उत्तराखंड : रोहिंग्या की बढ़ती आबादी पर हिंदू संगठनों की महापंचायत

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 01-12-2024
Uttarakhand: Mahapanchayat of Hindu organizations on the increasing population of Rohingyas
Uttarakhand: Mahapanchayat of Hindu organizations on the increasing population of Rohingyas

 

उत्तरकाशी. उत्तराखंड के ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में रोहिंग्या मुसलमानों की आवाजाही से बिगड़ते माहौल पर रविवार को तमाम हिंदू संगठनों की महापंचायत उत्तरकाशी में हुई.

देवभूमि विचार मंच के आह्वान पर आयोजित यह महापंचायत दोपहर ढाई बजे तक रामलीला मैदान में चली. इसमें हैदराबाद की गोशामहल विधानसभा सीट से भाजपा विधायक टी. राजा सिंह, विश्व हिंदू परिषद के अनुज वालिया, दर्शन लाल भारती, लखपत भंडारी, कैश्वर गिरि महाराज, गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान समेत कई प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया. महापंचायत पुलिस सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त के बीच आयोजित की गई.

विधायक टी. सिंह राजा ने कहा कि वर्ष 2000 में उत्तराखंड में मुसलमानों की संख्या महज एक प्रतिशत थी, लेकिन अब 24 साल में यह संख्या 25 प्रतिशत तक पहुंच गई है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वह उत्तराखंड में योगी आदित्यनाथ से चाय पर बैठक कर मामले पर चर्चा करें. साथ ही, उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि उत्तराखंड में बुलडोजर चलाकर 'लव' और 'लैंड' जिहादियों को सख्त संदेश दिया जाए और उन्हें उनकी ही भाषा में समझाया जाए.

टी. राजा सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "जो कार्य अपेक्षित है, वह पर्याप्त रूप से नहीं हो रहा है. इसलिए आज हम हमारे मुख्यमंत्री से निवेदन करते हैं कि एक सर्वे करवाया जाए, जिसमें यह पता चल सके कि कितनी अवैध मजारें और अवैध मस्जिदें बनी हैं, उनके पास कोई वैध दस्तावेज हैं या नहीं? हम चाहते हैं कि हर एक अवैध निर्माण पर सर्वे किया जाए और जिन मजारों और मस्जिदों का निर्माण नियमों के खिलाफ हुआ है, उन पर तुरंत कार्रवाई की जाए और बुलडोजर चलवाया जाए. यह निवेदन हम मुख्यमंत्री धामी से करते हैं."

गंगोत्री से विधायक सुरेश चौहान ने पत्रकारों से कहा, "हम मां गंगा के उद्गम स्थल के रहने वाले हैं. यह भगवान शिव की नगरी है. जगह-जगह रोहिंग्या मुस्लिम गांवों और तमाम इलाकों में आ रहे हैं, इससे माहौल बिगड़ रहा है. चाहे वे फेरी वाले बनकर आ रहे हों या कुछ और, हम लोग बहुत चिंतित हैं. इसके लिए हिंदू संगठनों की यह महापंचायत बुलाई जा रही है. इस धार्मिक नगरी में कई प्रकार की अप्रिय घटनाएं होती हैं, उससे लोग चिंतित हैं. इसलिए हमने महापंचायत बुलाई है. जो भी बातें महापंचायत में होगीं, उस पर चर्चा की जाएगी."