अयोध्या. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को समाजवादी पार्टी को खूब धोया. बोले कि 'एक्स' पर दो महीने से सपा अध्यक्ष के पोस्ट को देखिए, यह प्रयागराज महाकुंभ का विरोध करते हुए आए हैं. अब तक 34 करोड़ श्रद्धालुओं ने पावन त्रिवेणी के संगम पर आस्था की डुबकी लगाई है. शनिवार को उप राष्ट्रपति, कई देशों के राजदूत-हाई कमिश्नर आए थे. पूरी दुनिया आकर अभिभूत है, लेकिन सपा को इससे पीड़ा हो रही है. जिससे सनातन धर्म का गौरव बढ़ता हो, भारतीयों का सीना चौड़ा होता हो, उससे सपा को पीड़ा होती है. सपा सनातन धर्म और सामाजिक न्याय के पुरोधाओं की विरोधी है.
मुख्यमंत्री ने मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान के पक्ष में रविवार को जनसभा कर उन्हें जिताने की अपील की.
सीएम ने कहा कि परसों (शुक्रवार) हेलीकॉप्टर से जा रहा था, अयोध्या धाम में हर तरफ जनसैलाब दिखाई दे रहा था. भाजपा की डबल इंजन सरकार ने फोरलेन सड़कें, रेलवे लाइन को डबल, स्टेशनों का सुदृढ़ीकरण, इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विस्तार नहीं किया होता तो प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु यहां नहीं आ पाते. केंद्र व राज्य सरकार का पैसा और हमारे जनप्रतिनिधियों का प्रयास रहा तो अयोध्या का विकास व व्यवसाय बढ़ रहा है. जब भी हमने अयोध्या के विकास की कार्ययोजना को बढ़ाया तो सपा ने विरोध किया. सड़क चौड़ीकरण के दौरान 1700 करोड़ से अधिक का मुआवजा दिया गया. राम मंदिर का शिलान्यास और राम मंदिर में रामलला विराजमान हुए, तब भी सपा ने विरोध किया. एयरपोर्ट का नामकरण महर्षि वाल्मीकि, रैन बसेरों का नाम निषादराज गुह्य के नाम पर किया गया, रसोई का नाम मां शबरी के नाम पर रखा गया, तब भी सपा को पीड़ा हुई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने यूपी में पीएसी की तीन महिला बटालियन (वीरांगना उदा देवी, झलकारी बाई, अवंती बाई लोधी) गठित की. सपा ने तब भी विरोध किया था. यह वही सपा है, जो बहराइच में महाराज सुहेलदेव के विजय स्मारक का विरोध करती है, यह कहती है कि वहां गाजी का स्मारक होना चाहिए. सपा को गाजी व पाजी (बदमाश) प्यारे हैं. इन्हें बेटियों की इज्जत पर हाथ डालने वाला मिल्कीपुर का मोईद खान और कन्नौज का नवाब सिंह यादव प्यारा है. सपा गरीब, किसान, बेटी-बहन, व्यापारी, युवा के साथ नहीं, बल्कि माफिया, दुष्चरित्र व पेशेवर अपराधी के साथ खड़ी होती है. कोई घटना घटित होती है तो सपा का हाथ होता है या वह षड्यंत्र में शामिल रहती है.
सीएम ने कहा कि सपा भारत विरोधी तत्वों को गले लगाती है. विधानसभा उपचुनाव के दौरान इनके दरिंदे नेता ने मैनपुरी में दलित बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी. अयोध्या में कल एक बेटी के साथ घटना हुई है, आज इनका सांसद नौटंकी कर रहा है. जांच होगी तो उसमें भी सपा का कोई दरिंदा शामिल जरूर होगा.
सीएम ने कहा कि 2016 में सपा सरकार के समय 2.35 लाख पर्यटक अयोध्या आए थे, जबकि 2024 में यहां 16.11 करोड़ श्रद्धालु आए. विकास विरोधी सपा की दृष्टि सैफई से बाहर नहीं जाती. सत्ता में आने पर यह परिवार के लिए कार्य करते हैं और वोट मांगने के लिए जाति का सहारा लेते हैं. सीएम ने कहा कि मिल्कीपुर का चुनाव भी राष्ट्रवाद बनाम परिवारवाद का चुनाव बन गया है. एक तरफ एनडीए प्रत्याशी के रूप में चंद्रभानु पासवान राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं के साथ मैदान में हैं तो दूसरी तरफ सपा के परिवारवाद का नमूना है, जिसका नाम भूमाफिया-अनैतिक, अराजक गतिविधियों में आता है.
सीएम ने सपा पर हमला करते हुए कहा कि सब कुछ सुधर सकता है, लेकिन प्रवृत्ति नहीं. इनका पेशा अपराध, गुंडागर्दी, बेटी-व्यापारी की सुरक्षा में सेंध लगाना है. समाजवादियों का नारा है, खाली प्लॉट हमारा है..., लेकिन 2017 में जब भाजपा सरकार आई और हमने एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स बनाया तो इसने गुंडों से 64 हजार एकड़ लैंड खाली कराई. यह परेशान हैं कि डबल इंजन सरकार ऐसे ही कार्य करेगी तो इनका धंधा चौपट हो जाएगा. धंधा चौपट होने से इनकी पार्टी भी चौपट हो जाएगी.
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या आकर विकास का मॉडल देखा जा सकता है. सरयू में स्टीमर भी चलकर सैर करा रही है. सपा को यह विकास अच्छा नहीं लग रहा है. सपा कहती थी कि अयोध्या का समाधान हुआ तो खून की नदियां बहेंगी, हमने कहा कि खून की नदियां बहाने वाले जहन्नुम में जा चुके हैं, धरती पर उनके लिए जगह नहीं है. अयोध्या की तर्ज पर मिल्कीपुर का समग्र विकास कराने के लिए चंद्रभानु पासवान यहां की आवश्यकता है.
सीएम योगी ने कहा कि सपा वाले केवल सैफई का विकास कराते थे, लेकिन मैंने गोरखपुर और पीएम मोदी जी के आशीर्वाद से काशी में जितना विकास हुआ, उससे अधिक विकास अयोध्या में कराया गया. कोई भेदभाव नहीं हुआ. यह लोग कारसेवकों का रक्त बहाते थे. हम लोगों ने दीपोत्सव से यात्रा प्रारंभ की, आज यहां घर-घर में दीप जल रहे हैं. हमारी सरकार बिना भेदभाव विकास के लिए भरपूर मदद कर रही है.
जनसभा में कृषि मंत्री व अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, योगी सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जेपीएस राठौर, गिरीश चंद्र यादव, दयाशंकर मिश्र 'दयालु', मयंकेश्वर शरण सिंह, सतीश चंद शर्मा, मनोहर लाल कोरी, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विधायक रामचंद्र यादव, अमित सिंह चौहान, धर्मराज निषाद, विधान परिषद सदस्य डॉ. धर्मेंद्र सिंह, अवनीश सिंह पटेल, पूर्व सांसद लल्लू सिंह आदि मौजूद रहे.