तिरूपति बालाजी मंदिर के गैर-हिंदू कर्मचारियों को हटाया जाएगा

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 01-11-2024
Tirupati Balaji temple's non-Hindu employees will be removed
Tirupati Balaji temple's non-Hindu employees will be removed

 

तिरूपति. बीआर नायडू को न्यू तिरुमाला आयरलैंड देवस्थानम (टीटीआई) बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है. बोर्ड का नया अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में काम करने वाले सभी लोग हिंदू लोग होंगे. बीआर नायडू ने कहा, तिरुमाला में काम करने वाले हर व्यक्ति को हिंदू होना चाहिए. यह मेरा पहला प्रयास होगा. इसमें कई समस्याएं हैं. हमें इस पर गर्व होना चाहिए. दूसरे धर्मों के कर्मचारियों को लेकर जल्द ही फैसला लिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश सरकार जल्द ही अन्य धर्मों के कर्मचारियों के स्थायित्व के बारे में फैसला करेगी. नायडू ने यह भी कहा कि वह उन्हें वी आरक्षण (संचित अवकाश योजना) देने या उन्हें अन्य पदों पर स्थानांतरित करने की संभावना पर विचार कर रहे हैं. टीआईपी के नेतृत्व वाली आंध्र प्रदेश सरकार ने रविवार को तिरुमाला आश्रम देवस्थानम के 24सदस्यों के लिए एक नए बोर्ड का गठन किया. बोर्ड ऑफ आर्काइव के अनुसार यह दुनिया का सबसे अमीर मंदिर है.

इनमें भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड की सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक सुचित्रा एला भी शामिल हैं. बीआर नायडू ने बोर्ड का नेतृत्व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और राज्य के अन्य प्रमुख सरकारी नेताओं को सौंप दिया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के कार्यकाल के दौरान कई छात्र लापता हो गए थे. उन्होंने मंदिर की पवित्रता की रक्षा पर जोर दिया.

इससे पहले मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि पूर्व मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के कार्यकाल के दौरान प्रसिद्ध लोध प्रसादम की तैयारी में जानवरों की चर्बी से भरे घी का इस्तेमाल किया गया था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में केस चल रहा है. कोर्ट की निगरानी में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है.

 

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