नई दिल्ली
रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए इंटरनेशनल मास्टर्स लीग टी20 2025के फाइनल मुकाबले में इंडिया मास्टर्स ने वेस्टइंडीज मास्टर्स को 6विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया. वेस्टइंडीज मास्टर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20ओवर में 7विकेट खोकर 148रन बनाए, जिसके जवाब में इंडिया मास्टर्स ने 17.1ओवर में 4विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. इस शानदार जीत के नायक रहे अंबाती रायडू, जिन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया.
वेस्टइंडीज मास्टर्स की शुरुआत शानदार रही. सलामी बल्लेबाज ड्वेन स्मिथ ने 35गेंदों में 45रन की तेज पारी खेली, जिसमें 6चौके और 2छक्के शामिल थे. हालांकि, शाहबाज नदीम ने उन्हें आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई. कप्तान ब्रायन लारा (6) और विलियम पर्किन्स (6) सस्ते में पवेलियन लौट गए. लेंडल सिमंस ने 41गेंदों में 57रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 5चौके और 1छक्का शामिल था, लेकिन विनय कुमार ने उन्हें बोल्ड कर वेस्टइंडीज की उम्मीदों को झटका दिया. रवि रामपाल (2), चैडविक वाल्टन (6) और आंद्रे नर्स (1) भी कुछ खास नहीं कर सके. दिनेश रामदीन 12रन बनाकर नाबाद रहे.
वेस्टइंडीज की टीम 20ओवर में 148/7का स्कोर ही बना सकी. भारत की ओर से विनय कुमार और शाहबाज नदीम ने क्रमशः तीन और दो विकेट लिए.
149रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंडिया मास्टर्स की टीम को अंबाती रायडू और सचिन तेंदुलकर ने शानदार शुरुआत दी. रायडू ने 50गेंदों में 74रन की धमाकेदार पारी खेली, जिसमें 9चौके और 3छक्के शामिल थे. उनकी 148की स्ट्राइक रेट ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया. सचिन तेंदुलकर ने 18गेंदों में 25रन बनाए और टीम को स्थिरता दी. गुरकीरत सिंह मान ने 12गेंदों में 14रन का योगदान दिया, जबकि यूसुफ पठान खाता खोले बिना आउट हो गए.
युवराज सिंह 11गेंदों में 13रन बनाकर नाबाद रहे और स्टुअर्ट बिन्नी ने 9गेंदों में 16रन की तेज पारी खेलकर टीम को जीत तक पहुंचाया. भारत ने 17.1ओवर में 149/4का स्कोर बनाकर 6विकेट से जीत हासिल की. वेस्टइंडीज की ओर से आंद्रे नर्स ने 2विकेट लिए.
अंबाती रायडू ने अपनी 50गेंदों पर 74रनों की शानदार बल्लेबाजी से न सिर्फ टीम को जीत दिलाई, बल्कि फाइनल में 'प्लेयर ऑफ द मैच' का पुरस्कार भी अपने नाम किया. उनकी आक्रामक पारी ने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को दबाव में ला दिया और इंडिया मास्टर्स के लिए खिताबी जीत की राह आसान कर दी.
यह छह टीमों का टूर्नामेंट रहा जिसमें साउथ अफ्रीकन मास्टर्स और इंग्लैंड मास्टर्स की टीमें लीग स्टेज में ही बाहर हो गई थीं. दो फाइनलिस्टों के अलावा श्रीलंका मास्टर्स और ऑस्ट्रेलियन मास्टर्स की टीमें भी सेमीफाइनल में क्वालीफाई करने में कामयाब रही थीं.
यह इस लीग का पहला संस्करण था जिसमें उम्र के इस पड़ाव पर भी सचिन तेंदुलकर ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया. उन्होंने न केवल शानदार कप्तानी करते हुए टीम को खिताबी जीत दिलाई बल्कि मास्टर ब्लास्टर ने बैटिंग में भी 150से ऊपर के स्ट्राइक रेट से 181रन बनाए. बाएं हाथ के युवराज सिंह ने भी 185के स्ट्राइक रेट के साथ जबरदस्त बल्लेबाजी की. उन्होंने बेहतरीन फिनिशिंग करते हुए 179की औसत के साथ इतने ही रन बनाए. वहीं टॉप रन स्कोरर में शेन वॉटसन नंबर एक पर रहे जिन्होंने छह पारियों में 195के स्ट्राइक रेट के साथ 120.33की औसत से 361रन बनाए.
वहीं गेंदबाजी में एश्ले नर्स ने सर्वाधिक 10 विकेट लिए. भारतीय गेंदबाजों में पवन नेगी ने 9 विकेट लिए. स्टुअर्ट बिन्नी ने भी 7 विकेट लिए. विनय कुमार, शाहबाज नदीम और इरफान पठान ने क्रमशः 8, 6 और 6 विकेट लिए.