कश्मीरः युवा इंजीनियर हैदर अली के ऐप का कमाल, दुनिया के किसी भी शहर का देख सकते हैं इफ्तार और सहरी का समय

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 30-03-2023
कश्मीरः युवा इंजीनियर हैदर अली के ऐप का कमाल, दुनिया के किसी भी शहर का देख सकते हैं इफ्तार और सहरी का समय
कश्मीरः युवा इंजीनियर हैदर अली के ऐप का कमाल, दुनिया के किसी भी शहर का देख सकते हैं इफ्तार और सहरी का समय

 

आवाज द वॉयस / नई दिल्ली

कश्मीर के युवा Software engineer  हैदर अली पंजाबी ने कमाल कर दिया. उन्होंने रमजान के इफ्तार और सेहरी के समय को लेकर एक ऐसा ऐप विकसित किया है, जिसकी मदद से आप दुनिया की किसी भी जगह के इफ्तार और सहरी का समय जान सकते हैं.इंजीनियर हैदर अली पंजाबी ने तकरीबन तीन साल पहले ‘इफ्तार कर’ नामक ऐप विकसित किया था.  उसे ही अपडेट कर दुनियाभर के रोजेदारों के लायक बना दिया है.

यह ऐप रमजान के रोजे रखने वालों के लिए काफी मुफीद साबित हो रहा है.इस ऐप को सिर्फ कश्मीरी ही नहीं, विदेशी यूजर्स भी इस्तेमाल कर रहे हैं. रमजान के महीने में सहरी और इफ्तार के समय के बारे में सही जानकारी देने के लिए उन्होंने वर्ष 2020में ऐप लॉन्च किया था, जिसे घाटी के भूगोल को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था. अब उन्होंने इस एप्लिकेशन को और अपग्रेड किया है.

ऐप को अपग्रेड करने के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, ‘‘विदेश में पढ़ने वाले उनके दोस्तों ने  कुछ ऐसा करने का अनुरोध किया था ताकि वे भी इस एप्लिकेशन का लाभ उठा सकें. उन्होंने कहा कि इस सोच के साथ इस बार इस ऐप को अपडेट किया है. अब उपयोगकर्ताओं को भौगोलिक स्थानों के आधार पर इफ्तार और सहरी के समय के बारे में समय पर जानकारी मिल जाया करेगी.

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अपग्रेड के बाद दुनिया के किसी भी कोने में इस ऐप से सहरी और इफ्तार के समय की सूचना प्राप्त की जा सकती है.इस संबंध में बात करते हुए ऐप डेवलपर हैदर अली पंजाबी ने कहा, पिछले रमजान में ऐप को 14हजार से ज्यादा यूजर्स के साथ करीब 20लाख व्यूज मिले थे. मैं भी इस ऐप का उपयोग करता हूं.

उन्होंने आगे कहा कि ‘इफ्तार कर’ नाम के ऐप में जफरिया फिकह और अहल अल-हदीस का इफ्तार और सेहरी कैलेंडर दारुल रहीमिया द्वारा जारी किए गए समय के साथ उपलब्ध है.उन्होंने कहा कि ऐप में सहरी और इफ्तार के जिले व स्थान वार कैलेंडर अपग्रेड किए गए हैं, जिसका सभी लाभ उठा सकते हैं .

उन्होंने कहा कि इस एप्लीकेशन के अलावा वह एक इस्लामिक ऐप पर भी काम कर रहे हैं, जिसमें नमाज का वक्त, कुरान की तिलावत और अन्य चीजें शामिल होंगी.याद  रहे कि ‘इफ्तार कर’ के अलावा, हैदर अली पंजाबी अपने दो दोस्तों मुदस्सर अली और विकास बुखारी के साथ मिलकर कोविड कश्मीर.ओआरजी नाम की वेबसाइट भी चलाते हैं. यह जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 पर नजर रखने के लिए समर्पित वेबसाइट है. कोविड से जुड़ी अन्य जानकारी भी इसपर दी जाती है.