वायु प्रदूषण से कहाँ है मुक्ति?

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 05-12-2024
Where is the relief from air pollution?
Where is the relief from air pollution?

 

majoomdarडॉ अहमद कमरुज्जमां मजूमदार

विश्व के अन्य देशों की तरह दक्षिण एशियाई देशों में भी वायु प्रदूषण एक प्रमुख पर्यावरणीय समस्या बन गया है.द इकोनॉमिस्ट की इंटेलिजेंस यूनिट हर साल रहने योग्य शहरों की एक सूची प्रकाशित करती है और दुर्भाग्य से ढाका दुनिया में रहने योग्य शहरों की सूची में नीचे से दूसरे स्थान पर है.और यह वायु प्रदूषण ढाका को रहने लायक शहर न बनाने के लिए जिम्मेदार कारकों में से एक है.यहां यह उल्लेख करना जरूरी है कि भारत में परयावरण के बिगड़ते हालात के अन्य कारणों में से एक कारण पड़ोसी बांग्लादेश भी है. वहां के खराब पर्यावरण का प्रभाव सीधे भारत पर पड़ रहा है.

बहरहाल,शिकागो विश्वविद्यालय के ऊर्जा नीति संस्थान द्वारा वायु प्रदूषण पर प्रकाशित वैश्विक रिपोर्ट 'एयर क्वालिटी लाइफ इंडेक्स-2023' (AQLI-2023) में बांग्लादेश दुनिया में सबसे प्रदूषित हवा वाला देश बन गया है.रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण के कारण दुनिया के सभी लोगों की औसत जीवन प्रत्याशा दो साल और चार महीने कम हो गई है.

दूसरी ओर, बांग्लादेश के एक नागरिक की औसत जीवन प्रत्याशा 6 साल और 8 महीने कम हो रही है और सबसे प्रदूषित शहर ढाका के निवासियों की औसत जीवन प्रत्याशा 8 साल कम हो रही है.वायुमंडलीय प्रदूषण अध्ययन केंद्र (सीएपीएस) ने बांग्लादेश में अमेरिकी दूतावास से 2016 से 2024 तक ढाका के 9-वर्षीय वायु गुणवत्ता सूचकांक या एक्यूआई डेटा का विश्लेषण किया.प्राप्त परिणामों के विश्लेषण से पता चलता है कि 2022 और 2023 में सबसे अधिक प्रदूषण देखा गया, जो 2024 में भी जारी रहा.

सूचकांक का मान प्रदूषक के स्तर के साथ बढ़ता है.2021 के लिए औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 159 है, 2022 के लिए औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 163 है और 2023 के लिए औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 171 है.दूसरी ओर, 2024 के पहले 11 महीनों का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 160 तक पहुंच गया है.फिर सबसे कम औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 2017 और 2020 में पाया गया जो क्रमशः 146 और 145 है.

2020 में लॉकडाउन के कारण वायु प्रदूषण के स्रोत बंद होने से प्रदूषण का स्तर कम है.अवलोकनों से यह भी पता चलता है कि 2016 से 2024 तक 2024 को छोड़कर हर साल जनवरी में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (250) सबसे अधिक होता है और सबसे कम मान जुलाई (89) और अगस्त (98) के आसपास पाए जाते हैं.

9 वर्षों के आंकड़ों से, जनवरी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 250 था, जनवरी को छोड़कर, नवंबर (177), दिसंबर (218) और फरवरी (221) वर्ष के अन्य महीनों की तुलना में अधिक प्रदूषित थे.107 महीनों में सबसे प्रदूषित महीना जनवरी 2023 (281) था और सबसे कम औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक जुलाई 2021 (76) था.

CAPS अनुसंधान डेटा के अनुसार, नवंबर 2024 का औसत मूल्य पिछले आठ वर्षों (2016-2023) (176.66) के नवंबर के औसत मूल्य की तुलना में 10.37 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और नवंबर 2024 के औसत मूल्य की तुलना में 10.37 प्रतिशत की वृद्धि हुई है 2023 तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 11.05 प्रतिशत बढ़ा.

9 वर्षों में, ढाका का नवंबर वायु गुणवत्ता सूचकांक 2016 में औसत 169, 2017 में 178, 2018 में 197, 2019 में 159, 2021 में 163, 2021 में 194.8, 2022 में 176 और 2023 में 175.6 था.नवंबर 2024 में वायु गुणवत्ता सूचकांक 2023 की तुलना में बढ़कर 195 हो गया है.

शोध के मुताबिक, ढाका के लोग लगातार प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं. यानी इस साल नवंबर महीने में ढाका के लोग एक भी दिन अच्छी या साफ हवा में सांस नहीं ले पाए. नवंबर 2024 के महीने के दौरान, 1 दिन की वायु गुणवत्ता 'मध्यम', 4 दिन की वायु गुणवत्ता 'चेतावनी', 12 दिन की वायु गुणवत्ता 'अस्वास्थ्यकर' और 13 दिन की वायु गुणवत्ता 'बहुत अस्वस्थ' थी.

CAPS द्वारा 2016 से 2024 यानी 9 वर्षों के दौरान एकत्र किए गए नवंबर के 256 दिनों के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि 9 वर्षों में नवंबर के कुल 256 दिनों में से 138 दिन 'अस्वास्थ्यकर' और 64 दिन 'बहुत अस्वस्थ' थे और के लोग ढाका केवल 1 दिन ही अच्छी या साफ हवा में सांस ले पाया.अध्ययन से यह भी पता चलता है कि नवंबर 2024 9 वर्षों में दूसरा सबसे प्रदूषित महीना है.

हमें वायु प्रदूषण को रोकने में प्रभावी भूमिका निभानी होगी. सबसे पहले हमें प्रदूषण के स्रोतों की पहचान करनी होगी और प्रदूषण को कम करना होगा.हमें इस मानसिकता से बाहर आना होगा कि केवल पर्यावरण विभाग ही वायु प्रदूषण को नियंत्रित करेगा और इस मानसिकता के साथ काम करना होगा कि जो लोग प्रदूषण फैला रहे हैं वे ही इस प्रदूषण को नियंत्रित करेंगे.

हमें अपनी जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है. व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए उन्नत मास्क का उपयोग किया जाना चाहिए.बच्चों, बीमारों और गर्भवती महिलाओं को सावधानी से आगे बढ़ना चाहिए.सड़क पर नियमित रूप से दिन में कम से कम दो बार सुबह और दोपहर में पानी का छिड़काव करना चाहिए.

सरकार नगर निगम से एक अनुरोध निर्देश भी जारी कर सकती है, जिसमें प्रत्येक भवन प्राधिकरण से अपनी पहल पर हर दो से तीन घंटे में अपने भवन के सामने सड़क पर पानी छिड़कने का अनुरोध किया जा सकता है.ढाका के आसपास ईंट भट्टों को नियंत्रित किया जाना चाहिए और पकी हुई लाल ईंटों के विकल्प के रूप में सीमेंट रेत ब्लॉक ईंटों का उपयोग बढ़ाया जाना चाहिए.ईंट भट्ठों में उन्नत एवं प्रदूषण रहित तकनीक का प्रयोग बढ़ाया जाए.

एक्सपायर्ड एवं अनफिट वाहनों का प्रयोग बंद किया जाए.सप्ताह के अलग-अलग दिन ऑड-ईवन के आधार पर वाहन चलाने की व्यवस्था की जाए.असंयमित सड़क खुदाई बंद की जाए.सेवा प्रदाता के साथ समन्वय स्थापित कर नवीनीकरण कार्य को कम समय में पूर्ण कराया जाये.

सभी निर्माण सामग्री को खुला छोड़े बिना अच्छी तरह से ढका जाना चाहिए। अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार की आवश्यकता है, ताकि शहरी अपशिष्ट या कृषि अपशिष्ट को खुले में न जलाया जाए.दूसरी ओर, मौजूदा कानूनों को ठीक से लागू किया जाना चाहिए.

साथ ही प्रशासनिक उपायों का सफल कार्यान्वयन नितांत आवश्यक है.सबसे बढ़कर, पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के उचित अनुप्रयोग और कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए, पर्यावरण विभाग के साथ-साथ देश की आम जनता को भी प्रभावी भूमिका निभानी होगी.

यदि वायु प्रदूषण पर अंकुश लगा दिया जाए तो हम आने वाली पीढ़ियों के लिए रहने योग्य शहर छोड़ सकते हैं.इससे लोगों की औसत जीवन प्रत्याशा एक वर्ष से अधिक बढ़ जाएगी.जलवायु परिवर्तन को रोकने में भूमिका निभा सकते हैं.लोग काफी हद तक बीमारी से मुक्त हो जायेंगे.

लोगों के मेडिकल खर्च में कमी आएगी. कार्य क्षमता और काम के घंटे बढ़ेंगे.लोगों की आर्थिक खुशहाली बढ़ेगी। जीडीपी में समृद्धि आएगी. दुनिया में रहने योग्य शहरों की सूची में ढाका पहले स्थान पर होगा.हमारे सम्मिलित प्रयास ही हमारी जीवन नगरी ढाका में इस अत्यधिक वायु प्रदूषण को नियंत्रित कर सकते हैं.

डॉ अहमद कमरुज्जमां मजूमदार , डीन, विज्ञान संकाय; प्रोफेसर, पर्यावरण विज्ञान विभाग, स्टैमफोर्ड विश्वविद्यालय