मंजीत ठाकुर
गुरुवार 5 अक्तूबर को जब दोपहर का सूरज थोड़ा ढलना शुरू होगा, तब भारत की सरजमीन पर कई सितारे अपनी रोशनी बिखेरना शुरू करेंगे. क्रिकेट का महाकुंभ दोपहर के 2 बजे से ही शुरू होगा और उसके बाद अगले 46 दिनों तक 48 मैच खेले जाएंगे और तब जाकर क्रिकेट की दुनिया को मिलेगा नया सरताज.
क्रिकेट विश्व कप का आयोजन भारत कुल चौथी दफा होने जा रहा है. और हिंदुस्तान पहली बार पूरी तरह से अकेले वनडे विश्वकप की मेजबानी करने जा रहा है. गुरुवार 5 अक्तूबर से लेकर 19 नवंबर तक सिर्फ भारत में ही नहीं, दुनिया भर में क्रिकेट का जुनून छाया रहेगा, नए सितारे चमकेंगे और कुछ पुराने सितारों की रोशनी मद्धिम होगी.
इस दौरान 10 शहरों में 10 टीमों के बीच 48 मुकाबले खेले जाएंगे.
2011 में हेल्मेट के अंदर बर्फ की सिल्ली जैसे ठंडे दिमाग के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में भारत ने यह सिलसिला तोड़ा और खिताब जीतने वाला पहला मेजबान देश बना.
तब से यह सिलसिला चला आ रहा है कि मेजबान देश ही खिताब जीत रहा है.
हालांकि, क्रिकेट विश्वकप के अब तक के इतिहास में ऑस्ट्रेलिया सबसे कामयाब टीम रही है. उसके बाद दूसरी सबसे सफल टीम भारत है.
1983 और 2011 में विश्वकप जीतने वाली भारतीय टीम को 2003 के विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार मिली. चार बार भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है. 1987 में उसे इंग्लैंड ने, 1996 में श्रीलंका ने, 2015 में ऑस्ट्रेलिया ने और 2019 में उसे न्यूजीलैंड ने हराया था.
2007 के बाद से भारतीय टीम हर विश्वकप में सेमीफाइनल या उससे आगे बढ़ती आई है.
बेशक, भारत की बल्लेबाजी की गहराई से उसका दावा इस बार भी पुख्ता है, कोहली और रोहित शर्मा जैसे बड़े नामों के साथ शुभमन गिल और केएल राहुल भी अच्छे फॉर्म में हैं. सूर्यकुमार यादव और श्रेयस अय्यर के साथ ही ईशान किशन की बल्लेबाजी में भी हाल में जलवा दिखा है.
गेंदबाजी में जसप्रीत बूमराह और कुलदीप यादव पर सबकी निगाहें रहेंगी. लेकिन तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं, मोहम्मद सिराज, जिनकी लहराती बलखाती गेंदों ने बल्लेबाजों को नचाकर रख दिया है.
विश्व कप के दावेदारों में तगड़ा उम्मीदवार है ऑस्ट्रेलिया. लेकिन उस पर पांच बार के खिताब से उम्मीदों का बोझ भी अधिक है. भारत में 1987 में रिलायंस विश्वकप में विश्व चैंपियन बनने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 1999, 2003, 2007 में खिताब की हैट्रिक लगाई और 2015 में अपने ही देश में विश्व चैंपियन बने. 2019 में उसे सेमीफाइनल में हार मिली थी.
कंगारू खिलाड़ियो में मिचेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, कैमरन ग्रीन हिंदुस्तानी मिट्टी पर खतरनाक साबित हो सकते हैं. मार्श और मैक्सवेल के पास आइपीएल का तजुर्बा भी है. हालांकि, डेविड वॉर्नर अभी रंग में नहीं हैं लेकिन अगर उनकी फॉर्म वापस आ गई तो गेंदबाजों की शामत तय है. हालांकि सबसे बड़ी दिक्कत है कि स्टीव स्मिथ का बल्ला पिछले कुछ वक्त से खामोश है.
तीसरा दावेदार इंग्लैंड है. पिछले कुछ वक्त से इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने ताबड़तोड़ खेलने का फॉर्मेट अपनाया है और उनके पास 2019 का चैंपियन का खिताब भी है. जाहिर है, इंग्लैंड के सामने अपने खिताब को बरकरार रखने की चुनौती है.
लेकिन यह काम थोड़ा मुश्किल है क्योंकि विश्वकप में पिछले 16 सालों में कोई भी टीम अपने खिताब की रक्षा नहीं कर पाई है. इंग्लैंड 1979, 1987, 1992 विश्व कप के फाइनल में भी पहुंचा.
इंग्लैंड के पास कप्तान के रूप में जोस बटलर और ऑलराउंडर बेन स्टोक्स जैसे अगिया बैताल क्रिकेटर हैं. स्टोक्स संन्यास तोड़कर यह विश्वकप खेलने उतर रहे हैं. जाहिर है, सबकी निगाहें इन दोनों के प्रदर्शन पर रहेगी.
विश्व कप के मुकाबलों में न्यूजीलैंड की टीम को बदकिस्मत माना जाता है. यह टीम पिछले दो प्रतियोगिताओं में फाइनल में पहुंचती रही है और 2007 से हर बार सेमीफाइनल तक पहुंची है लेकिन आज तक उसको खिताब नसीब नहीं हुआ है.
ट्रेंट बोल्ट, डेवोन कॉन्वे पर दर्शकों की निगाहें रहेंगी. न्यूजीलैंड के ये दोनों क्रिकेटर भारतीय परिस्थितियों के माफिक खेलने के आदी रहे हैं.
वर्ल्ड कप 2023 का पूरा शेड्यूल
• 5 अक्टूबर - इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड - अहमदाबाद
• 6 अक्टूबर - पाकिस्तान बनाम नीदरलैंड - हैदराबाद
• 7 अक्टूबर - बांग्लादेश बनाम अफगानिस्तान - धर्मशाला
• 7 अक्टूबर - दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका - दिल्ली
• 8 अक्टूबर - भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया - चेन्नई
• 9 अक्टूबर - न्यूजीलैंड बनाम नीदरलैंड - हैदराबाद
• 10 अक्टूबर- इंग्लैंड बनाम बांग्लादेश - धर्मशाला
• 10 अक्टूबर - पाकिस्तान बनाम श्रीलंका - हैदराबाद
• 11 अक्टूबर - भारत बनाम अफगानिस्तान - दिल्ली
• 12 अक्टूबर - ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका - लखनऊ
• 13 अक्टूबर - न्यूजीलैंड बनाम बांग्लादेश - चेन्नई
• 14 अक्टूबर - भारत बनाम पाकिस्तान - अहमदाबाद
• 15 अक्टूबर - इंग्लैंड बनाम अफगानिस्तान - दिल्ली
• 16 अक्टूबर - ऑस्ट्रेलिया बनाम श्रीलंका - लखनऊ
17 अक्टूबर - दक्षिण अफ्रीका बनाम नीदरलैंड - धर्मशाला
• 18 अक्टूबर - न्यूजीलैंड बनाम अफगानिस्तान - चेन्नई
• 19 अक्टूबर - भारत बनाम बांग्लादेश - पुणे
• 20 अक्टूबर - ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान - बेंगलुरु
• 21 अक्टूबर - इंग्लैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका - मुंबई
• 21 अक्टूबर- नीदरलैंड बनाम श्रीलंका - लखनऊ
• 22 अक्टूबर - भारत बनाम न्यूजीलैंड - धर्मशाला
• 23 अक्टूबर - पाकिस्तान बनाम अफगानिस्तान - चेन्नई
• 24 अक्टूबर - दक्षिण अफ्रीका बनाम बांग्लादेश - मुंबई
• 25 अक्टूबर - ऑस्ट्रेलिया बनाम नीदरलैंड - दिल्ली
• 26 अक्टूबर- इंग्लैंड बनाम श्रीलंका - बेंगलुरु
• 27 अक्टूबर - पाकिस्तान बनाम दक्षिण अफ्रीका - चेन्नई
• 28 अक्टूबर - नीदरलैंड बनाम बांग्लादेश - कोलकाता
• 28 अक्टूबर - ऑस्ट्रेलिया बनाम न्यूजीलैंड - धर्मशाला
• 29 अक्टूबर - भारत बनाम इंग्लैंड - लखनऊ
• 30 अक्टूबर - अफगानिस्तान बनाम श्रीलंका - पुणे
• 31 अक्टूबर - पाकिस्तान बनाम बांग्लादेश - कोलकाता
• 1 नवंबर - न्यूजीलैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका - पुणे
• 2 नवंबर - भारत बनाम श्रीलंका - मुंबई
• 3 नवंबर - नीदरलैंड बनाम अफगानिस्तान - लखनऊ
• 4 नवंबर - इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया - अहमदाबाद
• 4 नवंबर - न्यूजीलैंड बनाम पाकिस्तान - बेंगलुरु
• 5 नवंबर - भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका - कोलकाता
• 6 नवंबर - बांग्लादेश बनाम श्रीलंका - दिल्ली
• 7 नवंबर - ऑस्ट्रेलिया बनाम अफगानिस्तान - मुंबई
• 8 नवंबर - इंग्लैंड बनाम नीदरलैंड - पुणे
• 9 नवंबर - न्यूजीलैंड बनाम श्रीलंका - बेंगलुरु
• 10 नवंबर - दक्षिण अफ्रीका बनाम अफगानिस्तान - अहमदाबाद
• 11 नवंबर- इंग्लैंड बनाम पाकिस्तान कोलकाता
• 11 नवंबर - ऑस्ट्रेलिया बनाम बांग्लादेश - पुणे
• 12 नवंबर - भारत बनाम नीदरलैंड - बेंगलुरु
• 15 नवंबर - सेमी फाइनल 1 - मुंबई
• 16 नवंबर - सेमी फाइनल 2 - कोलकाता
• 19 नवंबर - फाइनल - अहमदाबाद