All the religious leaders are praying for the successful landing of Chandrayaan-3
ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
चांद पर सफल लैंडिंग होने के बाद भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बनेगा. चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए कहीं हवन-पूजन हो रहा है तो कहीं विशेष नमाज में दुआ मांगी जा रही है और मजारों पर चादर चढ़ाई जा रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में लोगों ने 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए नमाज अदा कीऔर इसरो के वैज्ञानिकों की सफलता की कामना की.
जी हां चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए मंगलवार को ऐशबाग ईदगाह स्थित जामा मस्जिद में जुहर की नमाज के बाद इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए दुआ कराई. दुआ में काफी तादात में लोग शामिल हुए और अल्लाह से दुआ मांगी.
इसरो की इस लैंडिंग पर पूरी दुनिया की नजर है. इसरो ने चंद्रयान-3 से लिया गया चांद का लेटेस्ट वीडियो शेयर किया है. चंद्रयान-3 बुधवार (23 अगस्त) को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. राज्य हज कमेटी के चैयरमैन मोहसिन रज़ा ने मंगलवार को दरगाह शाहमीना शाह पर चंद्रयान 3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग और कामयाबी के लिए चादरपोशी कर दुआ की.
चंद्रयान 3 की सफलता के लिए दुआ करें: मौलाना मकबूल अहमद मिस्बाही
जामिया ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के प्रबंधक मौलाना मकबूल अहमद मिस्बाही ने चंद्रयान 3 की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारे देश के लिए बहुत गर्व की बात है कि हमारे वैज्ञानिकों ने इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है जिसे देश भर में सम्मान की दृष्टि से देखा जा रहा है. उन्होंने शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि जल्द ही हम बड़े देशों की कतार में खड़े होंगे.
उन्होंने कहा कि पूरे भारत को देशभक्ति की भावना के साथ चंद्रयान-3 की सफलता के लिए प्रार्थना करनी चाहिए. यह स्पष्ट है कि चंद्र मिशन, चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है. अब तक, मिशन अच्छा चल रहा है और सभी की निगाहें अब लैंडिंग पर हैं, जो सफल होने पर भारत को देशों के एक विशिष्ट समूह में शामिल कर देगा, जिसमें अमेरिका, रूस और चीन शामिल हैं. इसरो वैज्ञानिक आधी रात से ही चंद्रयान 3 मिशन की निगरानी कर रहे हैं.
चंद्रयान-3 मिशन की सफल लॉन्चिंग के बाद अब सभी लोग उसकी लैंडिंग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. इस मिशन को सफल बनाने के लिए देशभर में लोग दुआ और प्रार्थनाएं कर रहे हैं. धर्मनगरी वाराणसी में भी लोगों ने चंद्रयान-3 की सफलता के लिए विशेष पूजा की. सोमवार सुबह कमच्छा स्थित मां कामख्या मंदिर में लोगों ने चंद्रयान की तस्वीर के साथ खास हवन-पूजन किया.
भारत के चंद्रयान-3 की सफलता पर देश-दुनिया की नजरें टिकी हुई है ऐसे में यही भारत की असली पहचान है जहां पूजा, प्रार्थना और नमाज अदा कर एक साथ भारत की तरक्की की कामना कर रहें हैं.
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में प्रसिद्ध श्रीकुक्के श्री सुब्रमण्यम मंदिर में सोमवार को नाग पंचमी उत्सव पर चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए विशेष पूजा की गई. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के नाम पर विशेष पूजा की गई. मंदिर प्रबंधन ने 'कार्तिक पूजा', 'महा पूजा' की.
चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए विशेष 'क्षीर अभिषेकम' (मूर्ति पर दूध डालकर भगवान को अर्पित करना) किया गया. कुक्के सुब्रमण्यम प्रसिद्ध और बहुत प्रतिष्ठित हिंदू मंदिर है, जो नाग देवता को समर्पित है.
आपको बता दें कि भारत का चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान में एक प्रोपल्शन मॉड्यूल (वजन 2,148 किलोग्राम), एक लैंडर (1,723.89 किलोग्राम) और एक रोवर (26 किलोग्राम) शामिल है. इसरो ने लगभग 70 किलोमीटर की ऊंचाई से ‘लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरे’ से ली गई चंद्रमा की तस्वीरें जारी कीं. स्पेस एजेंसी ने बताया है कि 23 अगस्त को भारतीय समयानुसार 5.20 बजे से लैंडिंग ऑपरेशन के लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी.
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के साथ ही भारत खास देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा. अभी केवल अमेरिका, सोवियत संघ और चीन के मिशन ही चांद पर सफलतापूर्वक उतर पाए हैं. चंद्रयान-3 को चंद्रमा की सतह पर उतरने में सिर्फ थोड़ा ही समय बचा है. इसरो ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग की तैयारी पूरी कर ली है. महत्वपूर्ण बात यह है कि चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 ने संपर्क कर लिया है. चंद्रमा की परिक्रमा कर रहे चंद्रयान-2 ने चंद्रयान-3 का स्वागत किया है.
इसरो ने 21 अगस्त को जानकारी दी कि चंद्रयान-3 ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर को सफलतापूर्वक टच कर लिया है. चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर और चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर के बीच सफलतापूर्वक संपर्क हो गया है. दोनों के बीच बातचीत भी हुई है.
दरअसल, भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने पिछले गुरुवार की दोपहर को मुख्य अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 से लैंडर को सफलतापूर्वक अलग कर दिया. इसरो ने एक ट्वीट में बताया था- लैंडर मॉड्यूल (एलएम) को प्रोपल्शन मॉड्यूल (पीएम) से सफलतापूर्वक अलग कर दिया गया है.
हाल ही में रूस के मून मिशन लूना-25 फेल हो गया. साल 2019 से 2023 के बीच चांद पर भेजे गए चार में से तीन मिशन फेल हो चुके हैं. इनमें इजरायल का बेरेशीट, जापान का हकुतो-आर, भारत का चंद्रयान-2 और रूस का लूना-25 विफल रहे. केवल चीन का चांग-5 चांद पर सफल लैंडिंग में कामयाब रहा था.