संभल (उत्तर प्रदेश)
शुक्रवार की नमाज से पहले संभल में शाही जामा मस्जिद के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.19नवंबर को किए गए सर्वेक्षण के बाद से ही खतरे में है.वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन द्वारा संभल में सिविल जज की अदालत में दायर याचिका के बाद, जिसमें मस्जिद के मंदिर होने का दावा किया गया था.19 नवंबर को स्थानीय पुलिस और मस्जिद की प्रबंधन समिति के सदस्यों की मौजूदगी में सर्वेक्षण किया गया.
संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने कहा, "इलाके में शांति है.सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.संभल में शाही जामा मस्जिद में एक सर्वेक्षण किया गया था, जिसके बाद कुछ चिंता है.पीएसी, आरएएफ और विभिन्न थानों के विभिन्न पुलिसकर्मियों द्वारा पैदल गश्त की गई है.
विभिन्न हितधारकों के साथ बैठकें की गई हैं.सभी से अपने-अपने क्षेत्रों की मस्जिदों में शुक्रवार की नमाज अदा करने का आग्रह किया गया है.जामा मस्जिद की मोहल्ला कमेटियों के साथ भी बैठकें की गई हैं. उन्होंने भी लोगों से अपने-अपने पीएस क्षेत्रों की मस्जिदों में शुक्रवार की नमाज अदा करने की घोषणा की है.उम्मीद है कि जिले में शांति बनी रहेगी.अगर कोई भी शांति को प्रभावित करने की कोशिश करता है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी."
जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि पुलिस बलों द्वारा फ्लैग मार्च किया गया.उन्होंने कहा, "संदेश दिया गया है कि शांति भंग करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.सोशल मीडिया पर कई लोगों को चेतावनी दी गई है.अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो बीएनएस के तहत कार्रवाई की जाएगी.धारा 163 लागू है.पांच या उससे अधिक लोग एक जगह पर एकत्र नहीं हो सकते."
गुरुवार को संभल शहर किले में तब्दील हो गया.शहर के बीचों-बीच स्थित मस्जिद तक पहुंचने वाले तीन में से दो रास्तों को सील कर दिया गया.एसपी संभल कृष्ण कुमार ने मस्जिद के अधिकारियों से आग्रह किया कि वे घोषणा करें कि भीड़ नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, "लोगों से आग्रह किया गया है कि वे अपनी-अपनी मस्जिदों में शुक्रवार की नमाज अदा करें.पुलिस ने सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी है.दो लोगों पर धारा 151 के तहत मामला दर्ज किया गया है."