लखनऊ. यूपी मदरसा शिक्षा बोर्ड ने राज्य के सभी 16,000 पंजीकृत और 560 अनुदानित मदरसों में शिक्षकों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति शुरू करने का फैसला किया है. वर्तमान में, 171 अनुदानित मदरसों में डिजिटल प्रणाली लागू है.
अधिकारियों ने कहा कि बोर्ड के तहत सभी पंजीकृत और अनुदानित संस्थान एक साल के भीतर इससे लैस हो जाएंगे. इस प्रणाली से अनुपस्थिति और धोखाधड़ी के मुद्दों को हल करने और मदरसों की शिक्षा और प्रशासन की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है.
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारियों ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों, विशेष रूप से मदरसों में प्रौद्योगिकी को एकीकृत करना आधुनिकीकरण और दक्षता की दिशा में एक बड़ा कदम है.
विभाग की निदेशक जे. रीभा ने कहा, ‘‘बोर्ड ने राज्य भर के मदरसों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लागू करने का आदेश दिया है. इसके अलावा, धोखाधड़ी की गतिविधियों को रोकने के लिए बायोमेट्रिक मशीनों के पास सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इस निर्देश का शुरू में विरोध हुआ था, लेकिन अब विभाग के सख्त क्रियान्वयन के कारण इसे काफी हद तक स्वीकार कर लिया गया है.’’ रीभा ने कहा कि अगले चरण में मदरसों के सभी छात्रों के लिए भी बायोमेट्रिक अटेंडेंस अनिवार्य कर दी जाएगी.
ये भी पढ़ें : अंतर धार्मिक संवाद पर बोले बीकानेर के वन अधिकारी अहमद हारून क़ादरी: "मोहब्बत ही हमारा पैग़ाम है"
ये भी पढ़ें : केरन घाटी: अब मुठभेड़ों से नहीं, पर्यटन से पहचान
ये भी पढ़ें : कश्मीर: कुपवाड़ा के डिजिटल इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर एजुकेशन में Modern technology skills
ये भी पढ़ें : ताजिया कैसे बनाया जाता है?