"The impact of pollution is not limited to Delhi alone", the central government is resorting to rhetoric: AAP leader Sisodia
आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया ने उत्तर भारत में बढ़ते प्रदूषण के लिए सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. एएनआई से बात करते हुए सिसोदिया ने कहा कि वायु प्रदूषण एक राष्ट्रीय आपदा है और इसका असर सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नहीं है. सिसोदिया ने कहा, "इस समय पूरा देश प्रदूषण से जूझ रहा है. हमें राजनीति से ऊपर उठकर प्रदूषण को देखना होगा और भाजपा को भी इसे गंभीरता से लेना होगा.
यह ऐसा विषय नहीं है जिसके लिए आप सिर्फ आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहरा सकते हैं. इस समय पूरा उत्तर भारत पराली जलाने की भीषण समस्या से जूझ रहा है. भाजपा को समझना होगा कि केंद्र में उनकी सरकार है." उन्होंने आगे पूछा, "केंद्र सरकार पिछले सात-आठ सालों से क्या कर रही है?" उन्होंने आगे कहा कि इस दौरान पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं. आप नेता ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदूषण को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है और विपक्षी दलों पर हमला बोल रही है. उन्होंने आगे दावा किया कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा समेत भाजपा शासित राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं. उन्होंने कहा, "केवल दिल्ली के लोग ही नहीं, बल्कि पूरा उत्तर भारत वायु प्रदूषण के कारण समस्याओं का सामना कर रहा है."
आप नेता ने कहा, "केंद्र में उनकी सरकार इतने सालों से क्या कर रही है? ... आम आदमी पार्टी को दोष देने के बजाय, केंद्र सरकार क्या कर रही है? ... उन्हें जिम्मेदारी लेनी चाहिए और केवल बयानबाजी से क्या हासिल होगा." इस बीच, भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आज आम आदमी पार्टी (आप) और अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली में गंभीर प्रदूषण और यमुना नदी के निरंतर प्रदूषण को दूर करने में विफल रहने के लिए हमला किया. पूनावाला ने कहा, "दिल्ली हर दिन वायु प्रदूषण के मामले में नए रिकॉर्ड बना रही है... आप और अरविंद केजरीवाल ने इसमें कुछ नहीं किया, उन्होंने सिर्फ राजनीति की."
पूनावाला ने आप पर बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पार्टी, जो कभी दिल्ली के प्रदूषण के लिए पंजाब में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराती थी, पंजाब में सत्ता में आने के बाद चुप हो गई है. उन्होंने कहा, "पहले वे पंजाब में पराली जलाने को दोषी ठहराते थे, लेकिन जब वे पंजाब में सत्ता में आए, तो वे चुप हो गए... यमुना का पानी बहुत प्रदूषित है." उल्लेखनीय है कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने सोमवार से दिल्ली एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) चरण 4 लागू किया, जिसके कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'गंभीर प्लस' श्रेणी में पहुंच गया. यह निर्णय तब लिया गया जब रविवार को शाम 4 बजे दिल्ली का दैनिक औसत एक्यूआई तेजी से बढ़कर 441 हो गया और शाम 7 बजे तक यह और बढ़कर 457 हो गया, जिसके कारण जीआरएपी उप-समिति की एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई.