नई दिल्ली. विश्व की प्रमुख रेटिंग एजेंसियों ने भारतीय बजट 2024-25 की तारीफ की, इसे राजकोषीय समेकन के लिए महत्वपूर्ण और क्रेडिट प्रोफाइल पर सकारात्मक असर डालने वाला बताया है. मूडीज ने बजट को क्रेडिट पॉजिटिव करार देते हुए सरकार की इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 23 प्रतिशत खर्च आवंटन को सराहा. साथ ही, ब्याज भुगतान कुल खर्च का 24 प्रतिशत से कम होने पर भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी.
सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य जीडीपी का 4.9 प्रतिशत रखा है, जो कि पिछले बजट के 5.1 प्रतिशत से कम है. इस रफ्तार से सरकार वित्त वर्ष 2025-26 तक राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.5 प्रतिशत करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकती है.
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भी बजट की सराहना की, खासकर इन्फ्रास्ट्रक्चर में 11.11 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत निवेश के लिए. उनका कहना है कि यह सरकार के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे देश के विकास को गति मिलेगी.
एसएंडपी ने यह भी कहा कि विदेशी कंपनियों पर टैक्स कम करने से भारत में रोजगार सृजन और निवेश को बढ़ावा मिलेगा. फिच रेटिंग ने अपने बयान में कहा कि बजट सरकार की राजकोषीय घाटा कम करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और पूंजीगत निवेश पर विशेष ध्यान दिया गया है.
फिच ने आगे कहा कि राजकोषीय समेकन से भारत का डेट रेश्यो मध्यम अवधि में कम होगा, जो भारत की क्रेडिट प्रोफाइल को मजबूत करेगा.
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