मुकुट सरमा / गुवाहाटी
भारत एक दिन दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजन ओलंपिक में छा जाएगा. भारतीय एथलीटों का शानदार प्रदर्शन पूरी दुनिया का दिल जीत लेगा. भारतीय एथलीट ओलंपिक में एक के बाद एक पदक जीतकर पूरे देश को गौरवान्वित करेंगे. भारतीय खेलों के ऐसे स्वर्णिम युग के आने के लिए खेल प्रेमियों को शायद कुछ और साल इंतजार करना पड़े. लेकिन ओलंपिक में भारतीय खेलों के स्वर्णिम युग को देखने के सपने के साथ एक भारतीय मुस्लिम युवा ने जमीनी स्तर पर एक महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की है.
उन्होंने स्कूलों में खेल के माहौल को बनाने, खेल के बुनियादी ढांचे में सुधार करने, अकादमियों को चलाने और जमीनी स्तर से प्रतिभाओं की पहचान करके पूरे भारत में एक स्थायी खेल वातावरण बनाने के लिए ‘प्ले स्पोर्ट्स’ नामक एक विशेष परियोजना शुरू की है. यह एक ऐसा शख्स है, जो देश में खेलों के विकास के लिए निस्वार्थ भाव से काम कर रहा है.
उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर मुजफ्फरनगर में एक मध्यम वर्गीय मुस्लिम परिवार में जन्मे लविश चौधरी दुबई में एक प्रमुख उद्यमी हैं. वे आईटी की दुनिया में एक अग्रणी नेता हैं, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), फॉरेक्स ट्रेडिंग और वैश्विक क्रिप्टो करेंसी के क्षेत्र में.
वे 2036 ओलंपिक तक भारत को एक खेल महाशक्ति बनाने की योजना बना रहे हैं. सानिया मिर्जा, एमसी मैरी कॉम, हरभजन सिंह और अन्य जैसे दिग्गज खिलाड़ी लविश चौधरी के इस नेक काम को ‘प्ले स्पोर्ट्स’ प्रोजेक्ट के माध्यम से अपना समर्थन देने के लिए आगे आए हैं, जिसका उद्देश्य देश के खेल बुनियादी ढांचे में सुधार करना और जमीनी स्तर पर प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज करना और उनका पोषण करना है.
छह बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन और महिला युगल में पूर्व विश्व नंबर एक सानिया मिर्जा और ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम को लविश चौधरी के प्ले स्पोर्ट्स प्रोजेक्ट के लिए ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया है. सोमवार को दुबई में एक शानदार समारोह में सानिया मिर्जा, एमसी मैरी कॉम और हैंडसम टेलीविजन अभिनेता रणविजय सिंह को प्ले स्पोर्ट्स का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया. इस कार्यक्रम में टीम इंडिया के पूर्व स्टार ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह, बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा धूपिया, मशहूर जादूगर सुहानी शाह, लोकप्रिय भारतीय मॉडल और अभिनेता प्रिंस नरूला और अन्य लोग शामिल हुए.
इसी कार्यक्रम में लविश चौधरी का नया सोशल मीडिया ऐप ‘गिन्नी’ भी लॉन्च किया गया. इंस्टाग्राम जैसा यह नया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म दर्शकों के साथ-साथ क्रिएटर्स को भी पैसे कमाने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा.
सानिया मिर्जा ने कहा कि वह स्कूल स्तर पर खेलों के विकास के लिए प्ले स्पोर्ट्स की योजनाओं को देखते हुए इस परियोजना से जुड़ी हैं. मिर्जा ने कहा, ‘‘प्ले स्पोर्ट्स का लक्ष्य पहले चरण में दिल्ली एनसीआर और जयपुर के स्कूलों और समुदायों में खेल के बुनियादी ढांचे और प्रशिक्षण सुविधाओं में सुधार करना है और फिर इसे पूरे देश में ले जाना है. मुझे इन चीजों में बहुत दिलचस्पी है.‘‘
टेनिस स्टार ने कहा, ‘‘प्ले स्पोर्ट्स ने स्कूलों में खेल उपकरण भी उपलब्ध कराए हैं और स्कूलों में खेल पाठ्यक्रम भी खोले हैं. इसने मुझे उनके साथ जुड़ने के लिए प्रेरित किया है. मेरे लिए प्ले स्पोर्ट्स उन खेलों को कुछ वापस देने के मामले में है, जिन्होंने मुझे प्रसिद्धि और वैश्विक पहचान दिलाई. यह एक सुंदर मंच है.’’
पद्म भूषण और मेजर ध्यानचंद (तत्कालीन राजीव गांधी) खेल रत्न पुरस्कारों से अलंकृत पूर्व टेनिस सनसनी ने कहा कि 2036 ओलंपिक 12 साल दूर हैं और प्ले स्पोर्ट्स का उद्देश्य स्कूलों से प्रतिभाओं की पहचान करना और उन्हें विश्व स्तरीय ओलंपियन तैयार करने के लिए पर्याप्त कोचिंग और उपकरणों के साथ ठीक से तैयार करना है. इस बीच, छह बार की विश्व चौंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम, जो उत्तर पूर्व का गौरव हैं और एक मुक्केबाज के रूप में अपने दृढ़ संकल्प और मानसिक शक्ति के लिए खेल जगत में श्मैग्नीफिसेंट मैरीश् के रूप में प्रतिष्ठित हैं, प्ले स्पोर्ट्स से जुड़ने के लिए उत्साहित हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह उन्हें युवा प्रतिभाओं को पोषित करने का अवसर देगा.
2014 एशियाई खेलों और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता 41 वर्षीय मैरी कॉम ने कहा कि एक एथलीट के रूप में जिन्होंने परिवर्तनकारी शक्ति देखी है खेल जगत में अपनी गहरी पैठ रखने के कारण, प्ले स्टपोटर््स के ब्रांड एंबेसडर के रूप में शामिल होना स्वाभाविक विकल्प था. मैरी कॉम ने कहा, ‘‘मैं युवा प्रतिभाओं को निखारने और भारत भर में खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही हूं. प्ले स्टपोटर््स का भी यही विजन है. इसलिए मैं उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं. यही एक और मुख्य कारण है जिसने मुझे प्ले स्टपोटर््स से जुड़ने के लिए प्रेरित किया. वे जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.’’
लंदन 2012 ओलंपिक में महिला मुक्केबाजी फ्लाईवेट (51 किग्रा वर्ग) में कांस्य पदक जीतकर अपने देश को गौरवान्वित करने वाली मैरी कॉम ने कहा कि इस तरह की पहल भारत में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप है. मैरी कॉम ने कहा कि 2036 ओलंपिक की मेजबानी करने का भारत का सपना एक ऐसा विजन है जो विश्व मंच पर देश के बढ़ते प्रभाव और खेलों के विकास के प्रति उसकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
मैरी कॉम ने कहा, ‘‘यह महत्वाकांक्षी प्रयास भारत की अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, तकनीकी प्रगति और विकसित हो रहे खेल बुनियादी ढांचे को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने की इच्छा का प्रतीक है. प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य 2036 तक भारत को शीर्ष 10 खेल देशों में से एक बनाना है और इसके लिए देश के युवाओं की भागीदारी की आवश्यकता है. प्ले स्पोर्ट्स जैसी पहल देश को प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण को पूरा करने में मदद करेगी और युवाओं को विश्व मंच पर चमकने के लिए एक मंच प्रदान करेगी.’’
मुजफ्फरनगर के लविश चौधरी टीएलसी 2.0 के संस्थापक भी हैं, जो अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के प्रायोजकों में से एक है, जिसने हाल ही में संपन्न आईसीसी ट्वेंटी 20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया. उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में भारत में रियल कबड्डी लीग नामक एक पेशेवर कबड्डी लीग का आयोजन करके भारतीय खेलों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है. इस साल मई में, लविश चौधरी ने दुबई में कैंप विद चौंप नामक उभरते क्रिकेटरों के लिए एक कोचिंग कैंप का आयोजन किया, जिसमें युवराज सिंह, लालचंद राजपूत, इमरान ताहिर और अन्य जैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सितारे शामिल थे.
रियल एस्टेट और फाइनेंस टेक्नोलॉजी की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाले भारतीय युवा लविश चौधरी, यॉर्करएफएक्स नामक एक अंतरराष्ट्रीय ब्रोकर हाउस और बॉटब्रो नामक एक एआई ट्रेडिंग रोबोट के मालिक भी हैं. 2021 से लगभग 120 देशों में संचालित इस सेवा के साथ, उन्होंने आम जनता के लिए फॉरेक्स ट्रेडिंग को आसान और जोखिम मुक्त बना दिया है.