फरहान इसराइली और ब्यूरो रिपोर्ट/ जयपुर- नई दिल्ली
भारत के दो विशेष खिलाड़ियों ने दो विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश को स्वर्ण सहित कई पदक दिलाए. जहां बैंकॉक में आयोजित अंग प्रत्यारोपितों की विश्व चैंपियनशिप में भारतीय दल को गोल्ड दिलाने में माइनिंग इंजीनियर आरिफ मोहम्मद शेख सफल रहे, वहीं बिहार के शम्स आलम शेख क्रोएशिया में आयोजित जाग्रेब पैरा स्विमिंग ओपन में तीन पदक बटोरने में सफल रहे.
पहली रिपोर्ट के अनुसार, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में 26 से 30 जून 2024 तक आयोजित प्रथम वर्ल्ड स्पोर्ट्स ट्रांसप्लांट चैंपियनशिप में भारतीय दल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कई पदक जीते.
राजस्थान माइंस विभाग के माइनिंग इंजीनियर आरिफ मोहम्मद शेख सहित भारतीय दल ने एक स्वर्ण, दो रजत, दो कांस्य पदक जीते. युगल और टीम प्रतियोगिताओं में चार कांस्य पदक भी भारत के खाते में आए.
भारतीय दल में दिल्ली के राहुल कुमार (हार्ट ट्रांसप्लांट), पराग कमल शर्मा (दिल्ली), सतबीर सिंह (हरियाणा), जयपुर के हर्षवर्धन सिंह, हितेश शर्मा, अमित कुमार, सैयद मुजाहिद अली नकवी, उदयपुर की रेहाना बेगम, आरिफ मोहम्मद शेख (राजस्थान) और झुन्झुनू के भवानी सिंह (किडनी ट्रांसप्लांट) शामिल थे.
उदयपुर की रेहाना बेगम ने सपोर्टर केटेगरी में भाग लिया और ऑर्गन इंडिया, पाराशर फाउंडेशन के पदाधिकारी शंकर अरोड़ा ने टीम मैनेजर की भूमिका निभाई.प्रतियोगिता में भारत, चीन, थाईलैंड, हांगकांग, मलेशिया और फ्रांस के कुल 96 महिला और पुरुष खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया.
पदक जीतने वाले खिलाड़ी और प्रतियोगिताएं
खान सचिव आनंदी और खान विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने माइनिंग इंजीनियर आरिफ मोहम्मद शेख सहित भारतीय दल के सदस्यों को शुभकामनाएं और बधाई दी.यह प्रतियोगिता अंग प्रत्यारोपित व्यक्तियों के प्रति समाज की धारणा बदलने और प्रत्यारोपित व्यक्तियों में आत्मविश्वास और जीवन के प्रति सकारात्मकता पैदा करने के उद्देश्य से आयोजित की जाती है.
इधर, 5 से 7 जुलाई तक जाग्रेब क्रोएशिया में आयोजित जाग्रेब पैरा स्विमिंग ओपन 2024 में शम्स आलम शेख ने 3 पदक जीत लिए.मोहम्मद शम्स आलम शेख ने 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में रजत, 200 मीटर व्यक्तिगत में रजत और 50 मीटर बटरफ्लाई में कांस्य पदक प्राप्त किए. उन्होंने 200 मीटर में नेशनल रिकॉर्ड भी बनाया.
प्रतियोगिता के बाद आवाज द वाॅयस से बात करते हुए शम्स आलम ने कहा कि वह अपनी जीत का श्रेय मुख्य कोच रीना दास, भारतीय खेल प्राधिकरण, गांधीनगर को देना चाहेंगे. दरअसल, यह सफलता उन सभी लोगों की जीत है जिन्होंने इस यात्रा में उनका साथ दिया.
शम्स आलम ने बिहार सरकार और खेल महानिदेशक, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण रवींद्रन शंकरन आई.पी.एस. को भी उन्हें समर्थन देने के लिए धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि खेल जगत में उन्हें आगे बढ़ाने में भारतीय पैरालंपिक समिति और बिहार पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन उनकी भरपूर मदद कर रहे हैं.
साथ ही अपनी जीत का श्रेय शम्स ने भारतीय खेल प्राधिकरण गांधीनगर के क्षेत्रीय निदेशक मणिकांत शर्मा, ओमकार , कार्तिकेन , मोहिनी , जगनारायण , बिजेंद्र , साथी पैरा एथलीट, का भी दिया.इस मौके वह अपनी पत्नी, दोस्तों और परिवार के सदस्यों को याद करना नहीं भूले.