पीवी सिंधु 'नई जिंदगी', 'नए लक्ष्यों' के साथ तैयार

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 14-01-2025
PV Sindhu ready for 'new life', 'new goals'
PV Sindhu ready for 'new life', 'new goals'

 

नई दिल्ली

भारत की दिग्गज शटलर और दो बार की मेडलिस्ट पीवी सिंधु अपनी शादी के बाद वापस प्रतिस्पर्धी खेल पर अपना फोकस कर रही हैं. उन्होंने नए सीजन के लिए 'नए लक्ष्य' निर्धारित किए हैं. सिंधु ने पिछले साल उदयपुर में हैदराबाद के बिजनेसमैन वेंकट दत्त साई के साथ शादी की है. वह मंगलवार से इंडिया ओपन, बीडब्ल्यूएफ सुपर 750 में हिस्सा लेंगी, जो शादी के बाद उनका पहला टूर्नामेंट भी होगा. 

सिंधु ने टूर्नामेंट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में  बताया, "नया साल है, तो नए लक्ष्य हैं, नई जिंदगी है और नया दौर है. मैं इसे लेकर बहुत उत्साहित हूं. यह मेरे लिए शादी के बाद और नए सीजन का पहला टूर्नामेंट है, और वो भी अपने देश में. मैंने पिछले साल चोट की वजह से यह टूर्नामेंट मिस कर दिया था. मैं इसे लेकर तैयार हूं और उम्मीद है कि अच्छा प्रदर्शन करूंगी."

सिंधु ने 2017 में इंडिया ओपन जीता था और 2018 में वह उपविजेता रही थीं. इसके बाद 2019 और 2022 में वह सेमीफाइनल तक पहुंचीं, लेकिन 2023 में पहले दौर में बाहर हो गईं. चोट के कारण उन्होंने पिछले साल का सुपर 750 टूर्नामेंट भी नहीं खेला था. 

स्थानीय प्रशंसकों के समर्थन को लेकर उन्होंने कहा, "यहां हमेशा दर्शकों का अच्छा समर्थन मिलता है.मुझे उम्मीद है कि यहां भी फैन्स मेरा साथ देंगे और उनके समर्थन से मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगी."सिंधु का पहला मुकाबला युवा भारतीय खिलाड़ी अनुपमा उपाध्याय के साथ होगा.

उन्होंने नई प्रतिभाओं की तारीफ करते हुए कहा, "बहुत सारे युवाओं में प्रतिभा है. वे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि, कोर्ट पर हर खिलाड़ी एक प्रतिद्वंद्वी होता है, और आप किसी को हल्के में नहीं ले सकते."  29 वर्षीय सिंधु ने पिछले महीने सैयद मोदी इंटरनेशनल खिताब जीतकर दो साल का खिताबी सूखा खत्म किया.

2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सिंधु के लिए समय चुनौतीपूर्ण रहा. चोट के कारण उन्हें फॉर्म में लौटने में कठिनाई हुई, और 2023 में शुरुआती दौर से बाहर होने के कारण उनकी रैंकिंग टॉप-10 से बाहर हो गई, जो 2016 से बनी हुई थी. 

साथ ही, पेरिस ओलंपिक में प्री-क्वार्टर फाइनल में हार के कारण सिंधु लगातार तीसरा ओलंपिक पदक नहीं जीत सकीं. लेकिन अब वह अपनी नई शुरुआत और नए सपनों के साथ मैदान में उतर रही हैं.