आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
प्रसिद्ध तबला वादक और ग्रैमी पुरस्कार विजेता उस्ताद जाकिर हुसैन का रविवार को दिल से जुड़ी जटिलताओं के चलते सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में निधन हो गया. 73 वर्षीय इस महान संगीतकार के जाने से न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के संगीत प्रेमियों में शोक की लहर है। कई राजनेताओं, उद्योगपतियों और प्रशंसकों ने उनके निधन पर दुख जताया है और इसे "भारत की कला के लिए अपूरणीय क्षति" करार दिया है.
राजनीतिक नेताओं ने व्यक्त की संवेदनाएं
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा,"प्रसिद्ध तबला वादक और पद्म विभूषण से सम्मानित उस्ताद जाकिर हुसैन जी के निधन की खबर बेहद दुखद है. उनका योगदान भारतीय कला और संगीत के क्षेत्र में अभूतपूर्व रहा है. यह देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार व प्रशंसकों को इस कठिन समय में शक्ति दे. ओम शांति."
राहुल गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता, ने उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर गहरा दुख जताते हुए कहा,"महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन जी का निधन संगीत जगत के लिए एक बड़ी क्षति है. वह अपनी कला के जरिए दुनिया भर में भारतीय संस्कृति और संगीत को ले गए. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं. उनका संगीत और योगदान हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेगा."
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा,"भारत और दुनिया ने एक संगीत प्रतिभा और सांस्कृतिक राजदूत को खो दिया है. उस्ताद जाकिर हुसैन ने अपनी लय और कला से सीमाओं और पीढ़ियों को जोड़ा. उन्होंने अपने पिता की विरासत को न केवल आगे बढ़ाया, बल्कि इसे नए आयाम भी दिए। उनका योगदान और उनकी धुनें सदियों तक याद की जाएंगी."
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा"विश्व विख्यात तबला वादक, 'पद्म विभूषण' उस्ताद जाकिर हुसैन जी का निधन अत्यंत दुखद है. यह संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार तथा प्रशंसकों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति."
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए लिखा,"पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन जी का निधन भारतीय संगीत जगत के लिए एक गहरी क्षति है. उनका योगदान अद्वितीय था। शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना."
The rhythm of India paused today…
— anand mahindra (@anandmahindra) December 15, 2024
In tribute.
🙏🏽🙏🏽🙏🏽#ZakirHussain
pic.twitter.com/eknPqw4uKM
उद्योगपतियों ने दी श्रद्धांजलि
गौतम अडानी, अडानी समूह के चेयरमैन, ने ट्वीट किया,"दुनिया ने एक ऐसी लय खो दी है, जिसकी जगह कोई नहीं ले सकता. उस्ताद जाकिर हुसैन ने भारत की आत्मा को तबले के माध्यम से वैश्विक मंचों तक पहुंचाया। उनकी कला और विरासत हमेशा कालजयी रहेगी."
आनंद महिंद्रा, महिंद्रा समूह के चेयरमैन, ने लिखा,"आज भारत की लय थम गई। उस्ताद जाकिर हुसैन जैसे महान कलाकार का जाना संगीत और कला जगत के लिए गहरा आघात है. उनकी थाप हमेशा हमारे दिलों में गूंजती रहेगी."
हर्ष गोयनका, आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन, ने उस्ताद को याद करते हुए लिखा,"तबला वादक के जाने से दुनिया खामोश हो गई है. वह एक लयबद्ध प्रतिभा थे, जिन्होंने भारत की आत्मा को वैश्विक मंचों पर पहुंचाया. मुझे उन्हें सुनने और जानने का सौभाग्य मिला. उनकी धुनें सदैव गूंजती रहेंगी."
सदियों तक गूंजती रहेंगी उनकी थाप
उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन ने कला जगत में एक खालीपन छोड़ दिया है. उनकी कला ने सीमाओं, पीढ़ियों और संस्कृतियों को जोड़ा. नेताओं और उद्योगपतियों के अलावा, लाखों प्रशंसकों ने भी सोशल मीडिया पर अपनी श्रद्धांजलि दी.
एक प्रशंसक ने लिखा,"महान तबला वादक के निधन से गहरा दुख हुआ. उनकी धुनें और लय हमेशा हमारे दिलों में बसी रहेंगी. उनकी कला को दुनिया कभी नहीं भूल पाएगी."जाकिर हुसैन के संगीत ने जो छाप छोड़ी है, वह अमर रहेगी। उनका जाना भारत और विश्व के संगीत प्रेमियों के लिए एक अपूरणीय क्षति है।