आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली
रमजान का महीना आते ही हमें खजूर की याद दिलाता है. जी हां, वही मीठा फल, जिसके साथ इफ्तार ((व्रत सह-उद्यापन)) की शुरुआत होती है. खजूर स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक पौष्टिक होते हैं. भारत में लोग बड़ी मात्रा में फल खरीद रहे हैं, क्योंकि यह उपवास तोड़ने के लिए सभी के द्वारा उपयोग किया जाता है.
श्रीनगर के बाजार बड़ी संख्या में खजूर से भरे हुए हैं. ये सऊदी अरब, ईरान, इराक, अफगानिस्तान, इंडोनेशिया और इजरायल की आयातित किस्में हैं. एक दुकानदार ने बताया कि ‘‘खजूर महान हैं, और खजूर खाने से दर्द और दुख दूर हो जाते हैं. यह हमारे पैगंबर का एक बहुत ही खास फल है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे उन्हें खाएं और अच्छे से खाएं.’’
सातवीं शताब्दी में पैदा हुए इस्लाम ने खजूर के महत्व पर प्रकाश डाला है. इस्लाम ने किसी अन्य धर्म की तुलना में खजूर और खजूर प्लाम की पवित्रता पर जोर दिया. पैगंबर मोहम्मद साहब ने कहा कि सऊदी अरब के मदीना क्षेत्र में पैदा होने वाले अजवा खजूर स्वर्ग से हैं.
रमजान में खजूर खाकर रोजा खोलते हैं. इसे इस्लाम में सुन्नत माना जाता है. मुफ्ती ए आजम (मध्यप्रदेश) मौलाना महमूद अहमद कादरी और इंदौर के शहर काजी इशरत अली कहते हैं कि खजूर पैगंबर हजरत मोहम्मद का पसंदीदा फल था. वे खजूर खाकर रोजा खोलते थे. इसलिए आज भी खजूर खाकर रोजा खोला जाता है.
खजूर अत्यधिक पौष्टिक होते हैं और सूखे खजूर में ताजे खजूर की तुलना में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है. इसमें कार्ब्स, फाइबर, प्रोटीन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज, आयरन और विटामिन बी 6 होता है. एक खजूर में केले की तुलना में प्रति वजन अधिक पोटेशियम होता है. अधिक मीठे होने कि वजह से खजूर से नेचुरल कैंडी भी बनाई जाती है.
खजूर में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है, जिससे कई बीमारियों का खतरा कम होता है. खजूर में तीन शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट फ्लेवोनोइड्स, कैरोटेनॉइड्स और फेनोलिक एसिड होते है.
फ्रुक्टोज खजूर का एक बड़ा स्रोत है, जो सफेद चीनी के लिए एक अच्छा स्वस्थ विकल्प है.
खजूर को असानी से आहार में जोड़ा जा सकता है. खजूर हड्डी को स्वस्थ रखता है और रक्त शर्करा विनियमन में मदद करने की क्षमता रखता है.
दिनभर रोजा रखने से एनर्जी का लेवल कम होता है. ऐसे में रोजा खोलते ही खजूर खाने से बॉडी को तुरंत एनर्जी मिलती है. इसके अलावा इफ्तार के दौरान खाई जाने वाली अन्य चीजों को डाइजेस्ट करने में भी खजूर मदद करती है.
द अमेरिकन न्यूट्रिशन सेंटर की रिसर्च के अनुसार एक दिन के लिए जरूरी फाइबर्स सिर्फ खजूर खाकर बॉडी को मिल सकते हैं. सिर्फ फाइबर्स ही नहीं, बल्कि खजूर में मौजूद बॉडी को हेल्दी रखने के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट्स की वजह से ही रमजान में खजूर खाकर रोजा खोलते हैं.
रोज दूध में खजूर खाने से कमजोरी दूर होती है.
खजूर को उबालकर इसमें मेथीदाना मिला लें. इसे खाने से कमर दर्द से राहत मिलती है.
खजूर में मिश्री मिलाकर इसे गर्म दूध के साथ लेने से सर्दी-खांसी ठीक होती है.
खजूर में शहद मिलाकर खाने से लीवर प्रॉब्लम से बचाव होता है. यह डाइजेशन ठीक रखने में मदद करता है.
दुकानदार इस बार अच्छे मुनाफे की उम्मीद कर रहे हैं, क्योंकि वे खजूर बेच रहे हैं खजूर और उसकी किस्मों को 300 रुपये किलो से लेकर 2000 रुपये प्रति किलोग्राम तक की कीमतों में बेचा जा रहा है. एक दुकानदार सुहैल अहमद ने कहा, ‘‘पिछले साल हमने कुछ नहीं बेचा था. सब कुछ लॉकडाउन के तहत था. इस साल भगवान की कृपा से चीजें अच्छी लग रही हैं.’’