संभल. उत्तर प्रदेश के संभल जिले में मुगलकालीन मस्जिद के कोर्ट के आदेश पर हुए सर्वेक्षण को लेकर भड़की हिंसा के एक सप्ताह से अधिक समय बाद, कानून प्रवर्तन अधिकारियों को शहर में दो अमेरिकी निर्मित बुलेट कारतूस मिले हैं.
पुलिस ने बताया कि संभल हिंसा स्थल की जांच कर रही एक फोरेंसिक टीम ने गुरुवार को चार खाली कारतूस जब्त किए, जिनमें से दो अमेरिका में निर्मित थे. पुलिस को संभल में छह खाली कारतूस मिलने के दो दिन बाद यह घटना हुई. इनमें से पांच कथित तौर पर पाकिस्तान में निर्मित थे.
पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार विश्नोई ने संवाददाताओं को बताया कि उत्तर प्रदेश के इस जिले में 24 नवंबर को हुई हिंसा की जांच के तहत फोरेंसिक टीम ने गुरुवार को घटनास्थल की जांच की. उन्होंने कहा कि चार कारतूस फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जब्त किए गए कारतूसों में से दो पर ‘मेड इन द यूएस’ लिखा हुआ है. चारों कारतूसों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.’’
24 नवंबर को शहर में शाही जामा मस्जिद का अधिकारियों की एक टीम द्वारा सर्वेक्षण किए जाने के बाद संभल में हिंसा भड़क उठी थी. यह घटना सर्वेक्षण के दूसरे चरण के दौरान हुई, जिसका आदेश स्थानीय अदालत ने दिया था. अदालत ने एक याचिका के जवाब में सर्वेक्षण का आदेश दिया था, जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद का निर्माण मुगल बादशाह बाबर ने मंदिर को ध्वस्त करके किया था.
पुलिस और सर्वेक्षण टीम पर भीड़ द्वारा पथराव किए जाने के बाद चार लोगों की मौत हो गई. हिंसा में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों सहित कई लोग घायल हो गए. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या, संभल और बांग्लादेश के बीच तुलना की.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘... 500 साल पहले बाबर के एक सेनापति ने अयोध्या में कुछ काम किए, संभल में भी कुछ ऐसे ही काम किए और आज बांग्लादेश में जो हो रहा है, वह सब एक जैसा है. तीनों की प्रकृति और डीएनए एक ही है.’’