मोहम्मद यूनुस अल्वी / नूंह (मेवात / हरियाणा)
मेवात इलाका भले ही देश के सबसे पिछड़े जिलों में शुमार है.यहां की शिक्षा दर भी देश में सबसे कम है.उसके बावजूद मेवात के बच्चे अपनी प्रतिभा का लोहा हर मौके पर मनवाते रहे हैं.नूंह जिला के खंड पिनगवां का गांव शिकरावा आजकल सुर्खियों में है.इस गांव के युवा देश ही नहीं विदेश तक मेवात और अपने गांव का नाम रौशन कर रहे हैं.
जहां गांव का शाजिद हुसैन लंदन की जगुआर लैंडरोवर कंपनी में बतौर लीड मैनेजर नियुक्त हुआ है,वहीं इस गांव का शाहबाज अहमद देश की क्रिकेट टीम का सदस्य बनकर मेवात का नाम ऊंचा कर चुका है.अब शिकरावा के एक मजदूर के बेटे नौशाद अली का भारतीय डाक विभाग में बतौर ब्रांच पोस्ट मास्टर चयन हुआ है.
बडी बात यह है कि नौशाद अली एक दिहाड़ी मजदूर का बेठा है.नौशाद अली अब नोकरी के दौरान यूपीएससी की तैयारी कर आईएएस बनना चहाता है. नौशाद अली ने हमारे खास बातचीत बताया कि उनके पिता इमामुद्दीन उर्फ (इम्मू) दिहाड़ी मजदूर हैं.परिवार पांच भाई और तीन बहन है.पिता को हर रोज मजदूरी न मिलने के कारण घर का गुजारा बड़ी मुश्किल से चल रहा है.
उसके बावजूद उनके पिता उसे पढ़ाना चहाते है.नौशाद ने बताया कि गांव के सरकारी स्कूल से 99.8 फीसदी अंक के साथ दसवीं परीक्षा पास की.पुन्हाना के यूटोपियन स्कूल से 12 वीं की परीक्षा 84.2 फीसदी अंक के साथ पास किया है.फिलहाल वह फरीदाबाद स्थित जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय में बीए म्यूजिक की प्रथम वर्ष का छात्र है.
नौशाद का कहना है कि मेरे पिता गरीबी के चलते मेरी लंबी पढ़ाई करवाने में समर्थ नहीं थे, इसलिए मुझे चिंता रहने लगी की मैं अपनी पढ़ाई और भविष्य को कैसे बनाऊं. फिर मेरे कुछ दोस्तो ने बताया कि भारतीय डाक विभाग में भर्ती निकलने वाली है.
तुम्हारी दसवीं कक्षा में नंबर अच्छे है.हो सकता है तुम्हारा नंबर आ जाए.नौशाद का कहना है कि उसने यह सोचकर कि उसका नंबर कहां आने वाला है फिर भी उसने डाक विभाग में ब्रांच पोस्ट मास्टर के पद के लिए आवेदन कर दिया.नौशाद का कहना है कि अब अल्लाह का कर्म है कि सलेक्शन हो गया.उसकी पोस्टिंग राजस्थान जिला धौलपुर के गांव मिलसामा में हुई है.
नौशाद का कहना है कि हर परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास होने पर उसके माता पिता, गुरू और साथी हमेशा हौसला अफजाई करते रहें हैं.वे यही कहते थे कि नौशाद एक दिन तुम ऑफिसर बनोगे.नौशाद का कहना है कि इतनी कम उम्र में ब्रांच पोस्ट मास्टर के पद पर चयन होना गर्व की बात है.
अब उससे आर्थिक तंगी से नहीं गुजरना होगा.वह नौकरी के दौरान पहले डिस्टेंस से अपनी पढ़ाई पूरी करेगा.उसके बाद आईएएस बनने के लिए यूपीएससी की तैयारी में जुट जाएगा.नौशाद ने मेवात के युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि अगर दिल में लगन और हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं .मेवात के युवाओं को अब उच्च शिक्षा की ओर ध्यान देना होगा.