न्यूयॉर्क. अमेरिका के रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से कहा है कि वह अप्रवासियों का स्वागत करते हैं, लेकिन शर्त है कि वे कानूनी तरीके से आएं. अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कोलोराडो के ऑरोरा में एक चुनावी रैली में कहा, "हम चाहते हैं कि लोग हमारे देश में आएं, लेकिन उन्हें कानूनी तरीके से आना होगा."
उन्होंने अवैध अप्रवासियों के बारे में कहा, "मैं पूरे देश में आपसे यह वादा करता हूं और प्रतिज्ञा करता हूं. 5 नवंबर 2024 अमेरिका में मुक्ति दिवस होगा. इस दिन देश को 'कब्जे' से मुक्त कराया जाएगा."
सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, अगस्त तक 82,610 भारतीय नागरिक अवैध रूप से सीमा पार कर चुके थे, जबकि पिछले साल यह संख्या 96,917 थी.
उनकी विपक्षी पार्टी उन्हें 'अप्रवासी विरोधी' बताती है. लेकिन ट्रंप अवैध और वैध अप्रवासियों के बीच एक अंतर करते हैं. जबकि डेमोक्रेट्स उन्हें एक समान मानते हैं, चाहे वे वर्षों से कानूनी प्रक्रिया से गुजरे हों या अवैध रूप से प्रवेश करे रह रहे हों.
उन्होंने अमेरिकी कॉलेजों से स्नातक करने वाले विदेशियों को ग्रीन कार्ड के माध्यम से वैध अप्रवासी का दर्जा देने का वादा किया है, जो डेमोक्रेट के किसी भी प्रस्ताव से कहीं आगे है, जिसमें अवैध अप्रवासियों को वैध बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है.
ट्रंप ने जून में कहा था, "मैं जो करना चाहता हूं और जो करूंगा, वह यह है कि जब आप कॉलेज से स्नातक होंगे, तो मुझे लगता है कि आपको अपने डिप्लोमा के हिस्से के रूप में खुद ही ग्रीन कार्ड मिल जाना चाहिए, ताकि आप इस देश में रह सकें."
अंतरराष्ट्रीय शिक्षा संस्थान के 2022-23 के आंकड़ों के अनुसार, इस नीति को लागू करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन सैद्धांतिक रूप से यह अमेरिकी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे लगभग 269,000 भारतीय छात्रों के लिए अच्छी खबर है.
चुनावी रैली के दौरान ट्रंप ने अपने भाषण के बीच में ही एक वीडियो दिखाया जिसमें अवैध अप्रवासियों द्वारा किए गए अपराधों की खबरें थीं, जिनमें बलात्कार और हत्या से लेकर पुलिस पर गोलीबारी तक शामिल थी.
'अप्रवासी अपराध को समाप्त करें' और 'अवैध लोगों को तुरंत निर्वासित करें' लिखे ब्लैक बैकड्रॉप के सामने खड़े होकर ट्रंप ने अपनी प्रतिद्वंद्वी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पर 'खुली सीमा' नीतियों के माध्यम से आपराधिक अवैध अप्रवासियों को लाने का आरोप लगाया.
उन्होंने कमला हैरिस के एक पुराने बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि हम अवैध रूप से सीमा पार करने वाले लोगों को अपराधी नहीं मानना चाहते.
डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध अप्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की प्रतिज्ञा ली और कहा, "मैं अमेरिकी नागरिक या कानून प्रवर्तन अधिकारी की हत्या करने वाले किसी भी अप्रवासी के लिए मृत्युदंड की मांग करता हूं.
ट्रंप ने कहा कि वेनेजुएला जैसे देशों में अपराध में भारी कमी आई है क्योंकि उन्होंने अपनी जेलों और मानसिक (मेंटल) अस्पतालों को खाली कर दिया है और कैदियों को अमेरिका में उत्पात मचाने के लिए भेज दिया है.
उन्होंने कहा कि वह हर प्रवासी आपराधिक नेटवर्क को निशाना बनाने और उसे नष्ट करने के लिए 18वीं सदी के कानून 'एलियन एनिमीज एक्ट' को लागू करेंगे. लेकिन यह कानून केवल विदेशी दुश्मन देश से आने वाले लोगों पर लागू होता है. इसे सभी देशों पर लागू करना एक चुनौती होगी,क्योंकि सामूहिक निर्वासन अभियान भी एक चुनौती होगी.
इस साल अगस्त तक, दुनिया भर से 2.75 मिलियन अवैध अप्रवासी अवैध रूप से प्रवेश करने की वजह से पकड़े गए थे, जबकि पिछले साल यह संख्या 3.2 मिलियन थी.
ऑरोरा के मेयर माइक कॉफमैन (जो एक रिपब्लिकन हैं) ने कहा कि हालांकि वहां कुछ घटनाएं हुई हैं, लेकिन यह कहना अतिशयोक्ति होगी कि शहर वेनेजुएला के आपराधिक गिरोहों के कारण "युद्ध क्षेत्र" में तब्दील हो गया था.
ट्रंप ने मंच पर एक महिला को बुलाया, जिसने एक अपार्टमेंट बिल्डिंग पर हाई-पावर राइफल से लैस वेनेजुएला के गिरोह की वीडियो रिकॉर्डिंग कर पब्लिश किया था.
उन्होंने अपने भाषणों के दोहराया कि हैरिस एक "मार्क्सवादी" हैं, अयोग्य हैं, अमेरिका पतन की ओर बढ़ रहा है, वे तीसरे विश्व युद्ध को रोकेंगे, नौकरियां वापस लाएंगे, टैक्सों में कटौती करेंगे, कीमतें कम करेंगे और देश को सुरक्षित बनाएंगे.
ये भी पढ़ें : रामलीला में रावण का किरदार निभाने वाले लेखक के नाना जी शमशेर खाँ जब बीमार पड़ गए
ये भी पढ़ें : मुस्लिम परिवार 68 साल से बना रहा राजस्थान का सबसे बड़ा रावण का पुतला
ये भी पढ़ें : गुजरी देवी का प्यार: 35 सालों से एक मुस्लिम बेटे के लिए व्रत
ये भी पढ़ें : वीडियो स्टोरी : आतंकवाद से बाली के रोल तक असलम का सफर