अयोध्या में बनेगी 40 हजार वर्ग फीट की मुहम्मद बिन अब्दुल्ला मस्जिद, मई से निर्माण कार्य

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 19-12-2023
40 thousand square feet Muhammad Bin Abdullah Mosque will be built in Ayodhya, construction work from May
40 thousand square feet Muhammad Bin Abdullah Mosque will be built in Ayodhya, construction work from May

 

आवाज द वाॅयस /अयोध्या, फैजाबाद

मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने कहा कि फिलहाल मस्जिद का निर्माण शुरू करने की न तो कोई योजना है और न ही तैयारी. निर्माण शुरू होने में कम से कम छह महीने और लग सकते हैं.
 
उम्मीद है कि हम मई से काम शुरू कर सकेंगे. इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की ओर से मस्जिद का निर्माण कार्य मई 2024 से शुरू किया जा सकता है. मस्जिद निर्माण के लिए फंड इकट्ठा करने की कोशिशें जारी हैं. इसके लिए फरवरी से अलग-अलग राज्यों में प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे. ट्रस्ट का कहना है कि मस्जिद के निर्माण में देरी डिजाइन में बदलाव के कारण हो रही है.
 
मस्जिद का क्षेत्रफल करीब 40 हजार वर्ग फीट होगा. 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सोहावल के धनीपुर में पांच एकड़ जमीन मुस्लिम पक्ष को मस्जिद निर्माण के लिए दी गई है. राम मंदिर का निर्माण 70 फीसदी पूरा हो चुका है.
 
मस्जिद की नींव अभी नहीं रखी गई है. मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने कहा कि फिलहाल मस्जिद का निर्माण शुरू करने की न तो कोई योजना है और न ही तैयारी. निर्माण शुरू होने में कम से कम छह महीने और लग सकते हैं.
 
गौरतलब है कि हाल ही में देश की सभी मस्जिदों के संगठन ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ मस्जिद्स (एआईआरएम) ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के धनीपुर में प्रस्तावित मस्जिद का नाम इस्लाम के पैगंबर के नाम पर मुहम्मद बिन अब्दुल्ला मस्जिद रखने का फैसला किया है. 
 
उम्मीद है कि हम मई से काम शुरू कर सकेंगे, मस्जिद का नया डिजाइन फरवरी तक तैयार हो जाएगा. फिर मानचित्र को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. फरवरी में साइट ऑफिस अवश्य स्थापित हो जाएगा.
 
अतहर हुसैन ने कहा कि मस्जिद के डिजाइन में बदलाव किया गया है. मस्जिद अब 15,000 वर्ग फुट की जगह 40,000 वर्ग फुट में बनाई जाएगी. फरवरी से राज्यों में प्रभारियों की नियुक्ति की जाएगी और उन्हें फंड इकट्ठा करने की जिम्मेदारी दी जाएगी. मस्जिद के अलावा हम सामुदायिक अस्पताल, सामुदायिक रसोई, संग्रहालय भी बनाएंगे.