आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान नहीं सहेंगे: चंपई सोरेन

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 31-01-2025
 Champai Soren
Champai Soren

 

नई दिल्ली. संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण के बाद कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने मीडिया के सामने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 'पुअर लेडी' यानी बेचारी महिला बताया है. उनकी इस टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस की कड़ी आलोचना की है.

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि सोनिया गांधी देश की सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठी आदिवासी महिला, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान कर रही हैं.

पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा ने एक आदिवासी महिला को देश के राष्ट्रपति पद तक पहुंचाया. एक छोटे से गांव की आदिवासी महिला आज देश की राष्ट्रपति हैं. यह कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार को बर्दाश्त नहीं हो रहा है. कांग्रेस और गांधी परिवार ने आज तक आदिवासियों के हित में कभी नहीं सोचा है, और न सोचने वाले हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने आदिवासी का धर्म कोड भी हटाने का काम किया.

भाजपा ने कभी भी आदिवासियों का अपमान नहीं किया. भाजपा ने हमेशा आदिवासियों के हित में काम किया है. कांग्रेस कभी आदिवासियों की हितैषी नहीं हो सकती. सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बेचारी कहकर उनका अपमान किया है. उन्होंने कहा कि यह न केवल आदिवासी समाज, बल्कि सभी महिलाओं का अपमान है.

कांग्रेस की सोच को देखकर यह साफ हो जाता है कि इन लोगों को यह कभी पचा नहीं सकता कि एक आदिवासी महिला देश के सबसे बड़े पद तक पहुंची है.

उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के साढ़े सात दशकों बाद, आदिवासी समाज को यह सम्मान केवल भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कार्यकाल में ही प्राप्त हो सका है. पार्टी ने यह स्पष्ट किया कि आदिवासी समाज और पूरे देश को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर गर्व है और उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

पूर्व सीएम ने सवाल किया कि क्या वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के योगदान और उनकी उपलब्धियों को नकारने का साहस कर सकती हैं, जबकि उनके योगदान से आदिवासी समाज का मान-सम्मान बढ़ा है.