लखनऊ,इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने वाले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने अब अपनी जाति बदल ली है. उसने अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर रख लिया है. अब वह त्यागी ब्राह्मण से ठाकुर बन गये हैं,उन्होंने 2021में इस्लाम छोड़ दिया और हिंदू धर्म अपना लिया,फिर उन्होंने अपना नाम बदलकर जीतेंद्र नारायण त्यागी रख लिया.
रिजवी ने अपने बयान में कहा था कि मैं घर लौट आया हूं. जीतेन्द्र नारायण सिंह सेंगर ने भी सभी को दीपावली की बधाई एवं शुभकामनाएं दी,उन्होंने अपने नए नाम की भी घोषणा की. जब वसीम रिजवी ने इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाया, तब वह सुर्खियों में आए थे,अब, 2017में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के सत्ता में आने के बाद से जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर चर्चा में हैं,
मदरसा शिक्षा को आतंकवाद से जोड़ने और कुतुब मीनार को हटाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने के बाद वह सुर्खियों में आए थे,रिजवी ने उस समय दावा किया था कि कुछ शैक्षणिक संस्थान चरमपंथी विचारधारा को बढ़ावा देते हैं, इस बयान के बाद शिया और सुन्नी दोनों समुदायों के लोगों ने उनका विरोध किया था,
उनके विवादास्पद विचारों के जवाब में, शिया और सुन्नी दोनों संप्रदायों के विद्वानों ने उनके खिलाफ फतवा जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि वह इस्लाम से बाहर हैं,आपको बता दें कि वसीम रिजवी को डासना देवी मंदिर में महंत यति नरसिम्हानंद सरस्वती की मौजूदगी में पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार और अनुष्ठान के माध्यम से सनातन धर्म स्वीकार कराया,धर्म परिवर्तन के बाद वसीम रिजवी ने कहा कि सनातन धर्म दुनिया का सबसे पवित्र धर्म है.
ये भी पढ़ें : शायरी में बयां दिवाली की ख़ुशबू और रौनक