पिछले साल जुनैद ने साइकिल आदि बनाने का काम इंटरनेट मीडिया से ही सीखा और उसने घर में पड़ी शीशम की मजबूत लकड़ी ढूंढ़ी और उन्हें तराशकर साइकिल के फैंसी डंडे बनाए. फिर साइकिल के टायर बनाए और उन पर रबड़ के टायर चढ़ाए.
इसके साथ ही लकड़ी की चेन वाली बड़ी घड़ी, गिटार आदि सामान भी बनाया. काष्ठकला उद्यमियों को जुनैद का ये माल पसंद आया है और उसे आर्डर भी मिलने लगे हैं. वह शीशम और पाइन की लकड़ी से आइटम बना रहा है.
बिजनौर के गांव जलीलपुर के रहने वाले मोहम्मद जुनेद सैफी, जो पेशे से कारपेंटर हैं. हमेशा कुछ अलग करने की सोच और जिद की वजह से जुनैद ने बुलेट को मॉडिफाई करके लकड़ी से बना डाली और इतना ही नहीं जुनैद ने हेलमेट भी लकड़ी का बनाया है, जो देखने में और सुरक्षा के लिहाज से भी काफी टिकाऊ है.
जुनैद की बनाई चेन वाली बड़ी घड़ी को देखकर एक गुरुद्वारा समिति के लोगों ने भी उससे संपर्क किया और एक घड़ी बनवाकर गुरुद्वारे में लगाई. उसकी बनाई साइकिल सड़क पर आराम से चल रही है. उसमें चेन लोहे की ही है. अब वह बुलट पर काम कर रहा है.
जुनैद सैफी ने मॉडिफाई बुलेट बाइक को तकरीबन तीन महीने में तैयार किया है, जिसमें लागत की अगर बात करें तो 80 से 90 हजार रुपए की लागत आई है. जिसे जुनैद जल्द इलेक्ट्रिक बाइक में तब्दील करेंगे. साथ ही लड़की की बाइक के ऑर्डर भी मिलने लगे हैं. जुनैद के इस कारनामे की जमकर तारीफ हो रही है.
वाकई अगर इंसान को कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो बड़े से बड़ा काम भी आसान हो जाता है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बिजनौर के नौजवान जुनैद ने. बुलेट बाइक को लकड़ी के जरिए मॉडिफाई करके सड़क पर कुछ ही महीनों में उतार दिया, जिसे देख बिजनौर के डीएम ने भी जुनैद की प्रशंसा की. साथ ही सड़क पर दौड़ती जुनैद की बाइक का हर कोई दीवाना हो चला है. हर कोई बाइक के सामने खड़ा होकर खूब सेल्फी ले रहे हैं.