हिंसा और तनाव के बीच नूंह में मुस्लिमों ने लिया हिंदुओं की सुरक्षा का संकल्प, गुरुग्राम की मस्जिदों की हिफाजत के लिए आगे आए लोग
मलिक असगर हाशमी / यूनुस अल्वी / गुरुग्राम- नूंह
राजधानी दिल्ली से करीब साठ किलोमीटर दूर नूंह में धार्मिक जुलूस पर हमला कर हिंसा फैलाने औरगुरुग्राम की एक मस्जिद के नायब इमाम की हत्या के बाद हरियाणा के इन दो जिलों में व्याप्त तनाव को कम करने के लिए कई सकारात्मक पहल शुरू हुए हैं.
इसके लिए जगह-जगह बैठकें हो रही हैं तथा धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन ने भी सक्रियता बढ़ा दी है. कुछ बुद्धिजीवियों ने मेवात क्षेत्र के इलाके में अल्पसंख्यक में रह रहे हिंदुओं को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए दोनों समुदाय से शांति और संयम बरतने की अपील की है. वहीं पुन्हाना में एक पंचायत बुलाकर हिंदुओं की सुरक्षा का संकल्प लिया गया.
हरियाणा के नूंह जिले में मुसलमान बहुलता में हैं. इस बीच बलवाइयों द्वारा बादशाहपुर और पलवल के कई इलाके की मस्जिदों के बाहर भड़काउ हरकतें करने के बाद इनकी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.
हरियाणा वक्फ बोर्ड के चेयरमैन तथा भाजपा नेता चौधरी जाकिर हुसैन ने मस्जिद की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गुरुग्राम की शाही मस्जिद, रायपुर (सोहना), ईदगाह - मस्जिद राजीव चौक, जामा मस्जिद, सदर बाजार, गुरुग्राम सहित कई मस्जिदों का दौरा किया. इस दौरान पुलिस द्वारा उनकी सुरक्षा बंदोबस्त पर इत्मीनान जताया. साथ ही उन्होंने पुलिस से गुरुग्राम की आसपास की मस्जिदों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान देने का आग्रह किया.
नूंह के 20 गावों के लोगों हिंदुओं की सुरक्षा का उठाया बीड़ा
उधर, मंगलवार को शोभायात्रा के दौरान नूंह में हुई हिंसा के बाद बुधवार को कस्बा पिनगवां में प्रमुख लोगों पंचायत कर अमन-शांति बनाए रखने पर बदल दिया. पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान ने इस पंचायत की अध्यक्षता की. पंचायत में करीब 25 गावों के सरपंच, चैधरी, जिला पार्षद और प्रमुख लोगों ने हिस्सा लिया.
पंचायत में आपसी भाईचारा कायम रखने और मुसलमानों ने हिंदू समाज की जान माल की हिफाजत का संकल्प लिया. पंचायत में किसी भी मामले से निपटने के लिए 21 सदस्य कमेटी का गठन किया गया है. साथ ही कस्बे में घूम कर हिंदू समुदाय को सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया.
कहा गया कि नूंह के पिनगवां में आपसी भाईचारे को बिगाड़ने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी. पंचायत में इजराइल सरपंच, 12 गांवों के चौधरी मोहम्मद इलियास, सफी मोहम्मद बंदरबांट, हारून पहलवान ने बताया कि नूंह जिले के पिनगवां और उसके आसपास के गांवों काफी संख्या में हिंदू समाज के लोग रहते हंै.
वे एक दूसरे समुदाय के धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ कर हिस्सा लेते हैं. नूंह शहर में हुई घटना के बाद पिनंगवा बाजार के लोग डरे हुए हैं. पंचायत में मौजूद लोगों ने बाहरी लोगों द्वारा पिनगवां के हिंदू समाज के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने वालों को सबक सिखाने का संकल्प लिया. नूंह की घटना के बाद जिले में कई जगह दुकानें और बाजार हैं. पंचायत के लोगों ने हिंदू समाज से दुकान खोलने की अपील की.
पंचायत में मौजूद हिंदू समाज के नरेश सिंगला, सुरेश नंबरदार, मास्टर गिरिराज ने मुस्लिम समाज के इस पहल के लिए शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि हिंदू समाज के लोगों को जब भी सहयोग की जरूरत पड़ती है, हमेशा ही उन्हांेने हाथ बढ़ाया है.
सद्भावना कमेटी में शामिल प्रमुख लोग
चैधरी इलियास खानपुरघाटी, हबीबुर्रहमान पूर्व विधायक, हाजी गुलदीन कुरेशी, असलम बूबलेहड़ी, हाजी अखतर काटपुरी, मनोज सरपंच पिंनगवां, नरेश सिंगला, रजाक सरपंच लाहाबास, मोहम्मद शफी, जान मोहम्मद जिला प्रमुख नूंह, अम्मू तेड़, इसराइल सरपंच ढाणा, फजरूद्दीन जिला पार्षद झारपूड़ी, असगर सरपंच रहपुवा, इसाक सरपंच मुड़ेता, रईस सरपंच फिरोजपुर तेड़, मास्टर रफीक, तैयब सरपंच शाहचैखा सहित 21 प्रमुख लोग शामिल हैं.