जयपुर के मोहम्मद वकील लंदन के हाऊस ऑफ़ लॉर्ड्स में सम्मानित

Story by  फरहान इसराइली | Published by  onikamaheshwari | Date 16-05-2024
Jaipur's Mohammad Vakil honored in London's House of Lords
Jaipur's Mohammad Vakil honored in London's House of Lords

 

फरहान इसराइली/ जयपुर
 
संगीत की दुनिया के जाने माने कलाकार एव अनेक पुरस्कारों से सम्मानित राजधानी जयपुर निवासी मशहूर गायक मौहम्मद वकील को वर्ल्ड ह्यूमनटरियन ऑर्गनाइजेशन ने लंदन के प्रतिष्ठित हाऊस ऑफ़ लॉर्ड्स में आयोजित कार्यक्रम एजुकेशन ऐण्ड बिजनेस समिट 2024 में मोहम्मद वकील को म्यूज़िक के क्षेत्र में किये गये योगदान के लिए सम्मानित किया गया. मौहम्मद वकील ने आवाज द वॉयस को बताया कि ये कार्यक्रम 10 माई 2024 को आयोजित किया गया था जिसमें उन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ. गायक मौहम्मद वकील ने कहा कि हमारी खुशनसीबी है कि हम भारत में रहते हैं. और भारत का प्रतिनिधीत्व विभिन्न मंचों पर करना मेरे लिए गर्व की बात है. 
 
 
इस बारे में अपने इंस्टा पोस्ट में मोहम्मद वकील ने लिखा कि मोहम्मद वकील को विश्व मानवतावादी संगठन द्वारा लंदन के हाउस ऑफ लॉर्ड्स में सम्मानित किया गया, जहां उन्होंने ग्लोबल एजुकेशन एंड बिजनेस समिट 2024 नामक एक कार्यक्रम का आयोजन किया. उन्हें संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए मान्यता दी गई थी. 
 
सारेगामा के 1998 मेगा फाइनल के विजेता और फिल्म वीर जारा के पार्श्व गायक मोहम्मद वकील ने यह अवसर प्रदान करने के लिए अजय सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया. मैं यह पुरस्कार पाकर बहुत खुश हूं और मैं अपने देश भारत का प्रचार करना जारी रखूंगा. मुझे यह अवसर देने के लिए मैं अजय सिंह भाई को धन्यवाद देना चाहता हूं.
 
आपको बता दें कि मौहम्मद वकील पिछ्ले 27 वर्षो से भारत के संगीत प्रतिनिधि के रुप में अनेक देशो में सम्मानित हो चुके हे, इंडियन एम्बेसी द्वारा अनके देशो में वकील के गज़लो के कार्यक्रम होते हैं.
 
एकेडमी अवार्ड, दादा साहिब फाल्के पुरस्कार, सा रे गा मा मेगा फ़ाइनल विनर, बॉलीवुड, टीवी शोज़ अनके एलबम मे मौहम्मद वकील ने अपनी कला से नाम रोशन किया है. मौहम्मद वकील कहते हैं की जब भारत से दूसरें देशो में गाने का मोका मिलता है व सम्मान मिलता है तो बहुत गर्व होता है की भारत का संगीत ओर कल्चरल को लोग प्यार दे रहे हैं.
 
 
 
मानवता और संगीत का गहरा नाता
मौहम्मद वकील ने आवाज द वॉयस को बताया कि मानवता और संगीत का गहरा नाता है. संगीत मानव संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, यह हमारे इतिहास में सदियों से मनुष्यों के बीच संवाद करने का एक तरीका है. यह न केवल मनोरंजन और प्रसिद्धि के लिए है, बल्कि हमारी मनोवैज्ञानिक स्थिति के लिए भी है, जो हमारे दैनिक जीवन में हमारे विचारों और व्यवहारों को प्रभावित करता है. मौहम्मद वकील ने कहा कि संगीत तो बाद में आता है पहले मानवता आती है जो सभी धर्मों से ऊपर है. 
 
मौहम्मद वकील ने कहा कि जो संगीत हम सुनते हैं वह हमारे दिलों को पिघलाने और हमें गहन, रहस्यमय तरीके से आकार देने का एक तरीका है, चाहे उसकी लय या शब्द कुछ भी हों. मानवता संगीत से जुड़ा हुआ है और हमारे पसंदीदा गाने हमें मानसिक रूप से हमें प्रभावित करते हैं हमारी भलाई और हमारे कार्यों को भी प्रभावित करते हैं. संगीत न केवल हमारी भावनाओं पर बल्कि हमारी संज्ञानात्मक क्षमताओं पर भी प्रभाव डालता है.
 
 
संगीत विरासत में मिला है 
 
जयपुर घराने के गजल गायक मोहम्मद वकील को संगीत विरासत में मिला है. उनके परदादा और दादा संगीत जगत की मशहूर हस्तियां थीं. उनके पिता ने जरुर संगीत से दूरी बनाकर बतौर टूरिस्ट गाइड काम किया, मगर मोहम्मद वकील ने अपने मामा और मशहूर संगीतज्ञ उस्ताद अहमद हुसैन, उस्ताद मोहम्मद हुसैन के शागिर्द बनकर संगीत जगत में एक अलग पहचान बना ली है.
 
मोहम्मद वकील ने 1997 में टीवी के रियालिटी शो ‘‘सारेगामापा’’ का हिस्सा बनकर पूरी दुनिया को अपनी प्रतिभा से परिचित करवाया था. उसके बाद से अब तक उनके ग्यारह से अधिक गजल एलबम आ चुके हैं. मोहम्मद वकील ने यशराज चोपड़ा की फिल्म ‘‘वीरजारा’’ और टीवी सीरियल ‘‘बिखरी आस निखरी प्रीत ’’ में पार्श्वगायन भी किया था.