भारतीय हॉकी की असली परीक्षा एशियाड फाइनल में होगीः जफर इकबाल

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 18-03-2023
भारतीय हॉकी
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नकुल शिवानी / नई दिल्ली

इस साल जनवरी में विश्व कप में नौवें स्थान पर रहने की निराशा के बाद हाल ही में समाप्त हुए एफआईएच प्रो लीग हॉकी टूर्नामेंट में भारत के प्रदर्शन ने भारतीय प्रशंसकों के चेहरे पर मुस्कान वापस ला दी है. पूर्व अंतरराष्ट्रीय और स्वर्ण पदक जीतने वाली मास्को ओलंपिक टीम के सदस्य जफर इकबाल कहते हैं, ‘‘यह भारतीय हॉकी के लिए शुभ संकेत है.’’

क्रास ओवर चरण में पेनल्टी शूट आउट में मेजबान देश की न्यूजीलैंड से 4-5 की करारी शिकस्त के बाद युवा प्रशंसकों के चेहरों पर आंसू आ गए थे. इस हफ्ते राउरकेला स्टेडियम में उमड़े प्रशंसक बेसुध होकर घर लौट गए थे.

भारत ने तीन देशों के प्रो लीग मैचों में विश्व चैंपियन जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया को दो बार हराकर अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गया. 11 मार्च को पहले मैच में भारत ने जर्मनी को 3-2 से हराया था. मानो यह साबित करने के लिए कि यह कोई संयोग नहीं था, उन्होंने दूसरे मैच में विश्व चैंपियन को 6-3 से हरा दिया. लेकिन भारतीय हॉकी की वापसी की कहानी इस हफ्ते यहीं खत्म नहीं होती. हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम ने भी दोनों मैचों में ऑस्ट्रेलिया को मात दी.

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जफर इकबाल ने कहा, ‘‘युवा पक्ष द्वारा प्रदर्शन उत्साहजनक है. लंबे समय के बाद यह एक महत्वपूर्ण वर्ष है, क्योंकि हमारे सामने एशियाई खेल हैं और फाइनल जीतना हमारे लिए जरूरी है. इससे पेरिस ओलंपिक के लिए हमारी सीधी क्वालीफिकेशन सुनिश्चित हो जाएगी, नहीं तो हमें क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट की मुश्किलों से गुजरना होगा.’’

विश्व कप में हार के बाद हॉकी इंडिया ने भारतीय हॉकी खेल के ढांचे में बदलाव किया है. कोच ग्राहम रीड ने इस्तीफा दे दिया, जैसा कि उनके सहयोगी स्टाफ की टीम ने किया था. कुछ खिलाड़ियों को या तो आराम दिया गया या फिर टीम से बाहर कर दिया गया. डेविड जॉन और बीजे करिअप्पा अंतरिम कोच के रूप में दक्षिण अफ्रीका के क्रेग फुल्टन के कुछ हफ्तों के समय में टीम की बागडोर संभालने तक जगह भरने के लिए आए.

जफर कहते हैं, ‘‘पहली नजर में, यह एक ऐसा पक्ष दिखता है जो निकट भविष्य के लिए एक बड़ा केंद्र प्रदान कर सकता है. टीम में कुछ होनहार खिलाड़ी हैं, जो उन्हें मिले मौके का पूरा फायदा उठा रहे हैं. चयनकर्ताओं के लिए उन्हें नजरअंदाज करना मुश्किल होगा और जो खिलाड़ी प्रो लीग में खेलने से चूक गए हैं उन्हें अपनी जगह वापस हासिल करने के लिए दोगुनी मेहनत करनी होगी.’’

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इस सप्ताह राउरकेला में कुछ उत्कृष्ट प्रदर्शन फॉरवर्ड और मिडफील्डर्स द्वारा किए गए थे. जफर ने सुखजीत और तमिलनाडु के ब्रेकआउट टैलेंट कार्ति सेल्वम को भविष्य की दो शुरुआत के रूप में पहचाना. जफर कहते हैं, “सुखजीत और कार्थी शानदार थे. अन्य फारवर्ड जो अब तक भारतीय टीम में नियमित रहे हैं, उनके लिए टीम में अपनी जगह बनाए रखना मुश्किल होगा.”

इसके अलावा, कप्तान हरमनप्रीत सिंह को पेनल्टी कार्नर को गोल में तब्दील करते हुए देखना अच्छा रहा. यह एक ऐसा क्षेत्र था, जिसने भारत को विश्व कप में नीचा दिखाया. जफर ने कहा, ‘‘शॉर्ट कॉर्नर के निष्पादन में कुछ गड़बड़ थी. पुशर, स्टॉपर और ड्रैग फ्लिकर के बीच सामंजस्य की कमी देखी जा सकती थी. शायद एक सेकंड की देरी हमारे मौके को बर्बाद कर रही थी.’’ जफर कहते हैं, “हमें हरमनप्रीत के लिए एक ठोस छाया खोजने की जरूरत है. जुगराज को एफआईएच प्रो लीग के लिए लाया गया है. वह अच्छा है, लेकिन थोड़ा कच्चा है. हो सकता है, समय के साथ वह परिपक्व हो जाए.”

फिलहाल एफआईएच प्रो लीग के साथ, कुछ महीनों में बड़ी तस्वीर भारत का इंतजार कर रही है. जफर इकबाल कहते हैं कि ‘‘एशियाड फाइनल बहुत बड़ा है. मलेशिया और पाकिस्तान है. लेकिन असली खतरा दक्षिण कोरिया से है. वे अंतरराष्ट्रीय हॉकी में मजबूत वापसी कर रहे हैं. वे विश्व कप में अच्छे थे और एशियाई खेलों में हमारे असली चुनौती होंगे, जिसे हमें 2024 में पेरिस के लिए हमारी सीधी उड़ान सुनिश्चित करने के लिए जीतना चाहिए.’’

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’’बड़े टूर्नामेंट में हमारे खिलाड़ियों की परीक्षा होनी चाहिए. एफआईएच प्रो लीग ठीक है. यह हमारी सहित सभी टीमों के लिए सिर्फ एक प्रायोगिक प्रक्रिया है. इन युवा तोपों की असली परीक्षा तब होगी, जब उन्हें बड़े टूर्नामेंटों ओलंपिक, एशियाई खेलों, विश्व कप की कड़ाही में परखा जाएगा. उन्हें उस परीक्षा को पास करना होगा, तभी हम कह सकते हैं कि हम विश्व कप के दिल टूटने को भूल गए हैं.’’

पूर्व भारतीय अंतरराष्ट्रीय एक चेतावनी जोड़ने से पहले कहते हैं, ‘‘लेकिन मैंने इस सप्ताह राउरकेला में जो देखा, उससे मैं खुश हूँ. मुझे सुरंग के अंत में प्रकाश दिखाई देता है.’’ असली परीक्षा इस साल के अंत में एशियाड फाइनल होगी.

 

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