फैजान खान / आगरा
शहंशाह-ए-हिंदुस्तान मुगल बादशाह शाहजहां के 367 वें उर्स का समापन एक मार्च को कुल की रस्म के साथ पूरा हो जाएगा. तीसरे दिन मंगलवार एक मार्च 2022 को सुबह से शाम तक प्रोग्राम किए जाएंगे. आखिरी दिन सुबह से शुरू होगा चादरपोशी का सिलसिला, जो सूरज के डूबने के साथ खत्म होगा.
हजारों चादरों में सबसे खास और मुख्य आकर्षण का केंद्र खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी की ओर से पेश की जाने वाली दुनिया की सबसे लंबी है. इसकी लंबाई 1341मीटर है और यह सतरंगी हिंदुस्तानी चादर होगी. इसमें सिर्फ मुस्लिमों ने ही नहीं बल्कि सर्वधर्म के लोगों ने अपने-अपने अकीदे के हिसाब से चादर को जोड़ा है.
तीन दिन तक ताजमहल में फ्री प्रवेश के कारण पर्यटकों की संख्या में और दिनों की अपेक्षा कई गुना इजाफा हुआ है. आज पर्यटकों की संख्या में आम दिनों की अपेक्षा कई गुना बढ़ोत्तरी देखी जा रही है.
मुगल बादशाह शाहजहां का तीन दिवसीय 367वां उर्स कुल की रस्म के साथ आज यानी एक मार्च को पूरा होगा. अपने बादशाह के उर्स में शिरकत करने के लिए पूरे देश से लोग यहां आते हैं. हर जायरीन और अकीदतमंद मुमताज महल और शाहजहां की असली कब्रों पर जाकर फूल और कपड़े की चादर पेश करते हैं. लोग कब्रों पर फातिहा पढ़कर हर खास-ओ-आम के लिए दुआ मांगेंगे.
लगी है लंबी लाइनें
पिछले तीन दिनों से उर्स में शिरकत करने के लिए स्थानीय और पूरे देश आए अकीदतमंदों की भीड़ लगी हुई है. ताजमहल के प्रवेश द्वारों पर एक-एक किमी लाइन लगी देखी जा सकती है. मुख्य गुंबद के नीचे बनी असली कब्रों की जियारत करने के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है.
खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी के अध्यक्ष ताहिरुद्दीन ताहिर ने बताया कि हर साल हिंदुस्तानी सतरंगी चादर का साइज बढ़ा दिया जाता है. इसे बनाने के लिए काफी दिनों पहले से तैयारी शुरू करनी पड़ती है. इसमें किसी एक वर्ग का नहीं, बल्कि सर्वधर्म के लोग आकर चादर जुड़वाते हैं. इस बार करीब 1341मीटर लंबी चादर पेश की जाएगी, जिसके मंगलवार की सुबह से ही तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है.
फ्री में ताजमहल का दीदार
वैसे तो ताजमहल का दीदार करने के लिए पैसे खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन ताजमहल की तामीर कराने वाले मुगल बादशाह शाहजहां के उर्स के कारण सभी को फ्री में ताज का दीदार कराया जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि शाम तक जायरीन की संख्या एक लाख के पार कर जाएगी
वैसे तो ताजमहल में आम दिनों करीब 30-35 हजार पर्यटक आते हैं, लेकिन जब से कोरोना शुरू हुआ है, विदेशी पर्यटकों का आना बंद हो गया है, लेकिन भारतीय पर्यटक भी कम आ रहे हैं. रोजाना इनकी संख्या 10 से 15 हजार के बीच रहती है.
मगर, शाहजहां के उर्स में पिछले दो दिनों की बात करें तो संख्या 70 से 80 हजार पहुंच गई है. आखिरी दिन यानी आज यह संख्या एक लाख के पार पहुंचने का अनुमान है. इसे लेकर सीआईएसएफ और एएसआई ने चाक चौबंद तैयारियां कर ली है.