यूनुस अलवी/ मेवात
नूंह जिले के खंड पिनगवां के किसान तैयब हुसैन मशहूर हो गए हैं. हरियाणा, राजस्थान और नूंह जिला के अलग-अलग गांवों से किसान उनकी बाजरे की फसल को देखने आ रहे हैं. बात भी ऐसी ही है. हुसैन की खेत के बाजरे हैं भी कमाल. उनके खेतों में बाजरे की करीब पांच फीट लंबी बालों को देखकर हर कोई हैरत में है.
दूर-दराज से बाजरा की फसल को देखने आये किसान
मेवात की नहीं, पूरे भारतवर्ष में बाजरा की बाली की लंबाई 9इंच से लेकर अधिकतम 15इंच तक होती हैं. लेकिन मेवात के तैयब हुसैन के खेत में बाजरे के बालों की लंबाई साढ़े तीन फीट से लेकर पौने पांच फीट तक है.
कस्बा पिनगवां में किसान हाथ से बाजरे की बाल को नांपता हुआ
गांव झिमरावट के बंदर का बास में रहने वाले किसान तैयब हुसैन कहते हैं, “कुछ समय पहले मोबाईल पर बाजरा की एक ऐड देखी थी. जिसपर दावा किया जा रहा था कि उसकी कंपनी के बाजरा की बाल साढ़े तीन से पांच फीट तक बढती है, जो एक एकड़ में करीब 32क्विंटल यानि 80मन पैदावार होती है. यह बाजरा तुर्की का बताया गया था. एक किलो ऑनलाईन बाजरा मंगवाने पर 700 रुपये का खर्च आया.”
एक एकड में खडी बाजरा की फसल
हुसैन ने गांव के लक्ष्मणदास से एक एकड़ खेत पट्टे पर लेकर बिजाई कर दी थी. अब हुसैन की फसल अगले बीसेक दिनों में पककर तैयार हो जायेगी. तैयब के खेतों में बाजरे के पौधों की लंबाई तकरीबन 14 फुट है.
असल में हुसैन की मदद उनके बेटे तासिम की. अपनी तालीम का फायदा उठाते हुए तुर्की से ऑनलाइन बाजरे का बीज मंगवाया. कम बरसात के बावजूद भी इस एक एकड़ बाजरे में अच्छा उत्पादन होने की उम्मीद है. खास बात यह है कि बाजरे की अधिक लंबाई होने से पशुओं के लिए चारे का भी पर्याप्त प्रबंध होगा.