जब मोहम्मद शमी की मां के पैर छूए....एक ही तो दिल है कितनी बार जीतोगे किंग कोहली

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 10-03-2025
When I touched Mohammed Shami's mother's feet... there is only one heart, how many times will you win, King Kohli
When I touched Mohammed Shami's mother's feet... there is only one heart, how many times will you win, King Kohli

 

मलिक असगर हाशमी/ नई दिल्ली

विराट कोहली को क्रिकेट की दुनिया में एक शानदार बल्लेबाज के तौर पर जाना जाता है, लेकिन उनके खेल के अलावा उनका व्यवहार और स्पोर्ट्समैन स्प्रीट (sportsmanship) भी हमेशा चर्चा का विषय रहा है. वह मैदान पर अपनी जीत की राह तय करते हुए, टीम और विरोधी दोनों के प्रति अपनी इज्जत और खेल भावना का हमेशा ख्याल रखते हैं.

इस लेख में हम विराट कोहली की स्पोर्ट्समैनशिप की गहराई से बात करेंगे, जो न केवल उनके प्रशंसकों के दिलों में घर कर गई है, बल्कि उन्हें एक आदर्श क्रिकेटर के रूप में स्थापित करती है.

 

 

 

विराट कोहली: केवल एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक आदर्श स्पोर्ट्समैन

विराट कोहली के क्रिकेट करियर की शुरुआत से ही वह न केवल अपने प्रदर्शन बल्कि अपनी खेल भावना के लिए भी पहचाने गए हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल मैच में जब भारत ने पाकिस्तान को हराया, तो विराट कोहली ने जो कुछ किया, उससे यह साबित हो गया कि वह केवल एक शानदार बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि एक सच्चे स्पोर्ट्समैन भी हैं.

 

मैच के दौरान दिखी स्पोर्ट्समैन स्प्रीट

चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में विराट कोहली ने खुद को हर स्थिति में संतुलित और धैर्यपूर्ण रखा. जब भारतीय टीम मैच जीतने के बाद उत्सव मना रही थी, तो विराट कोहली का एक पहलू दर्शकों के दिलों में बस गया.

शमी की मां से मिलते समय उन्होंने उनका सम्मान करते हुए उनके पैर छुए, जो एक अनूठा और दिल छू लेने वाला पल था। यह दृश्य न केवल सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, बल्कि इसे कई विदेशी कमेंटेटरों ने भी सराहा। कोहली का यह कदम दर्शाता है कि उन्होंने जीत के साथ-साथ दूसरों का सम्मान भी किया.

विरोधी खिलाड़ियों के प्रति सम्मान

विराट कोहली हमेशा अपने विरोधी खिलाड़ियों के प्रति इज्जत दिखाने का कोई अवसर नहीं छोड़ते. वह कभी भी ऐसे मौके पर नहीं चूकते जब उन्हें किसी खिलाड़ी की मदद करनी होती है. खासतौर पर, भारत और पाकिस्तान के मैचों में, विराट कोहली का व्यवहार सभी को प्रभावित करता है.

एक बार, उन्हें पाकिस्तान के बल्लेबाज के जूते का तस्मा बांधते हुए देखा गया, जो एक असामान्य और अनोखी घटना थी। इस प्रकार के उदाहरण न केवल उनके आत्मविश्वास को दिखाते हैं बल्कि यह भी स्पष्ट करते हैं कि विराट कोहली खेल को लेकर कितने व्यावसायिक और संवेदनशील हैं.

विराट का टीम के प्रति स्नेह और समर्थन

कोहली की स्पोर्ट्समैनशिप उनके टीम के प्रति भी प्रतिबद्ध है. जब भी उनके किसी साथी खिलाड़ी को परेशानी होती है, तो वह तुरंत उसकी मदद करने के लिए आगे बढ़ते हैं. उदाहरण के लिए, अगर कोई खिलाड़ी किसी चोट से जूझ रहा हो या किसी अन्य दिक्कत का सामना कर रहा हो, तो विराट सबसे पहले मैदान पर उसे सहारा देते हैं और टीम के मनोबल को बनाए रखने में मदद करते हैं.

 

विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा के प्रति स्नेह

विराट कोहली की स्पोर्ट्समैनशिप उनके व्यक्तिगत जीवन में भी देखने को मिलती है. जब भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती, तो विराट ने सबसे पहले अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा को गले लगाया और फिर ट्रॉफी लेने के दौरान उनके साथ डांस किया.

यह एक सुंदर और भावनात्मक पल था, जिसमें उन्होंने अपनी जीत का उत्सव अपनी पत्नी के साथ मनाया. यह दृश्य यह भी दिखाता है कि विराट कोहली एक सच्चे और प्यार भरे व्यक्ति हैं, जो अपने परिवार को सम्मान देते हैं और उनके साथ अपनी सफलता का जश्न मनाते हैं.

विराट कोहली का परिवर्तन: अक्खड़ से स्पोर्ट्समैन

हालांकि विराट कोहली अपने करियर के शुरुआती दिनों में अपने आक्रामक और अक्खड़ स्वभाव के लिए पहचाने जाते थे, लेकिन समय के साथ उनमें बहुत बदलाव आया है. आज, वह न केवल मैदान पर एक जिम्मेदार और समझदार कप्तान हैं, बल्कि खेल भावना से भी लबरेज़ एक आदर्श क्रिकेटर के रूप में उभरे हैं. उनकी विनम्रता और दूसरों का सम्मान करना, विशेष रूप से उनके युवा प्रशंसकों और टीम के साथियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है.

विराट कोहली का ओडीआई रिकॉर्ड और स्पोर्ट्समैनशिप

विराट कोहली के नाम ओडीआई क्रिकेट में 14,000 से अधिक रन हैं, और उनका खेल के प्रति समर्पण हमेशा प्रेरणादायक रहा है. उनकी बैटिंग क्लास और रन बनाने की क्षमता उन्हें एक महान क्रिकेटर बनाती है, लेकिन उनका खेल भावना से भरा व्यक्तित्व उन्हें एक महान इंसान भी बनाता है. उनका यह स्वभाव उन्हें न केवल क्रिकेट के मैदान पर बल्कि जीवन में भी सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाता है.

विराट कोहली का खेल न केवल उनकी शानदार बैटिंग बल्कि उनके अद्भुत स्पोर्ट्समैन स्प्रीट के कारण भी याद रखा जाएगा. वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपने व्यक्तित्व और व्यवहार से हर किसी का दिल जीत लेते हैं.

उनकी स्पोर्ट्समैनशिप और सम्मानजनक व्यवहार ने उन्हें एक आदर्श क्रिकेटर बना दिया है. विराट कोहली के उदाहरण से यह साबित होता है कि खेल केवल जीतने या हारने की बात नहीं है, बल्कि यह दूसरों का सम्मान और खेल भावना को बनाए रखने का नाम है.

 

विराट कोहली का यह संदेश हमेशा कायम रहेगा कि एक सच्चा चैंपियन न केवल अपने खेल में बल्कि अपने व्यवहार में भी चैंपियन होता है.