वॉलीबॉल में जामिया का परचम, दिल्ली विश्वविद्यालय की टीम को दी मात

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 10-10-2024
Jamia's flag hoisted in volleyball, defeated Delhi University's team
Jamia's flag hoisted in volleyball, defeated Delhi University's team

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के लिए यह गौरव का क्षण है, जब विश्वविद्यालय की पुरुष वॉलीबॉल टीम ने "मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज वॉलीबॉल टूर्नामेंट" में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा. यह टूर्नामेंट 3-4 अक्टूबर, 2024 को आयोजित किया गया, जिसमें कुल 15 टीमों ने भाग लिया.

 कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद, जामिया की टीम ने उत्कृष्ट खेल कौशल और शानदार टीमवर्क का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में दिल्ली विश्वविद्यालय के श्याम लाल कॉलेज को पराजित किया.

टूर्नामेंट का सफर: संघर्ष और सफलता की कहानी

टूर्नामेंट के दौरान, जामिया की टीम ने न केवल अपनी तकनीकी दक्षता, बल्कि सामूहिक खेल भावना का भी बेहतरीन प्रदर्शन किया. शुरू से ही उनकी रणनीति, खिलाड़ियों की एकजुटता, और मैदान पर दिए गए शारीरिक व मानसिक समर्पण ने उन्हें बाकी टीमों से अलग रखा. हर मैच में उनकी ऊर्जा और खेल पर पकड़ ने विरोधी टीमों को मुश्किल में डाल दिया.

फाइनल मैच में, श्याम लाल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय की टीम ने भी कड़ी टक्कर दी.दोनों टीमों के बीच मुकाबला अत्यंत रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक था, लेकिन जामिया की टीम ने अपनी दक्षता से खेल पर पकड़ बनाए रखी और अंततः विजेता बनी. इस जीत के साथ, जामिया ने टूर्नामेंट का स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया और पूरे विश्वविद्यालय का मान बढ़ाया.


jamia
 

कुलपति से मुलाकात और प्रशंसा

जीत के बाद, जामिया मिल्लिया इस्लामिया की विजयी टीम ने विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो. मोहम्मद शकील से उनके कार्यालय में मुलाकात की. कुलपति ने टीम के प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्हें इस ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई दी.

उन्होंने खिलाड़ियों के मेहनत, अनुशासन, और समर्पण की तारीफ की और कहा कि यह जीत केवल एक स्वर्ण पदक ही नहीं है, बल्कि विश्वविद्यालय की खेल संस्कृति और छात्रों के आत्मविश्वास को भी नई ऊँचाइयों पर ले जाती है.

प्रो. मोहम्मद शकील ने टीम के कोच और सभी खिलाड़ियों को भविष्य के टूर्नामेंट्स में भी इसी तरह का प्रदर्शन जारी रखने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने यह भी कहा कि खेल से छात्रों में अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता का विकास होता है, जो उनके जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी साबित होता है.

भविष्य की चुनौतियाँ और उम्मीदें

इस जीत के बाद, जामिया मिल्लिया इस्लामिया की वॉलीबॉल टीम को आगे आने वाले कई बड़े टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेना है. टीम के खिलाड़ियों और कोच ने आश्वस्त किया है कि वे अपने खेल में निरंतर सुधार करते रहेंगे और आने वाले आयोजनों में भी अपने विश्वविद्यालय का नाम रोशन करेंगे. इस जीत ने जामिया के खेल विभाग को भी नई प्रेरणा दी है और वे भविष्य में अन्य खेलों में भी इसी प्रकार के प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं.

निष्कर्ष

जामिया की वॉलीबॉल टीम की यह जीत न केवल उनके खेल कौशल की प्रमाणिकता है, बल्कि यह विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है. यह जीत यह संदेश देती है कि कड़ी मेहनत, टीम वर्क और समर्पण से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है. जामिया मिल्लिया इस्लामिया को अपनी वॉलीबॉल टीम पर गर्व है, और आने वाले दिनों में उनके और अधिक सफलताओं की उम्मीद है.