आवाज द वाॅयस/श्रीनगर
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने श्रीनगर में एक नई फ्रेंचाइज़ी आधारित टी20 क्रिकेट लीग – एपिक विक्ट्री क्रिकेट लीग (EVCL) की शुरुआत की है. इस लीग का उद्देश्य है देशभर, विशेषकर कश्मीर, उत्तर प्रदेश और पंजाब के उन कच्चे और प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को एक मंच देना जिन्हें अब तक अपना हुनर दिखाने का मौका नहीं मिला.
रेडिसन होटल श्रीनगर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पठान ने बताया कि यह टूर्नामेंट सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जिसका मकसद गली क्रिकेट और प्रोफेशनल क्रिकेट के बीच की खाई को पाटना. लीग का पहला संस्करण सितंबर 2025 में शुरू होगा, जिसके लिए 15 जून से 31 जुलाई तक 20 शहरों में ट्रायल्स आयोजित किए जाएंगे..
युवाओं को मिलेगा बड़ा मौका
पठान ने कहा, “बहुत से ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें आज तक मंच नहीं मिला। ये लीग उन्हीं के लिए है। हमें कुपवाड़ा से लेकर बारामुल्ला तक हर इलाके में टैलेंट मिला है – बस उन्हें सही मार्गदर्शन और अनुभव की ज़रूरत है.” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि खिलाड़ियों का चयन केवल योग्यता और प्रदर्शन के आधार पर होगा..
लीग की खास बातें
फ्रेंचाइज़ी आधारित T20 टूर्नामेंट, जिसका फिनाले श्रीनगर में होगा.
200+ खिलाड़ियों का चयन पूरे देश के 20 शहरों में ट्रायल्स के जरिए.
ट्रायल्स 15 जून से 31 जुलाई तक, कश्मीर, यूपी, पंजाब सहित कई राज्यों में.
मैच जम्मू और श्रीनगर में होंगे – कुल 15 हाई-वोल्टेज मुकाबले.
OTT प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीमिंग, जिसमें अंग्रेजी, हिंदी, कश्मीरी और डोगरी में कमेंट्री.
क्रिकेट के साथ-साथ स्थानीय विकास
पठान ने कश्मीर में बुनियादी ढांचे की चुनौतियों को भी स्वीकार किया. उन्होंने बताया कि पहले भी उन्होंने कुछ जिलों में मैटिंग विकेट को टर्फ पिचों में बदलने की कोशिश की थी ताकि खिलाड़ियों को असली क्रिकेटिंग माहौल मिले. उन्होंने कहा।“सही समर्थन मिला तो यहां के बच्चे बहुत आगे जा सकते हैं.”
अनुभव और युवा जोश का मेल
EVCL में अनुभवी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू खिलाड़ियों के साथ-साथ स्थानीय युवा क्रिकेटर भी खेलेंगे.. आयोजकों का मानना है कि यह अनुभव और जोश का मेल खिलाड़ियों के विकास के लिए आदर्श माहौल तैयार करेगा.
लीग के सह-संस्थापक विकास ढाका ने कहा, “यह सिर्फ क्रिकेट नहीं, एक सपना है – वो मंच, जो युवाओं को उनके करियर का सबसे बड़ा ब्रेक दे सकता है.”
पठान का व्यक्तिगत जुड़ाव
पठान ने अपने कश्मीर से गहरे संबंध को भी साझा किया. उन्होंने बताया कि 2018-19 में जम्मू-कश्मीर टीम के साथ मेंटर रहते हुए उन्होंने 50,000 से ज़्यादा युवाओं को प्रभावित किया. उन्होंने भावुक स्वर में कहा,“यहां क्रिकेट के लिए जुनून है, मेहनत है और अब वक्त है उन्हें वो मौका देने का, जिसके वो हकदार हैं.”
एपिक विक्ट्री क्रिकेट लीग सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि उन हज़ारों युवाओं के लिए उम्मीद की किरण है जो क्रिकेट को सिर्फ खेल नहीं, अपना सपना मानते हैं.इरफान पठान और उनकी टीम का यह कदम निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट के नक्शे पर कई नई कहानियां लिखेगा – खासकर कश्मीर की जमीनी हकीकत से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचने की.