्तीन कल भी फिलिस्तीनियों का था और आज भी है और हमेशा रहेगा. इजरायल को दूसरा कोई रास्ता और दूसरा देश देखना चाहिए.
जी 20 में वसुधैव कुटुंबकम का पैगाम
खुसरो फाउंडेशन के संयोजक डॉ. हाफिजुर रहमान ने कहा कि आज शिक्षा के साथ दुनिया में शांति स्थापित करने के लिए जिस मंत्र की जरूरत है, उसे हजारों साल पहले हिन्दुस्तान की सरजमीं से महोयशदा के जरिए दिया गया.
जिसको जी 20 में हमारे प्रधानमंत्री ने हाईलाइट किया. पूरी दुनिया को वसुधैव कुटुंबकम का पैगाम दिया. इस्लाम के अंदर पैगंबर ए इस्लाम ने फरमाया कि जो मख़लूक है वह अल्लाह का कुनबा है. अगर इस विचार को पूरी दुनिया मान ले तो कहीं भी को तनाव नहीं रहेगा.
हथियार सप्लाई करने की लॉबी
आज पूरी दुनिया में हथियार सप्लाई करने वाला लॉबी है. वह यह चाहता है दुनिया में हमेशा कहीं न कहीं जंग रहे. कभी वह जंग इराक व ईरान के बीच हो. कभी वह जंग सीरिया में हो. अफगानिस्तान में हो.
क्योंकि जितनी जंगें होगी उससे हथियारों की सप्लाई बढ़ेगी. उनका बिजनेस होगा. उनका ये मकसद है. इसे दुनिया के लोगों को समझना चाहिए. दूसरा चाइना है जो कंज्यूमर शिप बढ़ाना चाहता है. जो लोगों की जेब पर कंट्रोल करना चाहती है.
भारतीय विदेश नीति उत्पीड़ित अरबों के साथ
मुफ्ती मोहम्मद अशफाक अहमद कादरी, चेयरमैन ऑल इंडिया तंजीम ए इस्लाम ने कहा कि देश मे जो मुसलमानों के माँब लिचिँग हो रहे हैं और जो मुसलमानों के हुकूक हैं दिए जाए, चँकि जुल्म की बुनियाद पर कोई भी हुकूमत ज्यादा देर तक सत्ता में नहीं रह सकती हैं, इंसाफ की बुनियाद पर ही कोई भी लम्बे वक्त तक सत्ता में रह सकती है.
फिलिस्तीन में जो जुल्म हो रहा है उसके हक में आवाज उठाई जाए. भारतीय विदेश नीति सदैव उत्पीड़ित अरबों का समर्थन करने की रही है. हमें अब भी उम्मीद है कि सरकार अरबों के साथ खड़ी होगी और ज़ालिम इज़राइल को युद्ध रोकने के लिए मजबूर करेगी.
इनके अलावा मौलाना गुलाब मुहियुद्दीन चिश्ती, कारी इस्लाम नूरी, कारी गुलाम मोहम्मद, कारी हनीफ, मौलाना हुज्जतुल इस्लाम, मुफ्ती तस्लीम, मौलाना असरारुल हक, मौलाना सय्यद शौकत अली समेत दूसरे धर्म गुरुओं ने संबोधित किया.
कांफ्रेंस का शुभारंभ मौलाना अब्दुल वाहिद ने कुरानी आयात के साथ किया और कारी फिरदौस ने हुजूर पाक में अकीदत के फूल निछावर किए.