नई दिल्ली. पाकिस्तान को इंग्लैंड के खिलाफ पारी और 47 रनों से मिली करारी हार के कुछ घंटों बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने नई सेलेक्शन कमेटी का ऐलान किया है. इसमें पूर्व टेस्ट क्रिकेटर अकीब जावेद, अजहर अली, टेस्ट अंपायर अलीम डार और विश्लेषक हसन चीमा को शामिल किया गया है.
आनन फानन में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बहुत बड़े बदलाव कर दिए हैं. अब इसका असर टीम पर कितना पड़ता है, वो तो भविष्य में ही पता चलेगा.
यह मोहम्मद यूसुफ के पैनल से इस्तीफा देने के ठीक 10 दिन बाद हुआ है, और यह बदलाव ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तान का सभी प्रारूपों में प्रदर्शन सबसे खराब है.
यह तिकड़ी पूर्व खिलाड़ी असद शफीक और टीम विश्लेषक हसन चीमा के साथ शामिल हो गई है, जिनके पास अब चयन पैनल में वोटिंग अधिकार हैं.
पीसीबी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि पाकिस्तान के मुख्य कोच गैरी कर्स्टन (सफेद गेंद) और जेसन गिलेस्पी (लाल गेंद) मतदान सदस्य के रूप में चयन समिति में बने रहेंगे या नहीं, या फिर नये पैनल का मुख्य चयनकर्ता कौन होगा.
अलीम डार ने हाल ही में घोषणा की थी कि मौजूदा सत्र में वह आखिरी बार अंपायरिंग करेंगे और यह पहली बार है जब पाकिस्तान की चयन समिति में कोई प्रतिष्ठित अंपायर शामिल है.
नई चयन समिति का पहला कार्य इंग्लैंड के खिलाफ शेष दो टेस्ट मैचों के लिए पाकिस्तान टीम का चयन करना होगा, दूसरा टेस्ट 15 अक्टूबर से शुरू होगा.
मुल्तान में पहले टेस्ट में करारी हार के बाद वे टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली टीम बन गए, जिसने अपनी पहली पारी में 500 से अधिक रन बनाने के बाद पारी से मैच गंवा दिया.
उन्हें ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में भविष्य की श्रृंखलाओं के लिए पाकिस्तान की सफेद गेंद वाली टीमों का चयन भी करना है. शान मसूद के नेतृत्व में मुल्तान में अपने घरेलू हालात में लगातार छठी हार के बाद, पाकिस्तान अब 16.67 के अंक प्रतिशत के साथ आठ मैचों में केवल 16 अंक लेकर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप अंक तालिका में सबसे नीचे खिसक गया है.
ये भी पढ़ें : अयोध्या के इस मुस्लिम बहुल इलाके में 1963 से किया जा रहा है रामलीला का मंचन
ये भी पढ़ें : बिहार की इस रामलीला में सीता से लेकर शिव के किरदार निभाते हैं मुस्लिम
ये भी पढ़ें : नवरात्रि: भारतीय नारी शक्ति का उत्सव और सम्मान
ये भी पढ़ें : अल-मस्जिद अन-नबवी के कौन हैं 11 प्रमुख इमाम, जानिए उनके बारे में