बिहार के जाबिर ने नेपाल में जीता गोल्ड,कराटे में फिर मनाया लोहा

Story by  सेराज अनवर | Published by  onikamaheshwari | Date 04-06-2024
Bihar's Jabir won gold in Nepal, proved his mettle in Karate once again
Bihar's Jabir won gold in Nepal, proved his mettle in Karate once again

 

सेराज अनवर / पटना

जाबिर अंसारी ने एक बार फिर अपने हुनर का जादू दिखाया है. पटना यूनिवर्सिटी के उर्दू विभाग के इस होनहार छात्र का जलवा नेपाल में देखने को मिला है. नेपाल में 31 मई से 1 जून 2024 को आयोजित अंतरराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में झाझा निवासी जाबिर ने गोल्ड मेडल जीतकर खेल प्रतिभा में अपना लोहा मनवाया है.
 
इस प्रतियोगिता में 7 देश के खिलाड़ी भाग ले रहे थे, जिसमें भारत,पाकिस्तान, श्रीलंका,बांग्लादेश, भूटान, अफगानिस्तान और नेपाल शामिल थे. भारत से जाबिर अंसारी प्रतिनिधित्व कर रहे थे. गोल्ड जीतने पर पटना यूनिवर्सिटी में जश्न का माहौल है.उर्दू विभाग ने जाबिर को मुबारकबाद पेश किया है. 
 
जाबिर इससे पहले भी श्रीलंका, थाईलैंड, चीन, तुर्की और इजिप्ट में भारत देश का प्रतिनिधित्व कर पदक जीत चुके हैं. 
 
 
नेपाल ने मेयर कप का क्या था आयोजन
 
मेयर कप 2024 फ़ाइनल के नाम से नेपाल के काकरविट्टा मेशीनगर झापा में दसवीं अंतरराष्ट्रीय चैम्पियनशिप का आयोजन 31 मई और 1 जून को किया गया. जहां कई देशों के कराटे खिलाड़ी अपना जलवा बिखरने पहुंचे थे.इस प्रतियोगिता में जाबिर अंसारी पटना यूनिवर्सिटी की तरफ़ से प्रतिनिधित्व कर रहे थे. 
 
कई देशों के खिलाड़ी को पछाड़ते हुए जाबिर ने भारत के लिए गोल्ड मेडल जीत देश और अपनी यूनिवर्सिटी को गौरवान्वित किया है. इस प्रतियोगिता में 7 देश के खिलाड़ियों ने भाग लिया. जिसमें भारत,पाकिस्तान,श्रीलंका,बांग्लादेश,भूटान, अफगानिस्तान ओर नेपाल शामिल रहे.जाबिर ने 75 किलोग्राम वर्ग में नेपाल और भूटान को पराजित कर स्वर्ण पदक पर क़ब्ज़ा कर लिया.इसका श्रेय जाबिर अपने कोच राहुल कुमार को देते हैं. 
 
नेपाल से उन्होंने आवाज़ द वायस को बताया कि राहुल सर रोज 6 से 8 घंटे का कठिन अभ्यास कराते थे. जाबिर के कोच राहुल ने भी बताया कि हमें पूरी उम्मीद थी कि पिछले साल जिस तरह ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी में 188 यूनिवर्सिटी को पछाड़ कर जाबिर ने स्वर्ण पदक पर कब्जा किया था, उसी तरह इस अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी सभी देश को पछाड़ कर स्वर्ण पदक जीत कर यूनिवर्सिटी, राज्य और देश का मान सम्मान बढ़ाएंगे.
 
मालूम हो कि जाबिर इससे पहले भी श्रीलंका,थाईलैंड, चीन, तुर्की और इजिप्ट में जा कर देश का प्रतिनिधित्व कर पदक जीत चुके हैं. जाबिर ने 2015 में अपना पहला मैच खेला था.उसमें सिल्वर मेडल हासिल करने के बाद अपने खेल में निखार लाने लगे. जाबिर राज्य स्तर से लेकर राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदर्शन के आधार पर कई पदक और पुरस्कार अपने नाम कर चुके हैं. 
 
 
 
जाबिर अंसारी को जानिये
 
जाबिर अंसारी कराटे में देश का जाना-माना नाम है. मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले जाबिर को बचपन से कराटे का शौक है.इनके पिता इम्तियाज अंसारी झाझा प्रखंड के तुम्बापहाड़ गांव स्थित स्कूल में शिक्षक हैं. जिस पर पूरा परिवार आश्रित है.जाबिर 4 भाई-बहन में सबसे बड़े हैं.मां फहीमा खातून को राष्ट्र वीरमाता जीजाबाई सम्मान-2018 प्राप्त है.जाबिर ने पांच बार देश का प्रतिनिधित्व किया है.2017 में श्रीलंका में आयोजित दक्षिण एशियाई कराटे प्रतियोगिता में देश के लिए रजत पदक जीता. 
 
जाबिर ने 2018 में चीन , थाईलैंड और 2019 में तुर्की में देश का प्रतिनिधित्व किया. 2018 में इंडोनेशिया में आयोजित एशियाई खेलों में भारत के संभावित कराटे खिलाड़ियों में शामिल हो कर प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया था.
 
बिहार के जमुई जिले के नक्सल प्रभावित सुदूर इलाका झाझा के तुंबापहाड़ गांव के साधारण परिवार का रहने वाला जाबिर अंसारी कराटे की दुनिया में लगातार आगे बढ़ते हुए छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में आयोजित चैंपियनशिप में पटना विश्वविद्यालय के तरफ से खेलते हुए स्वर्ण पदक जीता था. कराटे में पटना यूनिवर्सिटी को एक बार फिर गोल्ड मेडल दिलाते हुए जाबिर अंसारी ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और लगन के बल पर सफलता पाई जा सकती है.
 
बिलासपुर में आयोजित कराटे चैंपियनशिप में देश के लगभग 200 यूनिवर्सिटी के 2500 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था, जिस इवेंट में जाबीर ने गोल्ड मेडल जीता उसमें 140 विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों ने भाग लिया था.
 
जाबिर अंसारी पटना यूनिवर्सिटी के स्नातक तृतीय वर्ष का छात्र स्टेट लेवल कराटे चैंपियनशिप में लगातार छह बार स्वर्ण पदक जीत चुका है, जबकि 2017 और 2019 में सिल्वर और ब्रांड मेडल जीता, पिछले साल ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी कराटे चैंपियनशिप में जाबिर अंसारी ने तीसरा स्थान प्राप्त कर ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम 2022 में भी जाबिर अंसारी ने चौथा स्थान प्राप्त किया था.
 
जमुई जिले के सुदूर गांव के इस खिलाड़ी को बिहार सरकार 2018, 2021 और 2022 में तीन बार खेल सम्मान से सम्मानित कर चुकी है, इसके अलावा भी होनहार मार्शल आर्ट के इस खिलाड़ी को और भी कई सम्मान मिल चुके है. 
 
 
अक्षय कुमार के एक्शन ने बना दिया कराटेमैन
 
जाबिर ने बताया कि एक्शन का सपना तो बचपन से था, छुप-छुप कर सिनेमा देखने जाते थे. उस वक्त अक्षय कुमार और कई एक्टर की एक्शन मूवी आती थी और उन्हें देखकर लगता था कि ऐसा एक्शन सीखना है.लेकिन फिर उन्हें 12वीं की पढ़ाई के लिए जमुई से पटना आना पड़ा, तब पास में ही चल रहे कराटे क्लास को उन्होंने ज्वाइन कर लिया.2015 में उन्होंने पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर मैच खेला. 
 
पहले तो घर वाले चाहते थे कि वह पढ़ाई करें लेकिन उनके रुझान को देखते हुए घर वालों ने कराटे के लिए हां कर दी.जाबिर अभी उर्दू में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे हैं.पटना यूनिवर्सिटी उर्दू विभाग के अध्यक्ष शहाब ज़फर आज़मी कहते हैं कि जाबिर अंसारी की सफलता उर्दू विभाग और पूरी यूनिवर्सिटी के लिए है.हम अपने होनहार छात्र को दिल से बधाई देते हैं वह और आगे बढ़ें और एक दिन देश का नाम बुलंदी पर ले जायें.जाबिर भी कहते हैं कि महाविद्यालय ने मेरे सपनों को एक नई पहचान दिलाई.
 
मुझे पटना विश्वविद्यालय का छात्र होने का जो गौरव प्राप्त हुआ और उससे बढ़कर जो मार्गदर्शन और सहयोग मिला उसके लिए मैं सदैव आभारी रहूंगा. बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने जाबिर को उत्साह बढ़ाने के लिए सम्मानित कर चुके हैं.