झुमुर देब /शिलांग
शिलांग के पुलिस बाजार के हलचल भरे इलाके में स्थित रहीम बख्श (आर.बी.) स्टोर सात दशकों से अधिक समय से पाक परंपरा और सामुदायिक सेवा का प्रतीक बन चुका है.यह बेकरी 1950 में पश्चिम बंगाल से आए दूरदर्शी रहीम बख्श द्वारा स्थापित की गई थी और जल्द ही शिलांग के लजीज व्यंजनों का हिस्सा बन गई. अपनी स्वादिष्ट मिठाइयों और विशेष ब्रेड के लिए यह बेकरी पीढ़ियों तक शिलांगवासियों को अपनी सेवाएं देती रही है.
एक परिवार की पाक यात्रा
मेघालय में, जो मुख्य रूप से ईसाई बहुल राज्य है, रहीम बख्श ने उच्च गुणवत्ता वाली मिठाइयों की मांग को देखते हुए अपनी बेकरी की शुरुआत की थी. उनका यह निर्णय सही साबित हुआ, क्योंकि शिलांग के निवासी ताज़े पके हुए माल की सुगंध से आकर्षित होकर इस स्टोर की ओर खींचे गए. बेकरी ने अपनी मुलायम ब्रेड, नाज़ुक पेस्ट्री और स्वादिष्ट केक के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की, जो स्थानीय समारोहों और उत्सवों में एक मुख्य आकर्षण बन गए.
रहीम बख्श की गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता ने उनकी बेकरी को स्थानीय समुदाय में एक प्रिय स्थान बना दिया। समय के साथ, उनके बेटे हसीबुद्दीन अहमद और कुतुबुद्दीन अहमद ने बेकरी का संचालन संभाला, जिससे व्यवसाय का विस्तार हुआ और मेनू को और भी विविध बनाया गया, साथ ही उत्पादों की गुणवत्ता और प्रामाणिकता को बनाए रखा.
आर.बी. स्टोर ब्रेड शिलांग भर में एक घरेलू नाम बन गया, जिसे लोग इसकी ताजगी और विशिष्ट स्वाद के लिए पसंद करते थे.आज, रहीम बख्श के पोते ज़ैद अहमद के नेतृत्व में यह परंपरा जारी है. ज़ैद बताते हैं, "हमारा परिवार पश्चिम बंगाल से आया था और 1950 में इस स्टोर को खोला.
उसके बाद आर.बी. स्टोर शिलांग में हर किसी का पसंदीदा स्टोर बन गया." वे समकालीन स्वाद के साथ-साथ पारिवारिक विरासत को भी बनाए रखते हुए बेकरी को हमेशा प्रासंगिक और प्रिय बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
पुलिस बाजार में एक केंद्र
आर.बी. स्टोर ने शिलांग के पुलिस बाजार के इतिहास में कई परिवर्तन देखे हैं. यह बेकरी आज भी एक जीवंत व्यापार केंद्र के रूप में स्थापित है, हालांकि बाजार में कई नए व्यवसायों का आगमन हुआ है. बेकरी अब भी स्थानीय लोगों और पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए ताज़ी ब्रेड, केक और पेस्ट्री की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करती है.
समय के साथ बदलते उपभोक्ता स्वाद के बावजूद, इसकी परंपरा को बनाए रखने की इसकी क्षमता ही इसकी सफलता की कुंजी है.शिलांग के कई निवासियों के लिए, आर.बी. स्टोर पर जाकर पुलिस बाजार की यात्रा अधूरी मानी जाती है. चाहे ताज़ी ब्रेड लेना हो, गर्म पेस्ट्री का आनंद लेना हो या किसी खास अवसर के लिए केक चुनना हो, यह स्टोर शिलांग के पाक परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है.
शिलांग के बेकरी परिदृश्य में मुस्लिम समुदाय का योगदान
आर.बी. स्टोर की सफलता ने शिलांग में अन्य मुस्लिम स्वामित्व वाली बेकरियों के लिए रास्ता खोला है. रहीम बख्श के एक और बेटे ने पुलिस बाजार में आर.बी. स्टोर के बगल में एक और प्रसिद्ध बेकरी खोली, जिसने अपनी विरासत बनाई और क्षेत्र की पाककला को और समृद्ध किया.
शिलांग के बेकरी परिदृश्य में मुस्लिम समुदाय का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है. रहीम बख्श जैसे कई मुस्लिम उद्यमियों ने शिलांग के निवासियों को उच्च गुणवत्ता वाले बेक्ड सामान की आपूर्ति करने में अपनी क्षमता को साबित किया. उनके प्रयासों ने न केवल नए स्वाद और तकनीकों को पेश किया, बल्कि शिलांग की विकसित होती खाद्य संस्कृति को आकार देने में भी मदद की.
आर.बी. स्टोर और उसकी सहायक बेकरी के अलावा, शिलांग में कई अन्य बेकरी भी हैं, जिनमें हर एक की अपनी विशेष पहचान है. स्थानीय खासी और नेपाली स्वामित्व वाले प्रतिष्ठानों के साथ-साथ मुस्लिम बेकर्स की उपस्थिति शहर की बहुसांस्कृतिक भावना और बेकिंग के लिए साझा जुनून को दर्शाती है.