आवाज द वाॅयस/नई दिल्ली
गर्मियों में देसी पेय पदार्थों का सेवन गर्मी से राहत पाने का एक पारंपरिक तरीका है.इस संबंध में, एनडीटीवी ने उन पेय पदार्थों की एक सूची दी है जिनका सेवन न केवल गर्मी से राहत पाने के लिए किया जा सकता है, बल्कि शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स और निर्जलीकरण की पूर्ति के लिए भी किया जा सकता है.
आइए जानते हैं गर्मी के मौसम में किन देसी ड्रिंक्स का लुत्फ और फायदा उठाया जा सकता है.
आम का रस
कच्चे आम से बना आम का रस विटामिन सी, विटामिन बी और आयरन से भरपूर होता है.यह निर्जलीकरण की भरपाई करता है, लू से बचाता है और पाचन में सुधार करता है.
छाछ
छाछ एक प्रोबायोटिक पेय है जो पाचन में सुधार करता है. शरीर को ठंडा रखता है .रिहाइड्रेट करता है.यह शरीर की गर्मी को कम करता है.
नारियल पानी
नारियल पानी एक प्राकृतिक रूप से आइसोटोनिक पेय है,जो पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति भी करता है.यह पोटेशियम से भरपूर पानी है,जो शरीर को ठंडक और ताजगी देता है.
सत्तू का शरबत
सत्तू का शरबत प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है.सत्तू का शरबत पीने से तुरंत ऊर्जा मिलती है.पेट की गर्मी दूर होती है.ठंडे पानी में सत्तू का आटा डालें, नीबू निचोड़कर काला नमक डालें और अच्छी तरह मिलाकर ठंडा शरबत पी लें.
गन्ने का रस
कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और अन्य आवश्यक खनिजों से भरपूर गन्ने का रस एक प्राकृतिक गर्मी से राहत देने वाला और ऊर्जा की पूर्ति करने वाला पेय है.गन्ने का ताजा रस निकालकर उसमें नींबू मिलाएं और ठंडा-ठंडा पिएं.
लस्सी का प्रयोग
दही से बनी लस्सी प्रोबायोटिक्स से भरपूर पेय है जो पाचन में मदद करती है और शरीर को ठंडा रखती है.दही को पानी, चीनी या नमक के साथ मिलाएं और ठंडी लस्सी का आनंद लें.
पुदीने का शरबत
पुदीना में प्राकृतिक रूप से ठंडक पहुंचाने वाले गुण होते हैं जो पाचन में भी मदद करते हैं.पुदीने का शरबत ताज़ा होता है और गर्मी को मात देने में मदद करता है.ताजी पुदीने की पत्तियों को पानी में मिला लें, फिर नींबू का रस, चीनी और नमक मिलाएं और ठंडी पुदीने की चाशनी का आनंद लें.