सोनिया गांधी ने दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के नए मुख्यालय का उद्घाटन किया

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 15-01-2025
Sonia Gandhi inaugurates new Congress party headquarters in Delhi
Sonia Gandhi inaugurates new Congress party headquarters in Delhi

 

नई दिल्ली
 
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में नए कांग्रेस मुख्यालय 'इंदिरा भवन' का उद्घाटन किया.
 
इस कार्यक्रम में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और देश भर से पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए. समारोह के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नवनिर्मित मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया.
 
नया मुख्यालय 9ए, कोटला रोड पर स्थित है और यह उस पुरानी पार्टी के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो पिछले 47 वर्षों से 24, अकबर रोड परिसर से संचालित हो रही है.
 
कांग्रेस पार्टी ने नए मुख्यालय को लोकतंत्र, राष्ट्रवाद, धर्मनिरपेक्षता, समावेशी विकास और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर आधारित स्मारक बताया.
 
“कांग्रेस के 140 साल पुराने गौरवशाली इतिहास को संजोए हुए, यहां की दीवारें सत्य, अहिंसा, बलिदान, संघर्ष और देशभक्ति की गाथा बयां करती हैं. कांग्रेस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "नई ऊर्जा, संकल्प और आत्मविश्वास के साथ, कांग्रेस भारत के उज्ज्वल भविष्य को आकार देने, लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने और न्याय का झंडा फहराने के लिए तैयार है." पार्टी ने आगे जोर दिया कि भवन सेवा, सद्भाव, समर्पण और देशभक्ति का प्रतीक है. 
 
खड़गे ने कहा, "कांग्रेस पार्टी का नया मुख्यालय 'इंदिरा भवन' लोकतंत्र, राष्ट्रवाद, धर्मनिरपेक्षता, समावेशी विकास और सामाजिक न्याय की नींव पर बनाया गया है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 140 साल पुराने गौरवशाली इतिहास का प्रतीक, यहाँ की दीवारें सत्य, अहिंसा, बलिदान, संघर्ष और देशभक्ति की महान गाथा बयां करती हैं." इस कार्यक्रम में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, "हम अपने नए मुख्यालय का उद्घाटन बहुत ही महत्वपूर्ण समय पर कर रहे हैं. यह प्रतीकात्मक है कि कल, आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत को 1947 में सच्ची आज़ादी नहीं मिली, बल्कि राम मंदिर बनने के बाद ही मिली. 
 
यह इमारत साधारण नहीं है - यह हमारे देश की मिट्टी से निकली है, जो लाखों लोगों की कड़ी मेहनत और बलिदान का प्रतिनिधित्व करती है. स्वतंत्रता आंदोलन का फल हमारा संविधान था, जिसकी मोहन भागवत ने स्पष्ट रूप से आलोचना की, यह सुझाव देते हुए कि यह हमारी स्वतंत्रता का प्रतीक नहीं है. यह पार्टी हमेशा एक खास मूल्यों के लिए खड़ी रही है, जो इस इमारत में परिलक्षित होते हैं." पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सम्मान में इंदिरा भवन नाम से मुख्यालय का निर्माण 15 वर्षों से अधिक समय से चल रहा था. उद्घाटन समारोह में कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य, स्थायी और विशेष आमंत्रित सदस्य, प्रदेश कांग्रेस समिति (पीसीसी) के अध्यक्ष, कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता, दोनों सदनों के सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष, पूर्व सीएलपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सहित कम से कम 400 प्रमुख कांग्रेस नेता शामिल हुए.