No one has the right to talk about Rohit Sharma, Harbhajan Singh lashes out at Congress leader Shama Mohammad
नई दिल्ली, 4 मार्च (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद द्वारा भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस पर की गई टिप्पणी को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने कड़ा विरोध जताया है। हरभजन ने कहा कि शमा मोहम्मद को रोहित शर्मा के बारे में इस तरह की नकारात्मक टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।
हरभजन सिंह ने सोमवार को एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि रोहित शर्मा वह खिलाड़ी हैं, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए कई सालों तक अपनी सेवाएं दी हैं और अभी भी वह टीम का नेतृत्व बखूबी कर रहे हैं। रोहित शर्मा एक महान खिलाड़ी हैं, जिन्होंने देश के लिए बहुत कुछ किया है। वह अभी भी भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान हैं और अपनी फिटनेस और प्रदर्शन के आधार पर टीम में बने हुए हैं। अगर उनकी फिटनेस ठीक नहीं होती, तो वह टीम का हिस्सा नहीं होते।
हरभजन सिंह ने शमा मोहम्मद पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि टीम में शामिल होने के लिए आपको कई स्तरों की फिटनेस से गुजरना पड़ता है। मैं यह जानना चाहता हूं कि क्या वह फिटनेस कोच हैं, बीसीसीआई की अध्यक्ष हैं या किसी खेल से जुड़ी हुई हैं, ताकि उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी हो। मुझे नहीं लगता कि उन्होंने तथ्यों को सही से समझा है।
उन्होंने आगे कहा कि रोहित शर्मा की तुलना किसी ऐसे खिलाड़ी से की जा रही है, जो अभी भी टीम में हैं, लेकिन यह तुलना बिल्कुल भी उचित नहीं है। मुझे लगता है कि शमा मोहम्मद को फिटनेस के सही मापदंडों का ज्ञान नहीं है। हमें सिर्फ रोहित शर्मा की फिटनेस या व्यक्तिगत मामलों पर चर्चा करने के बजाय उनके योगदान पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
हरभजन सिंह का यह बयान तब आया है जब कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर सवाल उठाए थे। शमा मोहम्मद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर रोहित शर्मा को "मोटा खिलाड़ी" और "अप्रभावी कप्तान" कहा था। उन्होंने लिखा था, "रोहित शर्मा एक खिलाड़ी के लिए बहुत मोटे हैं! वजन कम करने की जरूरत है! और निश्चित रूप से, वह भारत के सबसे अप्रभावी कप्तान हैं।
इसका समर्थन करते हुए तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत राय ने कहा, "मैंने सुना है और यह ठीक ही है कि रोहित शर्मा का प्रदर्शन बहुत खराब था। उन्होंने एक सेंचुरी बनाई थी, लेकिन बाकी मौकों पर 2, 3, 4 या 5 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें तो टीम में रहना ही नहीं चाहिए। भारतीय टीम जीतती है, क्योंकि बाकी खिलाड़ी अच्छा खेलते हैं, लेकिन कप्तान का कोई योगदान नहीं है। शमा मोहम्मद ने जो कहा है वो सही ही कहा है।"