महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को, फडणवीस अगले मुख्यमंत्री

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 30-11-2024
Devendra Fadnavis, Eknath Shinde and Ajit Pawar
Devendra Fadnavis, Eknath Shinde and Ajit Pawar

 

मुंबई. शनिवार को एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की नई सरकार 5 दिसंबर को बनेगी, जिसमें देवेंद्र फडणवीस अगले मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं.

20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महायुति गठबंधन ने 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी. भाजपा 132 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, उसके बाद शिवसेना 57 और राकांपा 41 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही.

हालांकि, एक सप्ताह पहले (23 नवंबर को) चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद भी सरकार के गठन में देरी हुई है, क्योंकि त्रिपक्षीय गठबंधन अभी तक यह तय नहीं कर पाया है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. शिंदे, फडणवीस और पवार ने अगली सरकार के लिए सत्ता-साझाकरण समझौते पर चर्चा करने के लिए गुरुवार देर रात भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.

शुक्रवार को होने वाली महायुति की अहम बैठक टाल दी गई है और अब यह रविवार को हो सकती है, क्योंकि कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सतारा जिले में अपने पैतृक गांव चले गए हैं, जिससे सरकार गठन में और देरी हो रही है. नाम न बताने की शर्त पर भाजपा नेता ने कहा कि नई सरकार का शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को होगा. नेता ने कहा कि वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस, जो पिछली सरकार में दो बार मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं, शीर्ष पद के लिए सबसे आगे हैं.

एक अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा. लेकिन उससे पहले, भाजपा विधायक दल का नेता चुनने के लिए 2 दिसंबर को एक बैठक होगी. 

कार्यवाहक सीएम शिंदे ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अगले सीएम के नाम के लिए भाजपा नेतृत्व के फैसले का पूरा समर्थन करेंगे और वह इस प्रक्रिया में बाधा नहीं बनेंगे, जबकि अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने मुख्यमंत्री पद के लिए फडणवीस का समर्थन किया है.

विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को झटका लगा. इस पुरानी पार्टी ने राज्य विधानसभा चुनावों में अपना सबसे खराब प्रदर्शन दर्ज किया, जब उसने केवल 16 सीटें जीतीं. शरद पवार की एनसीपी (एसपी) केवल 10 सीटें ही जीत सकी, जबकि उद्धव ठाकरे (यूबीटी) ने 20 सीटें जीतीं.