आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
1962 के एशियाई खेलों में फुटबॉल में स्वर्ण पदक विजेता डीएमके अफजल के लिए एक राहत भरी खबर आई, जब तेलंगाना खेल प्राधिकरण (एसएटीजी) की उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ए. सोनीबाला देवी और एसएटीजी के अध्यक्ष शिव सेना रेड्डी ने उन्हें 3 लाख रुपये का चेक भेंट किया.
यह सहायता तब दी गई जब अधिकारी अफजल के घर गए और उनकी पत्नी की मौजूदगी में यह चेक सौंपा. अफजल की तबियत खराब हो रही है. वे अब अपनी याददाश्त खोने लगे हैं. साथ ही एक शब्द में ही जवाब देने की स्थिति में हैं. हाल में उनकी बिगड़ती हालत को स्पोर्टस्टार में उजागर किया गया था. अफजल का परिवार इलाज के खर्चे के लिए संघर्ष कर रहा और उन्होंने आर्थिक सहायता की अपील की थी.
सोनीबाला देवी ने स्पोर्टस्टार से बात करते हुए कहा, "हम अफजल की स्वास्थ्य स्थिति से बहुत दुखी हैं. वे भारतीय फुटबॉल के उन नायकों में से एक हैं जिन्होंने खेल को उस समय खेला जब इसमें जुनून और समर्पण का बोलबाला था." उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार न केवल खेलों को बढ़ावा देने में, बल्कि जरूरतमंद खिलाड़ियों की मदद करने में भी पीछे नहीं रहेगी.
एसएटीजी के अध्यक्ष शिव सेना रेड्डी ने कहा, "हम आशा करते हैं कि यह वित्तीय सहायता अफजल के चिकित्सा खर्चों में कुछ राहत प्रदान करेगी. हम जल्द ही खेल नीति में ऐसे खिलाड़ियों को वित्तीय मदद देने के दिशा-निर्देश शामिल करेंगे, जिन्होंने अपने करियर के अंतिम चरण में संघर्ष किया."
इसके साथ ही, भारत के दो पूर्व फुटबॉल कप्तान शब्बीर अली और विक्टर अमलराज भी इस मौके पर मौजूद थे. उन्होंने अफजल की दुर्दशा को उजागर करने में अपनी भूमिका निभाई और कहा, "हम अफजल सर के प्रति राज्य सरकार के इस कदम की सराहना करते हैं.
यह निश्चित रूप से जरूरतमंद एथलीटों के लिए एक प्रेरणादायक कदम है और यह दिखाता है कि खेलों को नियंत्रित करने वाले अधिकारी राज्य में किसी भी आपात स्थिति के लिए उत्तरदायी हैं."अफजल के परिवार ने इस सहायता के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी का भी धन्यवाद किया.