भारत ने तीसरी बार जीती चैंपियंस ट्रॉफी, रोहित शर्मा ने रचा इतिहास, एमएस धोनी के साथ खास कप्तान क्लब में शामिल

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 10-03-2025
India won the Champions Trophy for the third time, Rohit Sharma created history, joined the special captain club with MS Dhoni
India won the Champions Trophy for the third time, Rohit Sharma created history, joined the special captain club with MS Dhoni

 

आवाज द वाॅयस/ दुबई

भारतीय क्रिकेट टीम ने एक बार फिर इतिहास रचते हुए तीसरी बार आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। कप्तान रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को रोमांचक फाइनल मुकाबले में 4 विकेट से हराकर ट्रॉफी पर अपना नाम लिख दिया।

 

 

इस जीत के साथ ही रोहित शर्मा भारत के उन खास कप्तानों की सूची में शामिल हो गए, जिन्होंने आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में विदेशी धरती पर "प्लेयर ऑफ द मैच" का अवॉर्ड जीता है। इससे पहले यह उपलब्धि केवल एमएस धोनी (2011), क्लाइव लॉयड (1975) और रिकी पोंटिंग (2003) के नाम दर्ज थी।

दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने सामने से नेतृत्व किया और 83 गेंदों पर 76 रनों की तूफानी पारी खेली। उनके आक्रामक अंदाज ने न्यूजीलैंड की गेंदबाजी को बिखेरकर रख दिया और भारत को खिताबी जीत की राह पर आगे बढ़ाया। उनकी यह पारी फाइनल मुकाबले की निर्णायक कड़ी साबित हुई।

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मैच का रोमांच: रोहित की कप्तानी और भारत की ऐतिहासिक जीत

न्यूजीलैंड की पारी:
न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 251 रन बनाए। हालांकि, भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और कीवी टीम को 260 के अंदर रोकने में सफल रहे। मोहम्मद शमी थोड़े महंगे साबित हुए, लेकिन जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव की सटीक गेंदबाजी ने न्यूजीलैंड को ज्यादा बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया।

भारत की पारी:
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने बेहतरीन शुरुआत दी। रोहित ने अपने ट्रेडमार्क अंदाज में पावरप्ले में तेजी से रन जोड़े और न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को बैकफुट पर धकेल दिया।

हालांकि, एक छोर से विकेट गिरते रहे, लेकिन रोहित ने मोर्चा संभाले रखा और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। जब मैच बीच के ओवरों में फंसा हुआ नजर आया, तब भी रोहित ने अनुभव और धैर्य का परिचय देते हुए स्कोरबोर्ड को लगातार आगे बढ़ाया।

उन्होंने अपने शॉट्स से स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी पारी में 8 चौके और 2 छक्के शामिल रहे। हालांकि, वह एक बड़े शॉट के प्रयास में स्टंप आउट हो गए, लेकिन तब तक भारत जीत के करीब पहुंच चुका था।

भारत की जीत का नायक:
रोहित के आउट होने के बाद सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पांड्या ने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी करते हुए टीम को 4 विकेट से जीत दिलाई। भारतीय टीम ने जैसे ही विजयी रन बनाया, पूरे स्टेडियम में "इंडिया-इंडिया" के नारे गूंज उठे। खिलाड़ियों ने मैदान पर जश्न मनाया और ड्रेसिंग रूम में भी सेलिब्रेशन का माहौल देखने को मिला।


रोहित शर्मा की ऐतिहासिक पारी और कप्तानी की मिसाल

रोहित शर्मा की यह पारी केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं थी, बल्कि यह दिखाती है कि वह एक सफल कप्तान के रूप में भी उभरकर सामने आए हैं।

  1. रणनीतिक कप्तानी:

    • गेंदबाजों का सही इस्तेमाल किया, जिससे न्यूजीलैंड बड़ा स्कोर नहीं बना सका।
    • स्पिनर्स और तेज गेंदबाजों को सही समय पर अटैक पर लगाया, जिससे न्यूजीलैंड की रनगति धीमी रही।
  2. बेहतरीन बल्लेबाजी प्रदर्शन:

    • पावरप्ले में तेजी से रन बनाए, जिससे दबाव कम हुआ।
    • जब जरूरत पड़ी, तब स्ट्राइक को रोटेट कर साझेदारी बनाई।
    • टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित ने कहा,
"नहीं, देखिए। आज भी मैंने कुछ अलग नहीं किया है; मैं वही कर रहा हूं जो मैं पिछले 3-4 मैचों से कर रहा हूं। मुझे पता है कि पावर प्ले में रन बनाना कितना महत्वपूर्ण है, क्योंकि जब फील्ड फैल जाती है और स्पिनर आ जाते हैं तो रन बनाना मुश्किल हो जाता है।"


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एमएस धोनी के साथ खास क्लब में शामिल हुए रोहित शर्मा

इस ऐतिहासिक जीत के साथ रोहित शर्मा ने एमएस धोनी के साथ अपना नाम विशेष कप्तान क्लब में दर्ज करा लिया। वह अब उन चुनिंदा भारतीय कप्तानों में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में विदेशी धरती पर प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता है।

यह उपलब्धि हासिल करने वाले कप्तानों की सूची:

  • क्लाइव लॉयड (वेस्टइंडीज, 1975 वर्ल्ड कप)
  • रिकी पोंटिंग (ऑस्ट्रेलिया, 2003 वर्ल्ड कप)
  • एमएस धोनी (भारत, 2011 वर्ल्ड कप)
  • रोहित शर्मा (भारत, 2025 चैंपियंस ट्रॉफी)

भारत के लिए यह जीत क्यों खास है?

तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाला भारत दुनिया की सबसे सफल टीमों में शामिल हुआ।
विदेशी सरजमीं पर एक और आईसीसी ट्रॉफी जीतकर भारतीय क्रिकेट के प्रभुत्व को साबित किया।
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत को एक नई दिशा मिली, जिससे भविष्य में और भी बड़ी जीत की उम्मीदें बढ़ गईं।


भारतीय क्रिकेट का नया स्वर्णिम अध्याय

टीम इंडिया की यह जीत भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक पल है। रोहित शर्मा की कप्तानी और बल्लेबाजी ने इस खिताबी मुकाबले को यादगार बना दिया। इस जीत से भारतीय क्रिकेट टीम का आत्मविश्वास और भी मजबूत हुआ है और यह संकेत दे रहा है कि भारत आने वाले वर्षों में भी आईसीसी टूर्नामेंट्स में अपना दबदबा बनाए रखेगा।

अब सभी की निगाहें आगामी टी20 वर्ल्ड कप पर होंगी, जहां भारत एक बार फिर ट्रॉफी जीतने का दावेदार होगा।

भारत की यह ऐतिहासिक जीत क्रिकेट प्रेमियों के लिए गर्व का क्षण है! 🎉🏆🇮🇳