केरल में हुई एक अच्छी शुरुआत

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 25-11-2024
A good start in Kerala
A good start in Kerala

 

harjinderहरजिंदर

इस समय जब पूरा देश वक्फ बोर्ड की बहस में उलझा है तो केरल के एर्नाकुलम का गांव मुनम्बब एक नई कहानी लिखने की तैयारी कर रहा है.समुद्र तट पर बसे इस गांव में चार दशक पहले तकरीबन 600 परिवारों ने अपने घर बनाने के लिए जमीन खरीदी थी. इस जमीन के बाकायदा रजिस्ट्री भी हुई और इसका बैनामा भी उनके पास है.

वे इसका हाउस टैक्स भी जमा करवा रहे थे. इन घरों में रहने वाले ज्यादातर परिवार कैथोलिक  हैं, लेकिन हिंदू परिवारों की संख्या भी कम नही है. पिछले तकरीबन 42 साल से ये घर उनकी जिंदगी का हिस्सा बन चुके थे.

दो साल पहले जब यहां के कुछ लोग हाउस टैक्स जमा कराने पहुँचे तो स्थानीय अधिकारियों ने टैक्स जमा करने से मना कर दिया. उन्हें बताया गया कि यह जमीन स्थानीय निकाय की नहीं है इसलिए अब उनका टैक्स यहां जमा नहीं होगा. इसी के साथ यह खबर भी आ गई कि यह जमीन वक्फ बोर्ड की है, अब इससे उस गांव के लोगों के लिए एक नई समस्या शुरू हो गई.

यह भी पता चला कि यह जमीन १९वीं सदी में ही वक्फ बोर्ड को दान में दे दी गई थी. खुद स्थानीय अधिकारियों तक को इसकी जानकारी नहीं थी। सारी समस्या तब खड़ी हुई जब वक्फ बोर्ड ने इस पर अपना दावा ठोंका.

इसके बाद वही शुरू हुआ जाे आमतौर पर इन मामलों में होता है। धरने, जुलूस अैार भूख हड़ताल सब शुरू हो गए.सांप्रदायिक संगठन भी इसमें कूद पड़े अैार तनाव फैलने लगा। मामला क्याेंकि धर्म से जुड़ा था इसलिए राज्य की वामपंथी सरकार ने भी इससे किनारा काट लिया. बावजूद इसके कि लोग बार-बार अपील कर रहे थे.

इन हालात में तनाव कहीं कोई ज्यादा बड़ी समस्या न पैदा कर दे यह आशंका भी खड़ी होने लगी.लेकिन जल्द ही दोनों ही पक्षों का यह बात समझ में आ गई कि इससे मामला सुलझने वाला नहीं है उल्टे बिगड़ जरूर सकता है. यह तय हुआ कि मामले से जुड़े सारे पक्षों को आपस में बैठकर मामले को सुलझाने की कोशिश करनी चाहिये.

मुस्लिम लीग के केरल अध्यक्ष सादिक अली शाहीब थंगल ने यह सुझाव दिया कि मुस्लिमों, ईसाइयों और हिंदुओं को आपस में बिना किसी तनाव के इस मसले को सुलझाने की कोशिश करनी चाहिये..इसके बाद पिछले सप्ताह इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेता और कैथोलिक चर्च के बिशप वी चक्कलक्कल के बीच

इस मसले को सुलझाने के लिए एक बैठक हुई. यह बैठक कोच्चि में चर्च के मुख्यालय में आयोजित की गयी थी..बैठक के बाद केरल मुस्लिम लीग के अध्यक्ष सरकार से भी यह अनुरोध किया कि वह समस्या को सुलझाने के लिए आगे आए.

अभी यह नहीं कहा जा सकता कि इस मसले के सुलझाने में वे सब कितने कामयाब होंगे. लेकिन केरल के एर्नाकुलम में जो शुरुआत हुई है उससे पूरा देश काफी कुछ सीख सकता है.

  (लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)

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