आवाज द वाॅयस/नई दिल्ली
एक साथ कई खाद्य पदार्थ खाना पोषण मूल्य बढ़ाने का एक रचनात्मक तरीका माना जाता है.हालांकि, विशेषज्ञ कुछ संयोजनों को शरीर के लिए हानिकारक मानते हैं.प्रत्येक का अपना स्वाद और पाचन के बाद का प्रभाव होता है.
इसी बात को ध्यान में रखते हुए कुछ खाद्य पदार्थों को एक दूसरे के साथ नहीं मिलाना चाहिए.एक कमजोर संयोजन अपच, किण्वन, सड़न और गैस पैदा कर सकता है.यदि लंबे समय तक रहता है तो विषाक्तता और बीमारी हो सकती है.
अपच और विष निर्माण जैसे संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के कारण कुछ खाद्य पदार्थों के साथ घी मिलाने से बचना चाहिए.कुछ खाद्य पदार्थों को घी के साथ मिलाने से परस्पर विरोधी ऊर्जा पैदा होती है और पाचन तंत्र पर प्रभाव पड़ता है.इसलिए आपको उन खाद्य पदार्थों में घी मिलाने से बचना चाहिए.आइए जानते हैं उन फूड्स के बारे में.
शहद
घी और शहद को बराबर मात्रा में मिलाना हानिकारक माना जाता है.यह संयोजन शरीर में विषाक्त पदार्थों का निर्माण करता है. पाचन को बाधित करता है और शरीर को असंतुलन की ओर ले जाता है.आवश्यकतानुसार हमेशा अलग से या असमान मात्रा में सेवन करें.
चाय या कॉफी
ऐसा भी कहा जाता है कि चाय या कॉफी में घी मिलाने से पाचन तंत्र को नुकसान पहुंच सकता है.हालाँकि घी वाली कॉफ़ी लोकप्रिय है, लेकिन इसकी भारी प्रकृति हर किसी को पसंद नहीं आती.इससे एसिडिटी, पेट फूलना और बाद में चिपचिपा स्वाद हो सकता है.
मूली
घी और मूली पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली को बाधित कर सकते हैं.घी के साथ मिलाने पर मूली का तीखा स्वाद पाचन में बाधा उत्पन्न कर सकता है, जिससे पेट फूलना या अपच हो सकता है.
मछली
मछली और घी को एक साथ नहीं मिलाना चाहिए.इससे शरीर में गर्म और ठंडी ऊर्जा का टकराव पैदा हो सकता है.जो पाचन संबंधी परेशानी, त्वचा संबंधी समस्याएं या शरीर में विषाक्त पदार्थों का निर्माण कर सकता है.अगर इन दोनों खाद्य पदार्थों को अलग-अलग खाया जाए तो पोषक तत्वों की कमी नहीं होगी.
दही
दही और घी में विपरीत गुण होते हैं; घी गर्म और तैलीय माना जाता है जबकि दही ठंडा और भारी होता है.इसलिए, इनका एक साथ सेवन करना स्वस्थ अभ्यास नहीं है, क्योंकि ये पेट में एसिडिटी और बैक्टीरिया में असंतुलन पैदा कर सकते हैं.