शहताज खान
अनीस कुट्टी के 650 से भी अधिक विद्यार्थी एनडीए में चुने जा चुके हैं. टोपी और दाढ़ी के साथ मुख पर मुस्कुराहट लिए वह अपने छात्रों के बीच ‘भैया’ के रूप में मशहूर हैं. असल में, गणित के गुणा-भाग अक्सर बच्चों के लिए समस्या बन जाते हैं. जिसके कारण वे गणित से दूर भागते हैं, परन्तु अनीस कुट्टी अपने विद्यार्थियों को गणित ऐसे पढ़ाते हैं कि गणित ही उनका प्रिय विषय बन जाता है.
अनीस कुट्टी पुणे में गणित के जाने-माने टीचर हैं, जो बच्चों को सवाल हल कराने के साथ-साथ शिक्षा के द्वारा आगे बढ़ने का मार्ग भी दिखाते हैं.
अनीस कुट्टी केवल बच्चों का ही मार्गदर्शन नहीं करते, बल्कि उनके माता-पिता को भी सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न संस्थानों और स्कूलों की जानकारी भी देते हैं, जैसे नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल, और आर ऐम सी स्कूल वगैरह.
गणितज्ञ अनीस कुट्टी अभिभावकों को बताते हैं कि इन संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करने के बाद उनके बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है. वह बताते हैं कि इन स्कूलों में दाखिला मिलने के साथ ही यह तय हो जाता है कि बच्चा किसी उच्च पद पर आसीन होने जा रहा है. समस्या यह है कि आम लोगों को इन संस्थानों की मुकम्मल जानकारी नहीं होती.
अनीस कुट्टी केरल से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन लंबे समय से पुणे में ही रहते हैं. वह बताते हैं, “जब मैं दसवीं कक्षा में था, तब पहली बार टीचर डे पर अपने साथियों को गणित पढ़ाया था. और तभी से लोग उनके पास गणित की समस्याएं लेकर आने लगे.”
वह 1988 से गणित पढ़ा रहे हैं. वह मानते हैं कि स्कूलों में गणित पढ़ाने का मुख्य उद्देश्य विधार्थियों की तर्क शक्ति का विकास होना चाहिए, केवल तथ्यों को रटवाना सही नहीं है. अपने पास आने वाले हर विद्यार्थी के लिए गणितज्ञ अनीस कुट्टी एक ही समय में गुरु, परामर्शदाता और कैरियर काउंसलर का रोल निभाते हैं.
अनीस कुट्टी कहते हैं, “मैं चाहता हूं कि आज का बच्चा कल बड़ा होकर भारत का एक जिम्मेदार नागरिक बने.” इसके लिए वह अपने विद्यार्थियों को उनकी रुचि के अनुसार एनडीए में दाखिला लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
कक्षा में बैठकर केवल परीक्षा की ही नहीं, बल्कि पूर्ण तैयारी करने में उनकी हर तरह से मदद करते हैं.
याद रहे कि एनडीए यानी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, भारतीय सशस्त्र सेना की एक संयुक्त सेवा अकादमी है. जहां तीनों सेवाओं, थल सेना, नौ सेना और वायु सेना के कैडेटों को उनके संबंधित सेवा अकादमी के पूर्व कमीशन प्रशिक्षण में जाने से पहले एक साथ प्रशिक्षित किया जाता है.
गणित किसी के लिए आसान, तो किसी के लिए कठिन होता है. अधिकतर विधार्थियों के लिए गणित सबसे मुश्किल विषय होता है. परन्तु अगर एक अच्छा शिक्षक मिल जाए, तो गणित की समस्याएं चुटकी बजाते ही हल हो जाती हैं.
अनीस कुट्टी का कहना है कि गणित समझने और अभ्यास करने का विषय है. वह पिछले 35 वर्षों से बच्चों को गणित पढ़ा रहे हैं. बच्चों की दिलचस्पी के लिए वह मैथ्स पढ़ाने के नए नए तरीके खोजते रहते हैं. जैसे अमर-अकबर-एंथोनी, चंगू-मंगू, मारा-मारी, जुगलबंदी, चंडाल-चौकड़ी वगैरह.
बच्चों को उनका सत्ता मैथड बहुत पसंद आता है, जिसका मतलब है ‘शॉर्टकट टू ए प्रॉब्लम’. अनीस कुट्टी को उनके विद्यार्थी सर नहीं, बल्कि भईया कहकर बुलाते हैं. और वह हमेशा एक बड़े भाई की ही तरह उनका मार्गदर्शन करते हैं.
अनीस कुट्टी के प्रोत्साहन, ट्रेनिंग और गणित समझाने के तरीकों ने बड़ी संख्या में बच्चों को एनडीए में स्थान दिलाने में सहायता की है. इसके अलावा उनके विद्यार्थी और भी जगहों पर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं.
वह कहते हैं, “गणित की अहमियत आज के टेक्नॉलोजी के समय में और बढ़ गई है. मैथ्स फोबिया से बच्चे बाहर आएं और अपना 100 प्रतिशत प्रस्तुत करें.”
आर्यन मोरे हों या गौरव जगताप या फिर अदिति कुमार, अनीस कुट्टी की सहायता से वह और उन जैसे बहुत से युवा एनडीए में अपनी जगह बनाने में सफल रहे. आज वह अपने देश की सेवा करने में अपना योगदान कर रहे हैं.