जयपुर (राजस्थान)
गुजरात टाइटन्स (GT) के खिलाफ शानदार शतक जड़ने के बाद राजस्थान रॉयल्स (RR) के सलामी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी, जो महज 14 साल के हैं, ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह उपलब्धि किसी "सपने" जैसी लगती है और उनकी बल्लेबाजी में "कोई डर नहीं" है.
सिर्फ 14 साल और 32 दिन की उम्र में, सूर्यवंशी ने टी20 क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक बनाने वाले खिलाड़ी और IPL इतिहास में सबसे तेज भारतीय शतकवीर के रूप में अपना नाम दर्ज कराया. उन्होंने यशस्वी जायसवाल के साथ मिलकर 210 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए यह रिकॉर्ड अपने नाम किया.
मैच के बाद की प्रस्तुति में सूर्यवंशी ने कहा, "यह वाकई शानदार अहसास है. यह मेरी आईपीएल में तीसरी पारी थी और मैंने इसमें अपना पहला शतक लगाया. पिछले तीन-चार महीनों से जिस तरह की मेहनत कर रहा था, उसका परिणाम आज मिला.
मैदान पर मैं किसी चीज़ का दबाव नहीं लेता, बस गेंद पर ध्यान देता हूं. कोई डर नहीं है। मैं गेंदबाजों के बारे में सोचता भी नहीं हूं, सिर्फ खेल पर फोकस करता हूं."
जायसवाल के साथ अपनी साझेदारी पर उन्होंने कहा, "जायसवाल भाई के साथ बल्लेबाजी करना मजेदार था। वह मुझे बताते हैं कि कब क्या करना है और हमेशा सकारात्मक बातें करते हैं."
वैभव की निडर बल्लेबाजी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अनुभवी ईशांत शर्मा के एक ओवर में 28 रन जड़ दिए, जिसमें दो चौके और तीन छक्के शामिल थे. वहीं, टी20 सर्किट के चर्चित ऑलराउंडर करीम जनत को भी उन्होंने एक ओवर में 30 रन लुटाए.
210 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए, वैभव ने मात्र 38 गेंदों में सात चौकों और 11 छक्कों की मदद से नाबाद 101 रन बनाए, जिसकी स्ट्राइक रेट 265.79 रही. उन्होंने 35 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक है.
उनसे आगे केवल क्रिस गेल हैं, जिन्होंने 2013 में 30 गेंदों में शतक लगाया था.सूर्यवंशी अब आईपीएल में सबसे तेज शतक बनाने वाले भारतीय बन चुके हैं. साथ ही, 14 साल और 32 दिन की उम्र में, वह टी20 क्रिकेट इतिहास में सबसे कम उम्र में शतक जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए हैं.
इससे पहले यह रिकॉर्ड विजय ज़ोल के नाम था, जिन्होंने 18 साल और 118 दिन की उम्र में शतक बनाया था.यह टी20 क्रिकेट का सातवां सबसे तेज शतक भी है. सबसे तेज शतक एस्टोनिया के साहिल चौहान ने 2024 में साइप्रस के खिलाफ 27 गेंदों में बनाया था.
वैभव ने सिर्फ 17 गेंदों में अर्धशतक भी पूरा किया, जो आईपीएल के इतिहास में पांचवां सबसे तेज अर्धशतक है, और वे लीग में अर्धशतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं.
सूर्यवंशी और जायसवाल के बीच 166 रनों की साझेदारी राजस्थान रॉयल्स के इतिहास में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है, जिसने 2022 में जोस बटलर और देवदत्त पडिक्कल द्वारा बनाए गए 155 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ा.
वैभव, जिन्होंने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत शार्दुल ठाकुर के खिलाफ छक्का लगाकर की थी, अब तक तीन मैचों में 75.50 की औसत और 222.05 की स्ट्राइक रेट से 151 रन बना चुके हैं, जिसमें नाबाद 101 रनों का सर्वोच्च स्कोर शामिल है.
गौरतलब है कि पिछले साल की आईपीएल मेगा-नीलामी में वैभव को राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपये में खरीदा था. बिहार में 27 मार्च 2011 को जन्मे वैभव, भारत की अंडर-19 टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं.
उन्होंने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक अंडर-19 मैच में 58 गेंदों में शतक जमाया था. साथ ही, SMAT 2024 टूर्नामेंट में बिहार के लिए टी20 डेब्यू भी किया, हालांकि पहले मैच में वे कुछ खास नहीं कर पाए थे। ACC अंडर-19 एशिया कप 2024-25 में उन्होंने 5 मैचों में 176 रन बनाकर सातवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के तौर पर नाम कमाया था.
मैच का हाल
राजस्थान रॉयल्स ने टॉस जीतकर गुजरात टाइटन्स को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया। GT ने कप्तान शुभमन गिल (84 रन, 50 गेंद), और जोस बटलर (50 रन, 26 गेंद) की अर्धशतकीय पारियों की मदद से 209/4 का स्कोर खड़ा किया. महेश दीक्षाना (2/35) RR के सबसे सफल गेंदबाज रहे.
रन चेज़ में, यशस्वी जायसवाल (70* रन, 40 गेंद) और वैभव सूर्यवंशी (101* रन, 38 गेंद) ने विपक्षी टीम पर कहर ढाया और महज 71 गेंदों में 166 रनों की साझेदारी की. इसके बाद रियान पराग (32* रन, 15 गेंद) ने तेज़ी से रन बनाते हुए 15.5 ओवर में टीम को जीत दिला दी.
अब राजस्थान रॉयल्स तीन जीत और सात हार के साथ अंक तालिका में आठवें स्थान पर है (छह अंक), जबकि गुजरात टाइटन्स छह जीत और तीन हार के साथ 12 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर काबिज है.